



पुराने भोर भवन के बनाने के लिए प्राक्कलन बनाने का मुख्य उद्देश्य भवन का टिकाऊ होने के लिए लाखों रुपए खर्च करके अच्छा एवं सुंदर भवन बनाना था
✍️ अरुण कुमार ओझा, अनुमंडल ब्यूरो
– अमिट लेख
आरा/भोजपुर, (विशेष)। प्रखंड मुख्यालय चरपोखरी में पुराने भोर भवन के बनाने के लिए प्राक्कलन बनाने का मुख्य उद्देश्य भवन का टिकाऊ होने के लिए लाखों रुपए खर्च करके अच्छा एवं सुंदर भवन बनाना था।
भवन निर्माण में प्राक्कलन के अनुसार कार्य नहीं कराए जाने से सामाजिक कार्यकर्ताओं में गहरा आक्रोश व्याप्त है। प्रखंड मुख्यालय में बनाए जा रहे पुराने भोर भवन में कार्य लगाया गया था तो लोगों को उम्मीदें जगी थी कि अच्छा भवन का निर्माण होगा कार्यपालक पदाधिकारी सह पंचायती राज पदाधिकारी चरपोखरी संजय कुमार कनीय अभियंता एवं कार्य करा रहे एजेंसी के मिली भगत से प्राक्कलन के अनुसार कार्य नहीं कराया जा रहा है। दीवारों में इधर-उधर सीमेंट लगाकर खानापूर्ति की जा रही है। फर्श पर टाइल्स लगाने में अनियमितता बरती जा रही। घटिया क्वालिटी के टाइल्स को बालू के फर्श पर बिना ढलाई लगाया जा रहा है। जो टिकाऊ नहीं हो सकता। टाइल्स लगने के कुछ दिनों के बाद ही जर्जर हालत में पहुंचने लगेगा। लाखों रुपए का काम कराया जा रहा है लेकिन सूचना पट नहीं लगाया गया। जिससे खुलासा हो जाए कि कितने राशि का प्राक्कलन बनाया गया है। जिससे साफ जाहिर है की इस योजना में बड़े पैमाने पर लूट खसोट की जा रही है। सामाजिक कार्यकर्ताओं का कहना है कि जब प्रखंड मुख्यालय में प्राक्कलन के अनुसार भवन के जीर्णोधार में गड़बड़ी की जा रही है तो ग्रामीण क्षेत्रों में अच्छा कार्य कराना प्रशासन की पोल खोल कर रख दी है। इस संबंध में पंचायती राज पदाधिकारी चरपोखरी से भोर कार्यालय के उत्तर दो कमरा का जीर्णोधार के बारे में जानकारी लेने की मोबाइल फोन से सम्पर्क करने की कोशिश की गई की प्राक्कलन के अनुसार आपके द्वारा कार्य नहीं कराया जा रहा है। बिना ढलाई सिर्फ बालू बिछाकर टाइल्स लगाया जा रहा है लेकिन संपर्क नहीं हो पाने के कारण प्रतिक्रियाएं नहीं मिल पाई। इस संबंध में योजना से संबंधित कनिय अभियंता एहसान अहमद से संपर्क करने की कोशिश की गई लेकिन उनकी प्रतिक्रियाएं नहीं मिल पाई।