बगहा से हमारे संवाददाता की रिपोर्ट :
पीड़ित किसान का लगभग 50-60 हज़ार मूल्य का अनाज आग में जलकर हुआ ख़ाक
पीड़ित किसान ने दिया स्थानीय मुखिया को मुआवजा हेतु आवेदन
न्यूज़ डेस्क, बगहा पुलिस जिला
यादव कमलेश
– अमिट लेख
सेमरा बाजार, (ए.एल.न्यूज़)। बीते रात करीब 2 बजे सेमरा थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम महुअर के टोला ओझवलिया निवासी एक गरीब किसान जीतेन्द्र पाण्डेय के एक बीघा खेत से उपजे धान का बोझा का ढ़ेर स्थानीय रमण पाण्डेय के दरवाजे पर रखा हुआ था।

उक्त धान के ढ़ेर सहित पास में रखे पुआल में अचानक लगी आग ने गरीब किसान का पूरे एक साल का निवाला जहाँ छीन लिया वहीँ गांव के वेदप्रकाश तिवारी का पुआल इस अग्नि विभीषिका की भेंट चढ़ गई। रात्री लगभग 2.10 बजे अचानक दरवाजे पर उठ रही आग की प्रचंड लपटों से घबराये रमण पाण्डेय तथा उनके पारिवारिक सदस्यों ने आग की लपट से अपने घर को बचाने का प्रयत्न करते हुये आग पर काबू पाने का विभिन्न कोशिश किये।

दुर्भाग्य यह रहा की सर्द का मौसम होने और गहरी निंद्रा के कारण गांव के लोग तो दूर आस-पास के पडोसी भी नहीं जग पाएं। लिहाजा, पहले रमण पांडेय ने स्थानीय पुलिस थाना के 112 डायल पर सूचना दी गई, परन्तु अग्नि विभीषिका में अपनी असमर्थता जताते हुये पुलिस द्वारा फायर ब्रिगेड का नंबर सूचक रमण पांडेय को दिया गया।
तदनुपरान्त, रमण पांडेय ने अग्नि शामक विभाग बगहा को रात्री लगभग 2.58 बजे को सेल फोन को सूचना दी गई जो दो वाहनों के साथ सुबह करीब 5 बजे मौके पर पहुंचा तबतक जीतेन्द्र पांडेय का समूल धान आग में जलकर ख़ाक हो गई। परन्तु, अग्निशामक दल के पहुँचने से आस-पास घरों में रखे रसोई गैस सिलिंडर, बाइक और खिड़की पर्दा के करीब तक उठ रही आग की लपटों पर त्वरित उपायों से काबू पा लिया गया। जिससे एक बड़ी अनहोनी की घटना को टाल दिया गया। इस आशय की जानकारी लिखित रूप से मौके पर पहुंचे अग्निशामक दल के पदाधिकारी को देते हुये सुबह-सुबह सेमरा-काटकुईयां पंचायत की मुखिया को लिखित रूप में देते हुये पीड़ित किसान ने सरकार से प्राकृतिक आपदा प्रबंधन के तहत उचित मुआवजा प्रदान करने का अनुनय किया है। आगजनी की इस घटना से समस्त ग्रामीण जन जहाँ हतप्रभ हैँ वहीं इस आगजनी की घटना को किसी की द्वेषता का परिणाम भी माना जा रहा है। ग्रामीणजनों में सर्वश्री विजय कुमार पाण्डेय, रामदेव राम, मुकेश श्रीवास्तव, संजय पासवान, अरुण पाण्डेय, सुमन पांडेय, हरि पंडित सहित अन्य ग्रामीणों ने इस घटना की कड़ी आलोचना करते हुये अमिट लेख के माध्यम से पीड़ित किसान को उचित मुआवजा देने के लिए स्थानीय प्रशासन से गुहार लगाया है।








