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Post: सभी संसाधनों से लैस एम्बुलेंस वीटीआर को सौंपा

सभी संसाधनों से लैस एम्बुलेंस वीटीआर को सौंपा

आईसीआईसीआई फाउंडेशन द्वारा अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस एनिमल मोबाइल मेडिकल एंबुलेंस वीटीआर को सौंपा

इस एंबुलेंस में हिंसक जानवरों के लिए पिंजरा की भी है व्यवस्था है साथ हीं जानवरों के इलाज से लेकर पोस्टमार्टम तक की सुविधाएं इस एंबुलेंस में मौजूद है

✍️ वाल्मीकिनगर से नंदलाल पटेल की रिपोर्ट

– अमिट लेख

वाल्मीकिनगर, (विटीआर विशेष)। वीटीआर जंगल से भोजन पानी की तलाश में अक्सर हिंसक वन्य जीव रिहायशी इलाकों का रुख करते हैं। जिसके बाद उनके रेस्क्यू को लेकर काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

लेकिन अब यह परेशानी दूर हो जाएगी क्योंकि नेशनल टाइगर कंजरवेशन अथॉरिटी के निर्देश पर आईसीआईसीआई फाउंडेशन द्वारा अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस एनिमल मोबाइल मेडिकल एंबुलेंस वीटीआर को सौंपा गया है। इस एंबुलेंस में हिंसक जानवरों के लिए पिंजरा की भी है व्यवस्था है साथ हीं जानवरों के इलाज से लेकर पोस्टमार्टम तक की सुविधाएं इस एंबुलेंस में मौजूद है।

लिहाजा वन्य जीवों के इलाज के लिए अब पटना या अन्य राज्यों का रुख नहीं करना पड़ेगा। बताया जा रहा है की मानव और वन्य जीवों के बीच द्वंद की स्थिति में यह एंबुलेंस काफी कारगर साबित होगा। वाल्मीकी टाइगर रिजर्व वन प्रमंडल दो के डीएफओ नीरज नारायण ने हरी झंडी दिखाकर इसका शुभारंभ किया है। इंडो नेपाल सीमा पर अवस्थित वाल्मीकी नगर के जंगल कैंप में धूमधाम से इसका उद्घाटन किया गया। इस मौके पर डीएफओ नीरज नारायण ने बताया की आईसीआईसीआई फाउंडेशन द्वारा देश के विभिन्न टाइगर रिजर्व और सैंक्चरीज में वन विभाग को मदद मिलती रही है। उसी क्रम में बिहार में पहली बार अत्याधुनिक एनिमल मोबाइल मेडिकल एंबुलेंस की व्यवस्था आईसीआईसीआई फाउंडेशन द्वारा निर्गत की गई है। नेशनल टाइगर कंजरवेशन अथॉरिटी के निर्देश पर यह एंबुलेंस मुहैया हुआ है। इसका उपयोग वन्य जीव और मानव के बीच द्वंद वाली स्थिति में किया जाएगा। उन्होंने बताया की पूर्व में भी सफलता पूर्वक रेस्क्यू जैसे कार्य किए गए हैं लेकिन अब इस एंबुलेंस के आ जाने से काम और आसान हो जाएगा और पटना या अन्य राज्यों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा।

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