



जिले के कोईलवर प्रखंड स्थित विनर अकादमी संस्था के बच्चों के बीच विचार संगोष्ठी सभा आयोजित की गई
✍️ अरुण कुमार ओझा, अनुमंडल ब्यूरो
– अमिट लेख
आरा/भोजपुर। जिले के कोईलवर प्रखंड स्थित विनर अकादमी संस्था के बच्चों के बीच विचार संगोष्ठी सभा आयोजित की गई। सभा मे बच्चों को सम्बोधित करते हुए दिशा एक प्रयास, चाइल्ड ट्रैफिकिंग के सहायक सुधांशु मिश्रा ने उन्हें बाल विवाह, बाल श्रम एवं बाल यौन शोषण से होने वाले कुप्रभाव व उसके दुष्परिणाम से बच्चों को अवगत कराया। उन्होंने बताया कि बाल्यवस्था बहुत ही सुगम और नाजुक होती है 2 से 6 वर्ष तक के बच्चे इस अवस्था मे त्वरित व स्पस्ट तरीके से किसी भी चीजो को सिख लेते है। जैसे बोलना, पुकारना, पहचान करना, इसके बाद कि अवस्था मे उन्हें जो सिखया जाता है, वह अपने स्वयं की मन से सीखता और करता है। इस अवस्था में घर के सदस्यों को जरूर ध्यान रखना चाहिए। इसी अवस्था में बच्चे भटक जाते हैं और बाल यौन शोषण, बाल श्रम के शिकार हो जाते है। शिक्षा अर्जित करने की अवस्था मे पैसा अर्जित करने की चेस्टा बढ़ जाती है जिससे बच्चे गैर कार्य मे संलिप्त हो जाते हैं। बाल विवाह प्रतिबंध लगे इस पर भी चर्चा की गई एवं उसके दंड परिणाम से अवगत कराया गया।साथ ही शांति एजुकेशनल एंड वेलफेयर फाउंडेशन के सचिव पिंटू कुमार ने बच्चों को बच्चों को यह शपथ दिलाया कि ” हम न ही बाल विवाह करेंगे न ही दूसरे को करने देंगे ” तथा बाल श्रम और बाल यौन शोषण होने पर अपने परिजनों एवं शिक्षकों को निडरता के साथ बताएंगे। कार्यक्रम में ग्रामीण समाजिक कार्यकर्ता अतुल कुमार, गोल्डन कुमार उपस्थित रहें।