



बेतिया से उप-संपादक का चश्मा :
फासीवाद को समाप्त करने के लिए भाकपा-माले को मजबूत करने का संकल्प लिया : माले
न्यूज़ डेस्क, जिला पश्चिम चंपारण
मोहन सिंह
– अमिट लेख
बेतिया, (ए.एल.न्यूज़)। भाकपा माले के स्थापना दिवस पर बैरिया प्रखंड के दर्जनों गांवों में कार्यक्रम आयोजित किया गया। उक्त कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भाकपा-नेता सुनील कुमार राव ने कहा की आज हम एक बार फिर अपने सभी महान शहीदों व दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि देते हैं और साम्राज्यवाद की पराजय व समाजवाद की स्थापना के कॉमरेड लेनिन के निर्णायक आह्वान को पूरा करने का दृढ़ संकल्प दोहराते हैं। उन्होंने कहा अपने स्वतंत्र बहुमत को खोने और जदयू, टीडीपी जैसी पार्टियों, जिन्होंने कई बार भाजपा से अलग रास्ता भी अपनाया है, पर निर्भर होने के बावजूद तीसरी बार सत्ता में आई मोदी सरकार ने फासीवादी हमलों को और तेज कर दिया है। इस सरकार ने वक्फ संशोधन कानून और यूनिफॉर्म सिविल कोड जैसे कानूनों को पारित करा लिया है, जो सीधे मुस्लिम समुदाय को निशाना बनाते हैं। इसके साथ ही आदिवासियों और छत्तीसगढ़ में कथित माओवादियों पर एक बर्बर जंग छेड़ दी गई है— यह कहते हुए कि मार्च 2026 तक भारत को “नक्सल-मुक्त” बना दिया जाएगा। भाकपा माले अंचल सचिव कॉमरेड सुरेन्द्र चौधरी ने कहा लोकतंत्र और शैक्षणिक आज़ादी पर नए सिरे से हमले हो रहे हैं ताकि असहमति और बहस की गुंजाइश को खत्म किया जा सके और कट्टरता, नफ़रत व अंधविश्वास को बढ़ावा दिया जा सके। इसका मक़सद भारत के विश्वविद्यालयों और शोध संस्थानों को सांस्कृतिक नियंत्रण और विचारधारा थोपने की प्रयोगशालाओं में बदल देना है। साथ ही, नफ़रत से भरी फ़िल्मों और दूसरे प्रचार माध्यमों के ज़रिए उकसाई गई हिंदुत्ववादी भीड़ अब सड़कों पर उपद्रव कर रही है— जो हर दिन मुसलमानों, औरतों और दलित-बहुजनों के ख़िलाफ़ हिंसा फैला रही है। माले नेता सह मुखिया महासंघ के अध्यक्ष नवीन कुमार ने कहा भारत के उपनिवेशवाद–विरोधी व सामंतवाद–विरोधी जन-संघर्षों की क्रांतिकारी विरासत का वारिस होने के नाते आज क्रांतिकारी कम्युनिस्टों को लोकतंत्र और सामाजिक न्याय के फासीवाद-विरोधी जनउभार में सबसे मज़बूत ताक़त बनकर उभरना होगा। तो आइए, भाकपा(माले) को और बड़ी, ज्यादा मज़बूत व ज्यादा जोशीली पार्टी बनाएं फासीवाद, साम्राज्यवाद मुर्दाबाद । लोकतंत्र, समाजवाद ज़िंदाबाद! कार्यक्रम को भाकपा-माले नेताओं मोजम्मिल हुसैन, जोखू चौधरी, राजेन्द्र प्रसाद, हारून गद्दी, ठाकुर साह, अशोक महतो,लाल बाबू प्रसाद, शिव प्रसन्न मुखिया, गणेश मुखिया ने संबोधित किया।