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Post: सरकार की अपराधिक लापरवाही से टूटा सिंगही तटबंध : माले

सरकार की अपराधिक लापरवाही से टूटा सिंगही तटबंध : माले

बेतिया से उप संपादक मोहन सिंह की रिपोर्ट :

पहले से बचाव कार्य चला कर बचाया जा सकता था तटबंध : माले

संपादकीय डेस्क, जिला पश्चिम चम्पारण 

मोहन सिंह

– अमिट लेख
बेतिया, (ए.एल.न्यूज़)। बैरिया प्रखण्ड के सिंगही इमली ढाला के समीप सोमवार की रात्रि में तटबंध का टूटना सरकारी लापरवाही का नतीजा है। तटबंध को समय रहते मरम्मत नहीं करना सरकार का आम जनता के प्रति संवेदनहीनता का परिचायक है।

फोटो : मोहन सिंह

सरकारी संवेदनहीनता से बैरिया और नौतन प्रखण्ड के दर्जनों गाँव में बाढ़ विभिषिका झेलना पड़ रहा है। अभी तक सिंगही के समीप टूटे तटवंध पर अगर गंभीरता पूर्वक बचाव कार्य हुआ रहता तो तटबंध नहीं टूटते। इसकी मरम्मत और जियोधार किया गया होता तो नहीं टूटत किंतु जल संसाधन विभाग के स्थायी मंत्री विजय चौधरी द्वारा इसे गंभीरता से नहीं लिया गया उक्त बातें माले नेता सुनील कुमार राव ने कहीं। आगे माले नेता ने कहा कि सिंगही के ग्रामीण लोगों ने बताया कि विभाग थोड़ी भी तत्परता दिखाते तो बचाया जा सकता था किंतु जानबूझकर लोगों को जान माल बचाने के नाम लोगों को भगा दिया गया और उधर तटबंध टूट गया। उन्होंने कहा कि तटबंध बचाव कार्य में लगे अधिकांश भाजया जदयू से जुड़े लोग हैं जो तटबंध बचाने की बजाय कम बोरा हाल कर अधिक बोरा का रिपोर्ट दिखाया जा रहा है, लूटेरो को संकट मे अवसर मिला हुआ है।
उन्होंने कहा कि सरकार और जिला प्रशासन की अपराधिक लापरवाही के चलते तटबंध टूटा.
सिंगही के समीप टूटे तटबंध से लौट कर, माले नेता सुनील कुमार राव और जोखू चौधरी ने संयुक्त रुप से बताया कि बाढ़ पूर्व निरिक्षण के दौरान ही जल निस्तारण प्रमण्डल मुख्य अभियंता और सरकार को बार बार लिखने के बाद भी नदी में बाढ़ आता है तो आशाराम पटखौली से योगापट्टी तक तटबंध सिपेज करने की वजह से पहले रतवल के पास चखनी, जवटिया इधर सिगहीं के पास तटबंध टूटा हुआ है. उन्होने कहा कि तटबंध टूटने से लोगों को भारी नुकसान हुआ है. बैरिया के ऊतर पटजिरवा, दक्षिण परजिरवा, सूर्यपुर, मलाही बलुआ समेत दर्जनों गांव, घोड़हिया, बारगजवा, सहा, झौवा टोला, बीन टोली, मलाही टोला, छोटा मलाही पावनाहा गर नौवका टोला, इमली ढाला टोला आदि नौतन प्रखण्ड में भगवानपुर, बरियारपुर, छरकी, जालहिया, दूसाध टोली, बीन टोली आदि गांव बाढ़ के चपेट में है। इनको राहत सामग्री और जीवित चलाने के लिए 20,000 दिया जाय ।

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