AMIT LEKH

Post: पूर्वी चम्पारण के चकिया के कुअवां मे एनआईए टीम का छापा

पूर्वी चम्पारण के चकिया के कुअवां मे एनआईए टीम का छापा

एनआईए की टीम अहले सुबह चकिया और मेहसी थाना पुलिस के साथ कुअवां गांव पहुंची और चकिया के सज्जाद अंसारी के घर का दरवाजा खुलवाया फिर एनआईए और पुलिस की टीम ने उसके घर की तलाशी शुरु कर दी

✍️ दिवाकर पाण्डेय, जिला न्यूज़ ब्यूरो
– अमिट लेख
मोतिहारी, (विशेष)। एनआईए की टीम एक बार फिर पूर्वी चंपारण जिला में पहुंची। जहां चकिया के कुअवां गांव में फारुक अंसारी के पुत्र सज्जाद अंसारी के घर पर छापेमारी की गई। हालांकि सज्जाद अंसारी पिछले 14 महीने से दुबई में है ओर वह वहीं पर काम करता है। मिली जानकारी के अनुसार एनआईए की टीम अहले सुबह चकिया और मेहसी थाना पुलिस के साथ कुअवां गांव पहुंची और चकिया के सज्जाद अंसारी के घर का दरवाजा खुलवाया फिर एनआईए और पुलिस की टीम ने उसके घर की तलाशी शुरु कर दी। सज्जाद के परिजनों द्वारा एनआईए की टीम का सहयोग करने की बात बतायी जा रही है। बताया जाता है कि सज्जाद के घर की तलाशी में कुछ भी बरामद नहीं हुआ है। लेकिन एनआईए की टीम ने सज्जाद के आधार कार्ड और पैनकार्ड को जब्त कर लिया है, सूत्रों की माने तो पूर्व में गिरफ्तार पीएफआई के संदिग्ध के साथ सज्जाद के आर्थिक लेन देन की जानकारी एनआईए को मिली थी, जिस आधार पर उसके घर पर तलाशी ली गई है। बताया जाता है कि मेहसी थाना के हरपुर से गिरफ्तार पीएफआई के संदिग्ध इरशाद से पूछताछ में सज्जाद का नाम सामने आया था। इरशाद द्वारा सज्जाद का नाम बताये जाने के बाद एनआईए की टीम पहुंची थी। पुलिस कप्तान कांतेश कुमार मिश्र ने बताया कि रात में हीं एनआईए की टीम आई थी। एनआईए के सहयोग में चकिया और मेहसी थानाध्यक्ष पुलिस बल के साथ छापेमारी में थे। एनआईए ने कुअवां के सज्जाद अंसारी के घर में छापेमारी की। इस दौरान कुछ कागजात को जब्त कर एनआईए अपने साथ ले गई। बतादें कि पटना के फुलवारीशरीफ टेरर मॉड्यूल का तार जिला के चकिया और मेहसी थाना क्षेत्र से जुड़ने के बाद एनआईए और एटीएस की टीम लगातार इन इलाकों में छापेमारी करती रही है। जांच एजेंसियां अब तक आधा दर्जन संदिग्ध लोगों की गिरफ्तारी कर चुकी है। वहीं पीएफआई का सक्रिय सदस्य रेयाज मारुफ उर्फ बब्लू और याकूब उर्फ सुल्तान अभी तक फरार है। जबकि पीएफआई के फुलवारी टेरर मॉडयूल का खुलासा होने के बाद एक प्राथमिकी भी दर्ज करायी गई थी, जिसमे रेयाज मारुफ भी नामजद था। जिसकी तलाश में एनआईए कई बार जिला में दबिश बना चुकी है, लेकिन वह अभी तक जांच एजेंसियों के हाथ नहीं लगा है।

Comments are closed.

Recent Post