



बेतिया से उप संपादक मोहन सिंह का चश्मा :
शहीद-ए- आजम के शहादत दिवस पर आयोजित समारोह में महापौर ने दी श्रद्धांजलि
न्यूज़ डेस्क, जिला पश्चिम चंपारण
मोहन सिंह
– अमिट लेख
बेतिया, (ए.एल.न्यूज़)। महापौर गरिमा देवी सिकारिया शहीद-ए-आजम सरदार भगत सिंह के शहादत दिवस पर नगर के तीन लालटेन चौक पर स्थापित उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण करते हुए उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर जमा हुए श्रद्धालु युवाओं से महापौर श्रीमती सिकारिया ने कहा कि 1929 में अपने साथी क्रांतिकारियों के साथ उन्होंने असेंबली में बम फेंककर अंग्रेज सरकार को चेतावनी दी थी। उनका मकसद किसी को नुकसान पहुंचाना नहीं, बल्कि अंग्रेजों के अत्याचार के खिलाफ देश की जनता को जगाने के लिए आवाज उठाना था। उन्होंने बताया कि देश के महान क्रान्तिकारी लाला लाजपत राय की मौत का बदला लेने का भी फैसला लिया था। बाद में भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को सॉन्डर्स हत्या कांड में दोषी ठहराया गया और 23 मार्च 1931 को उन्हें लाहौर जेल में फांसी दे दी गई। इन तीनों ने मिलकर अंग्रेजी हुकूमत को चुनौती दी और देशवासियों के मन में आजादी की अलख जगाई। महापौर श्रीमती सिकारिया ने बताया कि अमर शहीद भगत सिंह के साहस और दृढ़ संकल्प ने पूरे देश को अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ खड़ा होने के लिए प्रेरित किया। उनकी इन्हीं स्मृतियों को जीवंत बनाए रखने के लिए तीन लालटेन चौक को भगत सिंह जी यादगार स्मारक बनाने का प्रस्ताव नगर निगम बोर्ड ने पारित किया है। महापौर ने बताया कि कि इस स्थान पर ‘आई लव बेतिया’ का बोर्ड लगाने के साथ भगत सिंह जी के प्रतिमा स्थल पर छतरीनुमा शेड का निर्माण एवं उसके नीचे आकर्षक फाल्स सीलिंग का निर्माण किया जाएगा। वही इस स्मारक के सभी जर्जर दीवाल की जगह नया दीवाल निर्माण कराकर ग्रेनाइट का कवरिंग स्लैब, आउटर वॉल पर टाइल्स, ग्रेनाइट और टाइल्स की फ्लोरिंग, मूर्ति का ग्रेनाइड लगा स्टैंड और स्लोगन, आउटर दीवार पर दर्जनभर ग्लोब लैंप लगाए जाने की उनकी महत्वाकांक्षी योजना का कार्यादेश एक सप्ताह के अंदर जारी कर कार्य शुरू करा दिया जाएगा।