विशेष ब्यूरो बिहार दिवाकर पाण्डेय की रिपोर्ट :
न्यूज़ डेस्क, राजधानी पटना
दिवाकर पाण्डेय
– अमिट लेख
पटना, (ए.एल.न्यूज़)। जन सुराज पदयात्रा के सूत्रधार प्रशांत किशोर 2 अक्टूबर को अपनी पार्टी का गठन करेंगे। पार्टी के गठन से पहले पीके बिहार के तमाम राजनीतिक दलों पर हमलावर है। सीएम नीतीश, पीएम मोदी सहित लालू परिवार पर पीके लगातार निशाना साध रहे हैं। वहीं पार्टी के गठन के दो दिन पहले पीके ने लालू परिवार पर अब तक का सबसे बड़ा हमला बोला है। पीके ने राजद सुप्रीमो लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव की पत्नी को लेकर लालू परिवार को घेरा है। पीके ने इसको लेकर पटना के सड़कों पर पोस्टर लगा दिया है। इस पोस्टर में लिखा गया है कि जो अपनी बहू का ना हुआ वो बिहार का क्या होगा। पीके के इस हमले के बाद बिहार में सियासी भूचाल आना तय माना जा रहा है। पटना के सड़कों पर ये पोस्टर जन सुराज की अपर्णा यादव के द्वारा लगाया गया है। इस पोस्टर के जरिए लालू परिवार पर अब तक का सबसे बड़ा हमला बोला है। इस पोस्टर के जरिए जन सुराज ने लालू परिवार की धज्जियां उड़ा दी है। जन सुराज ने लालू परिवार के पारिवारिक मामलों को सड़क पर ला दिया है। लालू-तेजस्वी और पीके के बीच की लड़ाई अब लालू परिवार तक पहुंच गई है। जन सुराज ने बिहार की राजनीति में लालू यादव की बड़ी बहू की एंट्री करा दी है। जिसको लेकर राजद कार्यकर्ताओं में भारी आक्रोश देखा जा सकता है। जन सुराज ने लालू परिवार या लालू यादव की बड़ी बहू का नाम लिए बिना ये बड़ा हमला बोला है। जन सुराज की ओर से पटना की सड़कों पर एक पोस्टर लगवाया गया है। इस पोस्टर में लिखा गया है कि “जो अपनी बहू का ना हुआ वो बिहार का क्या होगा बिहार तो अब जनसुराज का होगा। ” इस पोस्टर को अपर्णा यादव के द्वारा लगवाया गया। यानि कहीं ना कहीं पीके ने अब नया पैंतरा लगाकर यादव को यादव से टक्कर दिला रहे हैं। पीके अपनी पार्टी का गठन भले 2 अक्टूबर को करेंगे लेकिन उसके पहले ही वो राजद के वोट बैंक पर अपनी नजर बनाए हुए हैं। वहीं अब पीके ने लालू यादव की बड़ी बहू को इन मामलों में घसीट लिया है। इस पोस्टर के बाद बिहार की सियासत में भूचाल आना संभव है। जन सुराज ने लालू के बहू के नाम से बड़ा दांव चला है। बता दें कि, पीके लालू यादव के MY समीकरण पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। पीके अपनी वोट बैंक को मजबूत करने के लिए लालू परिवार पर लगातार हमला बोल रहे हैं। बीते दिन ये मामला भी सामने आया था कि पीके राजद कार्यकर्ताओं को तोड़ रहे हैं। वहीं अब पीके ने बड़ा दांव खेल दिया है। अब देखना होगा कि पीके के इस वार पर लालू परिवार की ओर से क्या पलटवार किया जा रहा है।