



बेतिया से उप-संपादक का चश्मा :
महाराजा स्टेडियम में एशिया कप हॉकी ट्रॉफी का भव्य स्वागत
सांस्कृतिक कार्यक्रमों से सजी शाम
न्यूज़ डेस्क, जिला पश्चिम चंपारण
मोहन सिंह
– अमिट लेख
बेतिया, (ए.एल.न्यूज़)। पूरे जिले के लिए गर्व का क्षण तब आया जब “हीरो एशिया कप 2025 पुरुष हॉकी चैम्पियनशिप ट्रॉफी गौरव यात्रा” 19 अगस्त की देर संध्या बेतिया के महाराजा स्टेडियम पहुंची। यह आयोजन हॉकी प्रेमियों और युवाओं में उत्साह का संचार करने वाला साबित हुआ।

ज्ञातव्य हो कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 17 अगस्त 2025 को राजगीर हॉकी स्टेडियम परिसर में इस प्रतिष्ठित ट्रॉफी और आधिकारिक मास्कॉट “शुभंकर चंद” का भव्य अनावरण किया था। इसी अवसर पर “ट्रॉफी गौरव यात्रा” का शुभारंभ भी किया गया, जिसके तहत यह ट्रॉफी बिहार के सभी 38 जिलों और प्रमुख शहरों में ले जाई जा रही है, ताकि राज्य भर में खेल भावना और हॉकी के प्रति आकर्षण बढ़े। राजगीर पहली बार इस अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंट की मेजबानी कर रहा है। 29 अगस्त से 7 सितंबर 2025 तक आयोजित होने वाली इस प्रतियोगिता में एशिया की शीर्ष 8 टीमें भारत, चीन, जापान, मलेशिया, दक्षिण कोरिया, बांग्लादेश, चीनी ताइपे और कजाकिस्तान अपनी प्रतिभा और खेल कौशल का प्रदर्शन करेंगी।
बेतिया में भव्य स्वागत :
महाराज स्टेडियम, बेतिया में जिला पदाधिकारी धर्मेंद्र कुमार ने बिहार राज्य खेल प्राधिकरण की ओर से आई टीम से ट्रॉफी को प्राप्त किया। इस अवसर पर उप विकास आयुक्त सुमित कुमार, डीआरडीए निदेशक पुरुषोत्तम कुमार त्रिवेदी, ओएसडी सुजीत कुमार, जिला कला एवं संस्कृति पदाधिकारी राकेश कुमार और जिला खेल पदाधिकारी विजय कुमार पंडित उपस्थित रहे। ट्रॉफी आगमन के उपलक्ष्य में एक भव्य स्वागत समारोह और सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिले के खिलाड़ियों, खेल प्रेमियों और आम नागरिकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
सांस्कृतिक प्रस्तुतियां :
कार्यक्रम में राज्य संपोषित कन्या उच्च माध्यमिक विद्यालय और राज इंटर कॉलेज की छात्र-छात्राओं ने बिहार की पारंपरिक लोक नृत्य प्रस्तुत कर दर्शकों का मन मोह लिया। इन प्रस्तुतियों का निर्देशन राज इंटर कॉलेज की संगीत शिक्षिका श्रीमती खुशबू मिश्रा, राज्य संपोषित कन्या उच्च माध्यमिक विद्यालय की शिक्षिकाएं श्रीमती निशा और श्रीमती पूनम ने किया। मंच संचालन की जिम्मेदारी सुश्री मैरी एडलिन ने बखूबी निभाई।
खेल भावना का संदेश :
इस गौरव यात्रा के माध्यम से न केवल खिलाड़ियों में जोश और उमंग का संचार हुआ, बल्कि जिले में हॉकी खेल के पुनर्जीवन और नई ऊर्जा की नींव भी रखी गई। खेल प्रेमियों का मानना है कि इस आयोजन से जिले के युवा खेल की ओर आकर्षित होंगे और राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए प्रेरित होंगे।