परतावल क्षेत्र के एक बिजली ठेकेदार को उसी फर्म से कांट्रेक्ट के आधार पर काम मिला है, जिस फर्म से बिहार का ठेकेदार भी काम लेने का प्रयास कर रहा था
मोतिहारी पुलिस इस बात की तस्दीक करने की कोशिश में जुटी है कि कहीं बिजली ठेकेदारी के वर्चस्व को लेकर ओमप्रकाश की हत्या तो नहीं की गई
✍️ दिवाकर पाण्डेय, जिला न्यूज़ ब्यूरो
– अमिट लेख
मोतिहारी, (विशेष)। बिजली के ठेकेदार ओमप्रकाश सिंह की गोली मारकर हत्या के मामले में मोतिहारी पुलिस जांच करने श्यामदेउरवा थाना क्षेत्र में पहुंची। क्षेत्र के एक संदिग्ध का क्राइम हिस्ट्री व अन्य जानकारी लेकर वापस लौट गई। मोतिहारी पुलिस के मुताबिक हत्याकांड में जांच की ठेकेदारी के एंगल को भी खंगाला जा रहा है।
परतावल क्षेत्र के एक बिजली ठेकेदार को उसी फर्म से कांट्रेक्ट के आधार पर काम मिला है, जिस फर्म से बिहार का ठेकेदार भी काम लेने का प्रयास कर रहा था। मोतिहारी पुलिस परतावल क्षेत्र के ठेकेदार से पूछताछ की। इसके मुताबिक परतावल क्षेत्र के ठेकेदार ने बिहार के ठेकेदार से किसी भी प्रकार के संबंध को अस्वीकार किया। इसके बाद मोतिहारी पुलिस श्यामदेउरवा थाने में पहुंची। वहां स्थानीय स्तर का एक मामला परतावल के ठेकेदार के खिलाफ दर्ज मिला। जिसका ब्योरा लेकर टीम लौट गई। कोई खास सुराग नहीं मिला। मोतिहारी जिले के फेनहारा थाना क्षेत्र में बीते शनिवार को ठेकेदार ओमप्रकाश सिंह को 22 गोली मार कर हत्या की गई थी। ओमप्रकाश स्कार्पियो से जा रहा था। गाड़ी में कुल तीन लोग सवार थे, लेकिन हमलावरों ने केवल ओमप्रकाश सिंह को ही टारगेट बनाकर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। अन्य दो सवार को खरोंच भी नहीं आई थी। मोतिहारी पुलिस के मुताबिक ओमप्रकाश सिंह बिजली का बड़े ठेकेदार था। उसके खिलाफ भी कई केस दर्ज हैं। कुशीनगर जनपद के कप्तानगंज थाना क्षेत्र में उनका बिजली का काम चल रहा था। महराजगंज जिले में भी एक फर्म को 889 किमी तार व पोल बदलने का कार्य मिला था। उसी फर्म से ओमप्रकाश की भी ठेकेदारी के लिए काम लेने का प्रयास कर रहा था। कप्तानगंज जाने के लिए ही वह घर से निकला था, लेकिन घर से कुछ दूरी पर ही उनकी बेहरमी से हत्या कर दी गई। जिस संदिग्ध के बारे में बिहार पुलिस पता करने श्यामदेउरवा क्षेत्र में जांच-पड़ताल करने आई थी, उसका स्थानीय थाना में केवल एक केस मिला। वह भी लोकल मामला है। मोतिहारी पुलिस के अलावा कोई अहम सुराग नहीं मिला है। हत्याकांड की जांच के लिए मोतिहारी पुलिस बिहार के चार जिलों में दबिश दे चुकी है। विवेचना के दौरान यह बात सामने आई कि ओमप्रकाश सिंह महराजगंज जिले में एक फर्म को मिले 889 किमली लंबे बिजली के तार-खंभे को बदलने का कांट्रेक्ट लेने का प्रयास कर रहा था। उसी फर्म से परतावल क्षेत्र का एक ठेकेदार 90 किमी का काम मिला है। ऐसे में मोतिहारी पुलिस इस बात की तस्दीक करने की कोशिश में जुटी है कि कहीं बिजली ठेकेदारी के वर्चस्व को लेकर ओमप्रकाश की हत्या तो नहीं की गई। कारण, जिस तरह उसे गोली मारी गई थी उससे स्पष्ट है कि हमलावर शार्पशूटर व प्राफेशनल हैं। हालांकि, सोशल मीडिया पर बिहार के ही एक व्यक्ति ने ठेकेदार हत्याकांड की जिम्मेदारी ली है। सोशल मीडिया पर उसने लिखा है कि उसने संतोष झा हत्याकांड का बदला ले लिया है, लेकिन मोतिहारी पुलिस यह पुख्ता करना चाहती है कि कहीं जांच भटकाने के लिए तो सोशल मीडिया का सहारा नहीं लिया गया। मोतिहारी पुलिस बुधवार की रात करीब साढ़े आठ बजे आई थी। परतावल क्षेत्र के एक व्यक्ति के घर का पता व अन्य जानकारी लेकर लौट गई।