गाजे-बाजे के साथ श्रद्धालुओं ने निकाली भव्य कलश व शोभा यात्रा
संवाददाता
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एकमा/सारण। नगर पंचायत एकमा बाजार के वार्ड संख्या 19 में हेकाम गांव स्थित काली स्थान मंदिर परिसर में शनिवार को प्रतिष्ठात्मक श्री शतचण्डी महायज्ञ का शुभारंभ वैदिक मंत्रोच्चारण व जयकारे के बीच गाजे-बाजे के साथ श्रद्धालुओं के द्वारा निकाली गई भव्य कलश व शोभा यात्रा के साथ हुआ। कलश यात्रा में सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु महिलाएं, युवतियां व पुरुष शामिल हुए।
शनिवार की सुबह हेकाम गांव स्थित महायज्ञ आयोजन स्थल से श्रद्धालु सीमावर्ती मांझी प्रखंड के डुमाईगढ़ स्थित सरयू नदी के तट पर पहुंचे। जहां विधि-विधान के साथ कलश की पूजा-अर्चना की गई। जिसके बाद कलश में सरयू नदी का पवित्र जल भरा गया। जलभरी के बाद श्रद्धालु एकमा बाजार पहुंचे। शोभा यात्रा नगर पंचायत एकमा बाजार के ब्लॉक रोड, एकमा बाजार, रेलवे गुमटी, हंसराजपुर, छपरा-सिवान नेशनल हाईवे 53 होते हुए हेकाम गांव के महायज्ञ परिसर पहुंचे। शोभा यात्रा में शामिल श्रद्धालु जय माता दी, हर हर महादेव, जय श्री राम, जय संकट मोचन हनुमान आदि के जयकारे लगाते रहे। इस दौरान नगर पंचायत एकमा बाजार के ब्लॉक रोड के अलावा कई अन्य जगहों पर श्रद्धालुओं का लोगों ने स्वागत एवं गर्मी के मौसम व धूप को ध्यान में रखकर बाजार के व्यवसाई वर्ग द्वारा कलश यात्रा में शामिल श्रद्धालुओं के लिए शीतल जल व शर्बत आदि की व्यवस्था किए गए। कलश सह शोभा यात्रा में वाराणसी से पधारे यज्ञाचार्य पंडित अमित मिश्र, नगर पंचायत एकमा बाजार के मुख्य पार्षद प्रतिनिधि दीपक राज, वार्ड पार्षद प्रतिनिधि संजय सिंह, अवधेश यादव, संजीव कुमार आदि सहित नगर पंचायत एकमा बाजार, हेकाम, एकारी व आसपास के अन्य गांवों के सैकड़ों महिला-पुरुष व नौजवान शामिल हुए। यज्ञाचार्य पंडित अमित मिश्र व वार्ड पार्षद प्रतिनिधि संजय सिंह ने बताया कि हेकाम गांव में प्रतिष्ठात्मक श्री शत शचण्डी महायज्ञ का आयोजन कलश यात्रा व मंडल प्रवेश के साथ शनिवार शुभारंभ हो गया है, जो 28 मई तक चलेगा। शनिवार को शाम सात बजे से रात 10.00 बजे तक प्रतिदिन वृंदावन की कथा वाचिका देवी गौरी प्रिया प्रतिदिन श्रद्धालुओं को राम कथा का रसपान कराएंगी। 21 मई की सुबह मुकुट के अधिवास व अरणी मंथन से पूजन के बाद हवन पूजन होगा। प्रतिदिन दोपहर 12.00 बजे आ अपराह्न 3.00 बजे तक रासलीला की प्रस्तुति होगी। 28 मई को महायज्ञ की पूर्णाहुति व भंडारा के बाद शाम में भगवती जागरण का आयोजन किया जाएगा।