चिमनी मालिको के द्वारा सरकारी दर से अधिक राशि लेने के चलते सरकारी योजनाओ मे दो नम्बर व घटिया ईट का प्रयोग हो रहा है
श्याम बाबू सिंह हमारे संवाददाता की रिपोर्ट :
– अमिट लेख
सुगौली, (पूर्वी चम्पारण)। सरकारी दर से बहुत अधिक की राशि में ईट की बिक्री हो रही है। जिससे आम लोगो को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सरकारी योजनाओ में भी एक नम्बर ईट नही लग पा रहा है। सरकार द्वारा ईट का कीमत 6800 सौ रूपया प्रति हजार निर्धारित किया गया है। जबकि चिमनी मालिको के द्वारा मनमाने मुल्य पर ईट बिक्री किया जा रहा है। कही नौ हजार तो कही साढे नौ हजार रूपया प्रति हजार ईट बिक्री किया जा रहा है। चिमनी मालिको के द्वारा सरकारी दर से अधिक राशि लेने के चलते सरकारी योजनाओ मे दो नम्बर व घटिया ईट का प्रयोग हो रहा है। प्रधान मंत्री आवास योजना से मकान बनाने वाले को तो और अधिक परेशानियो का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीण विन्देश्वर महतो, मुन्ना कुमार, विश्वनाथ दास, भिखारी महतो, दीपलाल, चोकट महतो,दिलीप शर्मा,सहित अन्य लोगो ने बताया कि सरकारी दर पर ईट नही मिल रहा है। जिस कारण महंगे दामो पर ईट खरीदना पड़ रहा है। पीओ सतीश कुमार ने बताया कि मनरेगा में सरकार के द्वारा 6800सौ रूपये प्रति हजार ईट का कीमत तय किया गया है।