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Post: तरुअनवा रसीद मामला एक सामान्य घटना

तरुअनवा रसीद मामला एक सामान्य घटना

मुखिया अथवा मुखिया पति ने नहीं बुलाया किसी ऑनलाइन एजेंट को

पंचायत भवन में अपनी स्वयं की अभिरूचि पर आ गया था कोई ऑनलाइन रसीद निर्गत करनेवाला व्यवसाई

मुखिया पति ने स्वयं जताई नाराजगी : कहा यदि थोड़ी भी भनक रहती की नाजायज करतब करनेवाला कोई है तो फटकने नहीं देते पंचायत भवन में

ग्रामीणों ने माना लोगों की जुटी भीड़ का फायदा उठाने के नीयत से आ धमका था कोई ऑनलाइन व्यवसायी

अमिट लेख के पत्रकार जगमोहन की तत्परता से बदनामी से बचे मुखिया पति साथ हीं रसीद राशि की लूट से बच गये दर्ज़नों ग्रामीण 

✍️ सह-संपादक
– अमिट लेख
बेतिया, (मोहन सिंह)। बीते दिवस अमिट लेख में प्रकाशित एक खबर “मुखिया पति ने लगाया धन उगाही का शिविर” की पड़ताल प्रकाशन के वरीय पत्रकार क्रमशः अमित तिवारी, नन्दलाल पटेल और शैलेश मणि द्वारा की गई। बताते चले की उक्त मामला एक सामान्य घटना है।

जिस मामले की भनक तक पंचायत की लोकप्रिय मुखिया अंजू देवी को नहीं है। उनके अनुसार यह वाकया किसी ऑनलाइन कंपनी के गुर्गे की व्यवसायिक प्रतिस्पर्धा का निजी अभिरूचि का नतीजा है। ग्रामीण बताये की मंगलवार के दिन स्थानीय मुखिया पति संजय ओजहिया किन्हीं गणमान्य ग्रामीणों के साथ पंचायत भवन में किसी मामले पर विचार-विमर्श कर रहे थे। इसी क्रम में एक ऑनलाइन किसी कंपनी का एजेंट मौके पर पहुँच उपस्थित जन समुदाय से ऑनलाइन जमीन की रसीद और अन्य मामलों के निपटारा कराने का अनुनय किया। जिस क्रम में उसने एक रसीद ऑनलाइन निर्गत कराने के एवज में लगभग पंद्रह सौ रुपये की मांग रखी। जिससे लोग भड़क गये और लोगों ने इसे मुखिया अथवा मुखिया पति का प्रायोजित कारनामा समझ, इस घटना को मीडिया के समक्ष उजागर कर दिया। उल्लेखनीय है की ऑनलाइन रसीद का यह प्रकरण स्वाभाविक और ऑनलाइन सेवा से जुड़े किसी एजेंट का निजी मामला है, जिसमें ना तो ऐसे किसी व्यक्ति को मुखिया अथवा मुखिया पति द्वारा बुलाया गया था, अथवा ना हीं इनके द्वारा लोगों को रसीद कटवाने का जोर दबाव या सहमति दिया गया।

हालांकि, एकबारगी हुये इस अप्रत्याशित घटना से मुखिया पति सन्न रह गये, उन्होंने ग्रामीणों से खेद प्रकट करते हुये बोला की यदि उनको जानकारी होती की कोई व्यक्ति अपने निजी फायदे के लिए ऐसा कोई कार्यक्रम करना चाह रहा है तो उसे पंचायत भवन में ऐसा करने की कत्तई इज़ाज़त नहीं दी जाती। ग्रामीणों ने माना लोगों की जुटी भीड़ का फायदा उठाने के नीयत से आ धमका था कोई ऑनलाइन व्यवसायी। “अमिट लेख” के पत्रकार जगमोहन की तत्परता से बदनामी से बचे मुखिया पति साथ हीं रसीद राशि की मनमानी लूट से बच गये दर्ज़नों ग्रामीण।

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