



भारत नेपाल सीमा पर स्थित रक्सौल, सुगौली, केसरिया प्रखंड सह अंचल कार्यालय के जर्जर भवन की समस्या से अब निजात मिलनेवाली है
✍️दिवाकर पाण्डेय, (जिला न्यूज़ ब्यूरो)
– अमिट लेख
मोतिहारी, (पूर्वी चम्पारण)। भारत नेपाल सीमा पर स्थित रक्सौल, सुगौली, केसरिया प्रखंड सह अंचल कार्यालय के जर्जर भवन की समस्या से अब निजात मिलनेवाली है। इसके लिए विभागीय स्तर पर कवायद शुरू कर दी गई है। ग्रामीण विकास विभाग ने प्रखंड सह अंचल कार्यालय के नये भवन की निर्माण की स्वीकृति प्रदान कर दी है। विभाग ने इसके निर्माण का जिम्मा भवन निर्माण विभाग को दिया है। भवन निर्माण विभाग ने इसके लिए चिन्हित भूमि के स्वायल टेस्ट की प्रक्रिया पूरी कर प्राक्कलन बनाकर विभाग को स्वीकृति के लिए भेज दिया है। विभाग द्वारा प्रशासनिक स्वीकृति मिलते ही टेंडर प्रक्रिया पूरी कर निर्माण कार्य भी आरंभ कर दिया जाएगा।
1 एकड़ 83 डिसमिल जमीन में बनेगा भवन रक्सौल में बनने वाले प्रखंड सह अंचल कार्यालय के नये भवन 1 एकड़ 83 डिसमिल जमीन में बनेगा। वहीं अधिकारियों व कर्मियों के लिए आवास 405 फीट लंबा व 90.5 फीट एवम 100 फीट चौड़ा जमीन में बनेगा। जिसके निर्माण पर करीब 14 करोड़ की खर्च आएगी।
वर्तमान में क्या है स्थिति :
करीब साढ़े पांच दशक पूर्व में निर्मित प्रखंड सह अंचल कार्यालय का भवन इन दिनों जर्जर हो गया है। जिसके छत का छज्जा टूटकर अक्सर गिरते रहते है। जो कई बार हादसे का सबब बना है। वहीं बरसात के मौसम में छत का पानी टपकने से जरूरी अभिलेख सड़ गल जा रहे है। साथ ही खिड़की के दरवाजे टूटने से जरूरी कागजातों एवम कंप्यूटर सहित अन्य उपस्करों के हमेशा चोरी होने की संभावना बनी रहती है। क्या होगा लाभ रक्सौल में प्रखंड सह अंचल कार्यालय के नये भवन का निर्माण होने से जहां जर्जर भवन की समस्या से मुक्ति मिल जाएगी। वहीं अधिकारियों व कर्मियों को कार्यों के निष्पादन में सहूलियत होगी। साथ ही आवास की सुविधा मिलने से उनको यहां रहने में सुविधा होगी। कहते है अधिकारी भवन निर्माण विभाग मोतिहारी डिविजन के कार्यपालक अभियंता मधु कांत मंडल का कहना है कि जिले में रक्सौल, सुगौली एवम केसरिया में प्रखंड सह अंचल कार्यालय के नये भवन निर्माण की सरकार की योजना है। इस मामले में आगे की करवाई आरंभ कर दी गई है।