



बेतिया से उप संपादक मोहन सिंह का चश्मा :
सरेयामन मे मछुआरों को मछली पालने और मारने पर लगे रोक हटे : सुरेंद्र चौधरी
न्यूज़ डेस्क, जिला पश्चिम चंपारण
मोहन सिंह
– अमिट लेख
बेतिया, (ए.एल.न्यूज़)। अखिल भारतीय खेत व ग्रामीण मजदूर सभा और भाकपा -माले के संयुक्त तत्वावधान में राज्यव्यापी कार्यक्रम के तहत प्रखंड सह अंचल कार्यालय के समक्ष धरना -प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन को संबोधित करते हुए भाकपा माले नेता सुनील कुमार राव ने कहा कि बिहार में डबल इंजन की सरकार मनरेगा मजदूरो, खेत मजदूरो, ग्रामीण गरीबों के मुद्दे के प्रति असंवेदनशील है। बिहार बजट में खेत मजदूर, मनरेगा मजदूर, ग्रामीण गरीबों, दलित महादलित, असंगठित मजदूरो , के लिए कुछ नहीं है!

यह बिहार बजट पूंजी पतियों ,बड़े धन्ना सेठो , ठेकेदारों , को खुश करने वाली बजट है! ऐसे मे जनता चुनाव मे सबक सिखाएगी। माले नेता व मुखिया नवीन कुमार ने कहा प्रधानमंत्री आवास योजना में जॉब कार्ड को अनिवार्य कर दिया गया है, जॉब कार्ड बनवाने में बड़े पैमाने पर बिचौलियों का दखल अंदाजी दिखाई पड़ रहा है इसलिए बड़े पैमाने पर पंचायत में कैंप लगा कर जॉब कार्ड बनवाने की गारंटी किया जाए।भाकपा माले नेता सुरेंद्र चौधरी ने कहा जो गरीब भूमिहीन जहां बसे है उन्हे बासगीत का पर्चा देते हुए, बास आवास की गारंटी किया जाए एवं भूमिहीनों की झोपड़ी पर बुलडोजर चलाना बंद किया जाए। जोखु चौधरी ने कहा कि सभी महागरीबों को 70000 से नीचे का आय प्रमाण पत्र तेज गति के साथ बनाने की गारंटी हो, मुख्यमंत्री लघु उद्योमी योजना के तहत सभी 95 लाख महा गरीब परिवारों को 2 लाख की अनुदान राशि भुगतान हो एवं पोर्टल को अप्रैल माह तक खुला रखा जाए! मनरैगा महासभा के नेता ठाकुर साह ने कहा मनरेगा मजदूरों को 200 दिन काम दिया जाए!रू. 600 मजदूरी का भुगतान हो, बिहार के सभी विकलांग,विधवाओं, वृद्धावस्था पेंशन रू. 3000 प्रति माह भुगतान किया जाए एवं महिलाओं को सम्मान योजना में रू. 2500 प्रति माह देने की गारंटी किया जाए। मोजम्मिल हुसैन ने कहा खून चूसवा प्रीपेड मीटर वापस हो ,200 यूनिट बिजली फ्री हो, सभी बिजली बिल माफ किया जाए। सुरेंद्र साह ने कहा कि अंचल कार्यालय में धांधली बंद किया जाए। बिजली कनेक्शन लगाने में वसूली बंद हो। बिजली बील के नाम पर कनेक्शन का तार काटने पर रोक हो। सरेया मन मे मछली छोड़ने पर लगी रोक हटाया जाय। कार्यक्रम को राजेंद्र प्रसाद, संजय कुशवाहा, मुखलाल मुखिया, शिवप्रसन मुखिया, भैरव चोधरी, रंजीत चौधरी, अशोक मुखिया, जोखू महतो, अनिरूध महतो, शेख करमुलाह, मुना मुखिया, समशाद अंसारी, ठाकुर महतो, बिनोद कुशवाहा, धर्मेन्दर कुशवाहा, नवल किशोर प्रसाद आदि मौजूद थे।
7.