



नरकटियागंज से अमित तिवारी की रिपोर्ट :
ग्रामीणों ने साफ कर दिया है कि जब तक उनके गांव की सड़क नहीं बनेगी, तब तक बिहार विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करेंगे
न्यूज़ डेस्क, जिला पश्चिम चम्पारण
अमित तिवारी
– अमिट लेख
नरकटियागंज, (ए.एल.न्यूज़)। सरकार और जनप्रतिनिधियों के खोखले वादों से तंग आकर गौनाहा प्रखंड के धनौजी पंचायत के बंसपुर गांव के लोगों नेआगामी चुनाव में वोट बहिष्कार का बड़ा फैसला ले लिया है। ग्रामीणों ने साफ कर दिया है कि जब तक उनके गांव की सड़क नहीं बनेगी, तब तक बिहार विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करेंगे। बरसात के दिनों में यह गांव दलदल और कीचड़ में डूब जाता है। बच्चों को स्कूल जाना किसी जंग से कम नहीं, बीमारों को खाट पर लादकर अस्पताल पहुंचाना पड़ता है और रोज़मर्रा की ज़िंदगी बदहाल हो जाती है।
ग्रामीणों का कहना है :
नेताओं से अब सिर्फ वादे सुने हैं, काम नहीं देखा। अब वोट तभी मिलेगा जब सड़क बनेगी।” इस आंदोलन में शांति देवी, शिव राय, विनोद शर्मा, गोपाल राय, रंजीू देवी, रेशमी देवी, निमकी देवी, बच्ची देवी, अनीता देवी, लालपरी देवी, रेखा देवी, राबड़ी देवी, रेनू देवी, रीना देवी, उमरावती देवी, सिकंदर शर्मा, राजू साह, कौशल्या देवी, हीरामती देवी, सत्यनारायण साह, कुमारी देवी, लालमुनी देवी, रीमा देवी, सुगिया देवी, पतारी देवी और रामवती देवी सहित सैकड़ों ग्रामीण शामिल हैं।
ग्रामीणों का यह ऐलान सरकार और नेताओं के लिए सीधा संदेश है :
अगर जनता की बुनियादी जरूरतें पूरी नहीं होंगी, तो विरोध अब सीधे मतपेटी में दिखेगा। अब सवाल यह है कि क्या चुनावी मौसम में नेताओं के भाषणों की गूंज ज्यादा तेज़ होगी या बासपुर गांव की सच्चाई? क्या नेताओं के वादे फिर से जनता को बहलाएँगे या इस बार जनता अपना हक लेकर ही दम लेगी? बासपुर का बहिष्कार बिहार चुनाव में बड़ा सवाल बन सकता है।