



तेजप्रताप ने कहा बागेश्वर बाबा डरपोक है और देशद्रोही है। क्योंकि वह हिंदू मुसलमान को लडवा रहे हैं
✍️ अमित कुमार, स्टेट हैड
– अमिट लेख
पटना डायरी। बाबा बागेश्वर के आगमन को लेकर लगातार सियासत गर्म है। धर्मवाद को कुरेदते हुये ऐसे मसलों पर अनायास लोग लामबंद हो, जिस प्रकार आपा खोने जैसी हरकतों पर उतारू होने लगते हैं, बस कुर्सी के रहनुमाइयों को इसी मौके की तलाश होती है। और प्रान्त दर प्रान्त इससे उपज़ी चिंगारी समूल देश को अपने आगोश में लेते हुये। धर्म और जातीय राजनितिक बहुरुपियों की ताजपोशी कर देश को दकियानुशी माहौल में लगातार बार-बार धकेलते जा रहा है। फिर देश का विकास और जनहित योजनाओं की बातें बेमतलब साबित होने लगता है।
आगामी 2024 में राष्ट्रीय लोकसत्ता पाने की होड़ में अमूमन सभी राजनितिक दल ऐसे हीं बेतुका प्रसंगों में उलझे और आमजनों को उलझाने का तबियत बना एक दूसरे पर अपने अपने तरकश के तीर चलाने में मशगुल नज़र आने लगे हैं। खासकर इस कड़ी में केंद्रीय सत्तासीन दल को बिहार की सत्ता से दरकिनार होने का खास मलाल है। तभी तो आये दिन नये नये झमेलों को बिहार में बड़े हीं खूबसूरती से पड़ोसा जाने लगा है। अगड़ी, पिछड़ी, जात और मज़हब के सरोकारी अपना अपना गेंद जनमत की पिच पर पास आउट करते दिख रहें। इनदिनों सूबे में रामनवमी बवण्डर के विफल होने से बेचैन एक खास दल बाबा बागेश्वर का ठीकड़ा बिहार में फोडने को बेताब है। इसी चटकारे मसाले को दिलचस्प बनाने की मंशा से मीडिया ने आज बिहार सरकार के मंत्री तेज प्रताप यादव को रोक उनका पक्ष जानना चाहा है। बिहार सरकार के मंत्री ने तेज़प्रताप ने सपाट शब्दों में कहा बाबा बागेश्वर धाम के लोग रोज आकर हम से माफी मांग रहे हैं। उसका वीडियो हमारे पास है और हम जल्द ही रिलीज करेंगे। तेजप्रताप ने कहा बागेश्वर बाबा डरपोक है और देशद्रोही है। क्योंकि वह हिंदू मुसलमान को लडवा रहे हैं। अब देखना यह है की धर्मवाद, जातिवाद और अगड़े पिछड़े की राजनीति से जुड़े कुर्सी के लिए जुगते इस तिलस्मी जुगाड़ में जनता का रुझान किनके पक्ष का जयकारा लगाती है।