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Post: कामरेड रीखन साह नहीं रहे…

कामरेड रीखन साह नहीं रहे…

बेतिया से उप संपादक मोहन सिंह का चश्मा :

 

न्यूज़ डेस्क, जिला पश्चिम चम्पारण 

मोहन सिंह

– अमिट लेख

बेतिया, (ए.एल.न्यूज़)। कामरेड रीखन साह (उम्र 65 वर्ष) की मृत्यु 31 अक्टूबर 2024 को नदी में डूबने से हो गयी, तीसरे दिन 2 नवम्बर को सुबह लाश मिला।
ग्राम बिरईट पंचायत सरगटिया प्रखण्ड सिकटा के निवासी थे कामरेड रीखन साह, अपने पिछे दो पुत्र और एक पुत्री छोड़ गयें है, सब विवाहित हैं। अभी पत्नी जीवित है। पश्चिम चम्पारण में सामंती जुर्म के खिलाफ जारी संघर्ष के सुरूवाती दिनों 1993-94 में ही पार्टी के साथ कामरेड रीखन साह जुड़े जो अंतिम दिन तक जुड़े रहे. कामरेड रीखन साह भीषण सामंती अपराधी दमन के दौरान भी डटे रहे. राजनीतिक सुझबुझ के साथ प्रतिकूल परिस्थितियों में भी डटे रहना सच्चे कम्युनिस्ट होने का का परिचय दिया, हर समय हर जगह राजनीतिक चर्चा करते रहना दैनिक कार्य था कामरेड रीखन साह का, भाकपा माले गरीबों- मजदूरों की जरूरत है का एहसास करते रहते थे। सामंती ताकतों के आमने सामने जबाब देने में माहिर थे कामरेड रीखन साह, खेत व ग्रामीण मजदूर सभा के प्रखण्ड कमिटी सदस्य थे, पिछले पंचायत चुनाव में सरगटिया पंचायत से सरपंच के उम्मीदवार भी बने थे। आज जब सांप्रदायिक और फसादियों का हमला तेज हुआ है ऐसे समय में कामरेड रीखन साह जैसे राजनीतिक कार्यकर्ता को हम सब को छोड़ कर जाना पार्टी और गरीबों के लिए बड़ी क्षति हुईं हैं। भाकपा माले केन्द्रीय कमिटी सदस्य सह सिकटा विधायक वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता, सुनील कुमार राव, फरहान राजा, संजय राम, वीरेंद्र पासवान, संजय मुखिया, इसलाम अंसारी, अंचल सचिव गणेश जी सुनील यादव, मन बोध साह, भोज राम, शौकत अली, रूशतम अली, कलाम अंसारी, शिवमंगल राम, चन्द्र देव राम, सुनील राव, आदि नेताओं ने अपने प्रिय नेता को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए शोकाकुल परिवार को सांत्वना दिया।

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