



संकटमोचन नगर में रविवार की अहले सुबह प्राइवेट शिक्षक की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई
इलाज के लिए पटना ले जाने के दौरान उसने रास्ते में ही दम तोड़ दिया
✍ अरुण कुमार ओझा, अनुमंडल ब्यूरो
– अमिट लेख
आरा /भोजपुर। शहर के नवादा थाना क्षेत्र के संकटमोचन नगर में रविवार की अहले सुबह प्राइवेट शिक्षक की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। इलाज के लिए पटना ले जाने के दौरान उसने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। घटना को लेकर आसपास के इलाके में सनसनी मच गई है। जानकारी के अनुसार मृतक मूल रूप से शाहपुर थाना क्षेत्र के ईश्वरपुरा गांव निवासी सोपाल जी सिंह के 32 वर्षीय पुत्र मनीष कुमार हैं। वह पेशे से एक प्राइवेट शिक्षक हैं एवं शाहपुर स्थित निजी स्कूल में शिक्षक के पद पर कार्यरत थे। वह वर्तमान में नवादा थाना क्षेत्र के संकटमोचन नगर मोहल्ले में करीब 20 वर्षो से अपने मकान में रहता था। इधर मृतक के पिता सोपाल जी सिंह ने बताया कि करीब आठ वर्षो से जमीन को लेकर उनके सगे भाई व उनके परिवार वालों से विवाद चला रहा है। जमीनी विवाद को लेकर ही 2016 में भी उनके द्वारा मृतक के साथ मारपीट की गई थी। उस नाली में डुबोकर उस समय भी मारा गया था। जिसके बाद उनके द्वारा प्राथमिकी भी दर्ज कराई थी। उसके बाद बात खत्म हो गई थी। रविवार की अहले सुबह उनके सगे भाई एवं उनके परिवार वाले आए और उनके बेटे को अपने साथ अपने छत पर ले गए जहां उन्होंने उसकी लाठी-डंडों एवं लोहे के डर से जमकर पिटाई की। जिससे वह गंभीर रूप से जख्मी हो गया। इसके बाद उन्होंने शोर मचाना शुरू किया। जिसके बाद वह लोग वहां से भाग गए। इसके बाद परिजन द्वारा उसे इलाज के लिए आरा सदर अस्पताल लाया गया। जहां से प्राथमिक उपचार करने के बाद उसकी हालत को चिंताजनक देखते हुए पटना रेफर कर दिया गया था। हालांकि परिजन उसे इलाज के लिए पटना ले ही जा रहे थे। तभी उसने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। इसके बाद परिजन उसके शव को वापस नवादा थाना ले आए। जिसके बाद पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर उसका पोस्टमार्टम सदर अस्पताल में करवाया। वहीं दूसरी ओर मृतक के पिता सोपाल जी सिंह ने अपने सगे भाई सुरेंद्र सिंह, उनकी पत्नी एवं उनके दो बेटों पर जमीनी विवाद को लेकर पीट-पीटकर अपने बेटे की हत्या करने का आरोप लगाया है। हालांकि पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। बताया जाता है कि मृतक की शादी हो रही थी और सोमवार 15 मई को पीरो थाना क्षेत्र के पंचमा गांव जाने वाली थी। बताया जाता है कि मृतक अपने दो भाइयों में बड़ा था। मृतक के पिता रिटायर्ड दरोगा है। मृतक के परिवार ने मां मीना देवी, तीन बहन एवं एक भाई विकास कुमार है। घटना के बाद मृतक के घर में कोहराम मच गया है। घटी इस घटना के बाद मृतक की मां मीना देवी एवं परिवार के सभी सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल था।