



बेतिया से उप-संपादक का चश्मा :
लाभुकों को डमी चेक/मत्स्य विपणन किट/साईकिल-सह-ऑईस बॉक्स सहित कार्यादेश का हुआ वितरण
न्यूज़ डेस्क, जिला पश्चिम चंपारण
मोहन सिंह
– अमिट लेख
बेतिया, (ए.एल.न्यूज़)। आज स्थानीय प्रेक्षागृह में पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग द्वारा संचालित योजनान्तर्गत निर्मित/निर्माणाधीन आधारभूत संरचनाओं का उद्घाटन/शिलान्यास तथा लाभुकों को डमी चेक/मत्स्य विपणन किट/साईकिल-सह-ऑईस बॉक्स/कार्यादेश वितरण इत्यादि हेतु एक दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

इस कार्यक्रम की अध्यक्षता विभाग की अपर मुख्य सचिव, डॉ0 एन0 विजयलक्ष्मी ने की। कार्यक्रम का विधिवत दीप प्रज्जवलित कर शुभारंभ किया गया। इस कार्यक्रम में विभाग द्वारा संचालित योजनान्तर्गत हरिवाटिका मत्स्य बीज प्रक्षेत्र पर निर्मित खुदरा मत्स्य बिक्री बाजार का उद्घाटन श्रीमती रेणु देवी, मंत्री, पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग, बिहार के द्वारा किया गया, जिससे कि जिलें में स्वच्छ एवं ताजी मछलियाँ आमजन तक उपलब्ध कराया जा सके। साथ हीं कॉम्फेड के तिरहुत दुग्ध संघ के अंतर्गत राज्य सरकार के सहयोग से 10 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले 1 लाख लीटर प्रतिदिन क्षमता के अत्याधुनिक दुग्ध प्रसंस्करण संयंत्र एवं अनुमंडलीय पशु चिकित्सालय, बेतिया एवं जिलास्तरीय संसाधन एवं प्रशिक्षण केन्द्र बेतिया का शिलान्यास मंत्री महोदया, पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग द्वारा किया गया।

बेतिया जिला में 1 लाख लीटर प्रतिदिन क्षमता के अत्याधुनिक दुग्ध प्रसंस्करण संयंत्र स्थापित होने से सीधा लाभ लगभग 25,000 दुग्ध उत्पादक किसानों को मिलेगा, जो पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज एवं आसपास के क्षेत्रों में कार्यरत हैं। इसके साथ ही स्थानीय स्तर पर 300 से अधिक प्रत्यक्ष रोजगार और 1,000 से अधिक अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर पैदा होंगे तथा अनुमंडलीय पशु चिकित्सालय के नये भवन बन जाने से जिला अन्तर्गत पशुपालकों को पशुओं की चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराना सुगम होगा। कार्यक्रम का शुभारंभ अभिषेक रंजन, निदेशक मत्स्य के द्वारा स्वागत संबोधन से किया गया। साथ हीं उज्जवल कुमार सिंह, निदेशक, पशुपालन द्वारा कार्यक्रम का संबोधन किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता विभाग की अपर मुख्य सचिव, डॉ0 एन0 विजयलक्ष्मी के द्वारा किया गया। इस अवसर पर विभाग की अपर मुख्य सचिव, डॉ0 एन0 विजयलक्ष्मी ने कहा कि जिला मत्स्य प्रक्षेत्र, पषुपालन, गव्य एवं कॉम्फेड के क्षेत्र में कृषकों/उद्यमियों के द्वारा बहुत अच्छा कार्य किया जा रहा है। इसके साथ हीं उन्होंने कृषकों को उनके बेहतरीन कार्य के लिए शुभकामनाएँँ दी। इसके अलावा मत्स्य पालन के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए बिहार को राष्ट्र्रीय-स्तर पर सम्मान मिलने के लिए निदेशक मत्स्य तथा सभी विभागीय पदाधिकारियों को शुभकामनाएँँ दी। अपर मुख्य सचिव के द्वारा बताया गया कि राज्य में मत्स्य उत्पादन का कारोबार 25 हजार करोड़ का है तथा उसको 01 लाख करोड़ करने की संभावनाओं पर जोर देने के साथ अपना संबोधन समाप्त किया। इस अवसर पर मंत्री, पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग, बिहार ने कहा कि पश्चिम चम्पारण जिले के आज यह बड़ा दिन है। जिले में आज चार-चार कार्यक्रम हुए हैं। मछली उत्पादन के क्षेत्र में पश्चिम चम्पारण जिला सहित बिहार राज्य आत्मनिर्भर बन रहा है। अपने यहां की उत्पादित मछलियां बाहर भेजी जा रही है। यहां की मछलियों की डिमांड काफी बढ़ी है। मत्स्य, पशु से जुड़े लोगों को प्रशिक्षण दिलाया जा रहा है। चौर आदि का विकास कराया जा रहा है। सांसद, संजय जायसवाल, विधायक, उमाकांत सिंह, नारायण साह द्वारा कार्यक्रम में उपस्थित कृषकगण एवं विभागीय पदाधिकारी को अपने अभिभाषण से संबोधित कियें। इस अवसर पर विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की प्रदर्शनी लगाई गई। साथ हीं कृषकों से संवाद की गईं। मंत्री, श्रीमती रेणु देवी ने अपने संबोधन में कहा मुझे हर्ष के साथ कहना है कि राज्य में वर्ष 2024-25 में मत्स्य उत्पादन 9.59 लाख मीट्रिक टन हुआ है जिसमें पश्चिम चम्पारण (बेतिया) में 38.50 हजार मीट्रिक टन मत्स्य उत्पादन हुआ है। राज्य के विभिन्न जिलों से प्राप्त आँकड़ों के अनुसार राज्य से 39.07 हजार टन मछली देष के प्रमुख शहरों में भेजी जा रही है जिसमें पष्चिम चंपारण (बेतिया) से 6.30 हजार मीट्रिक टन का निर्यात हो रहा है। बिहार राज्य देश में मीठे पानी के मछली उत्पादन में चौथे स्थान पर है। इसी कड़ी में आज के इस कार्यक्रम में विभागाधीन संचालित योजनाओं से संबंधित मत्स्य प्रभाग के तहत जिला मत्स्य कार्यालय, प…