छपरा से हमारे प्रमंडलीय ब्यूरो का संकलन :
राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर एकमा में संगोष्ठी आयोजित
तेजी से प्रसारित गलत सूचनाओं का नकारात्मक प्रभाव समाज पर हो रहा है
जिससे पत्रकारिता के प्रति विश्वास पर भी असर पड़ रहा है
न्यूज़ डेस्क, जिला पश्चिम चंपारण
संवाददाता
– अमिट लेख
एकमा, (सारण)। पत्रकारिता की विश्वसनीयता को बरकरार रखने के लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता है। क्योंकि डिजिटल युग में तीव्र गति से सूचनाओं के प्रसार के बीच तथ्य की सटीकता के प्रति हर स्तर पर संजीदगी एक अनिवार्य तथ्य है।

उक्त बातें नेशनल यूनियन ऑफ़ जर्नलिस्ट्स (इंडिया) के पूर्व जिला महासचिव सह वरीय पत्रकार धर्मेंद्र रस्तोगी ने एकमा में राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर आयोजित संगोष्ठी में पत्रकार साथियों को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने यह भी कहा कि सनसनी फैलाने के चक्कर में सूचनाओं की पड़ताल ठीक से नहीं की जा रही है। तेजी से प्रसारित गलत सूचनाओं का नकारात्मक प्रभाव समाज पर हो रहा है। जिससे पत्रकारिता के प्रति विश्वास पर भी असर पड़ रहा है। मीडिया के सभी आयामों प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक व सोशल मीडिया से जुड़े पत्रकारों को फैक्ट चैकिंग पर अवश्य ध्यान देना चाहिए। संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए स्थानीय पत्रकार मोतीचंद प्रसाद ने कहा कि डिजिटल पत्रकारिता शहरों से निकलकर अब सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंच गई हैं। जिस कारण समाचार विस्फोटक होने लगा है। जिसका खामियाजा पत्रकारों को भुगतना पड़ रहा है। शहर से लेकर आंचलिक और पंचायत स्तर तक फैले आज के पत्रकारों के समक्ष जोखिम भरी चुनौतियाँ पहले से ज्यादा बढ़ गई हैं, लेकिन हमारे युवा पत्रकार साथियों ने इस चुनौती को स्वीकार किया है। राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर आयोजित संगोष्ठी में स्थानीय समाजसेवी योगेंद्र शर्मा ने उपस्थित सभी पत्रकार साथियों को राष्ट्रीय प्रेस दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि पत्रकारिता समाज में बेहद सकारात्मक भूमिका निभाती है। इसलिए पत्रकारों को पत्रकारिता की विश्वसनीयता को कायम रखने के लिए धैर्य, परिश्रम, सकारात्मकता पर बल देना चाहिए। नेशनल यूनियन ऑफ़ जर्नलिस्ट्स (इंडिया) गोपालगंज इकाई के पूर्व जिला महासचिव सह वरीय पत्रकार के. के. सिंह सेंगर ने कहा कि तकनीकी क्रांति के इस दौर में पत्रकारिता की विश्वसनीयता को कायम रखने के लिए सामूहिक प्रयासों की नितांत आवश्यकता है। साथ ही खबरों में वैल्यू एडिशन की प्रक्रिया के महत्व, कंटेंट क्रिएटर व पत्रकारिता के बीच के अंतर को समझे जाने, पत्रकारिता के नैतिक मूल्यों के परिपालन की भी आवश्यकता है। संगोष्ठी की अध्यक्षता स्थानीय वरीय पत्रकार मोतीचंद प्रसाद ने की। जबकि मंच संचालन वरीय पत्रकार के. के. सिंह सेंगर ने किया। संगोष्ठी को एनयूजे (आई) के पूर्व जिला महासचिव सह प्रमंडल के वरीय पत्रकार धर्मेंद्र रस्तोगी, पत्रकार मोतीचंद प्रसाद, केके सिंह सेंगर, विनीत कुमार, नागेंद्र राय, सुनील पंडित, अमित सिंह, संजीत कुमार, डॉ प्रभुनाथ शर्मा, समाजसेवी योगेन्द्र शर्मा आदि अन्य क्षेत्रीय पत्रकारों ने संबंधित किया।








