



पटना से ब्यूरो रिपोर्ट :
एसीएस सिद्धार्थ ने बुनियादी सुविधाओं के लिए दी इतनी बड़ी रख राशि
न्यूज़ डेस्क, राजधानी खबर
दिवाकर पाण्डेय
– अमिट लेख
पटना, (ए.एल.न्यूज)। बिहार के सरकारी स्कूलों में अब छात्र अंधेरे कमरे और बिना पंखे के गर्मी में पढ़ाई नहीं करेंगे। प्राईवेट स्कूलों की तरह अब सरकारी विद्यालयों में बुनियादी सुविधाओं, जैसे लाइट, पंखे, बैंच डेस्क आदि सुविआओं की उपलब्ध कराने के लिए शिक्षा विभाग द्वारा 50 हजार का फंड जारी किया गया है। सभी स्कूलों में यह सुविधा उपलब्ध हो, खुद एसीएस सिद्धार्थ इसकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं। उन्होंने बिहार से सभी डीईओ को पत्र लिखा है कि सरकारी विद्यालयों को सुविधायुक्त बनाने के लिए विभाग द्वारा लगातार किये गये प्रयास के बावजूद विभिन्न निरीक्षण के क्रम में कई प्रकार की कमियाँ परिलक्षित हुई है।
(i) विद्यालयों में विद्युतीकरण नहीं होना।
(ii) वर्गकक्षों में पर्याप्त संख्या में बल्ब / ट्यूबलाइट एवं पंखा नहीं रहना।
(iii) पेयजल हेतु निर्मित सभी नल खराब स्थिति में रहना।
(iv) शौचालयों में रनिंग वाटर की सुविधा नहीं होना एवं शौचालयों में मिट्टी भर जाना।
(v) विद्यालय में उपलब्ध बेंच डेस्क के रख-रखाव में उदासीनता।
(vi) आईसीटी/स्मार्ट क्लास से संबंधित उपकरणों का समुचित उपयोग नहीं किया जाना।
(vii) वर्गकक्षों एवं गलियारों में टूटे फर्नीचर एवं अन्य बेकार सामग्रियाँ रखा जाना।
(viii) यह भी देखा गया कि अच्छे कमरों में कबाड़ एवं रद्दी का कागज भर देना एवं कमरों के अभाव में बच्चों को अन्यत्र बैठाना। कमरों के अभाव में अलग से पुस्तकालय एवं आई०सी०टी० लैब स्थापित नहीं करना।
(ix) विद्यालयों में शिक्षकों की उपलब्धता एवं उपस्थिति में विविधता पाया जाना। उन्होंने कहा कि सभी विद्यालयों को आकस्मिकता मद में 50,000/- (पचास हजार) की दर से राशि उपलब्ध करायी जा चुकी है। जिला शिक्षा पदाधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे कि सभी विद्यालयों में यह राशि उपलब्ध है। इसके अतिरिक्त विद्यालयों में शिक्षकों की उपलब्धता सुनिश्चित करने हेतु विभागीय पत्रांक-321, दिनांक – 27.01.2025 के माध्यम से राज्य के प्रारंभिक विद्यालयों के लिए तथा पत्रांक-326, दिनांक – 05.02.2025 के माध्यम से माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक के लिए शिक्षकों की संख्या का मानक निर्धारित किया जा चुका है।