



बोले भाजपा अध्यक्ष सम्राट कांग्रेस से मार खाये लोग फिर एक साथ बैठे हैँ
ये ब्रेकिंग इण्डिया और लुकिंग इण्डिया के लोग हैँ जिनके खिलाफ नरेंद्र मोदी जी मेकिंग इंडिया लेकर खड़े हैँ
सम्राट चौधरी ने सीएम हाउस में अन्य राजनितिक दलों की बैठक पर उठाया सवालिया निशान
नीतीश कुमार की कुर्सी चंद विधायकों के रहने तक : सम्राट
✍️ अमित कुमार, स्टेट हैड
– अमिट लेख
पटना, (विशेष)। भाजपा को देश से आगामी लोक सभा चुनाव में हाशिये पर लाने की क़वायद में जुटे महागठबंधन की राजधानी में सफलीभूत हो रही बैठक से भगवा दल खासा बेचैन दिख रहा है।
देश में अव्वल दर्ज़े के ईमानदार पार्टी होने का दावा करनेवाले भाजपा नेता, कब कौन सा शिगुफा छोड़ बैठेंगे कुछ कहा नहीं जा सकता। कल तक महागठबंधन की बैठक में देश के नामी राजनितिक हस्तियों के जुटने पर संशय पैदा करने वाले भाजपाई आज राजधानी में अपनी खींसे निपोड़ते नज़र आये।
एक ओर जहाँ विपक्षी एकजुटता का अहसास कर जहाँ बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी जहाँ, महागठबंधन में शामिल नेताओं को सार्वजनिक स्तर पर भ्रष्टाचारियों की जमात बताया तो वहीँ प्रदेश नेता प्रतिपक्ष को अपने कार्यकर्ताओं के साथ निरंतर लोकनायक जयप्रकाश के सपनों को पूर्ण करने की नारेबाज़ी में मशगुल पाया गया।
जानकारी आवश्यक है की महागठबंधन की आज की चट्टानी एकता बैठक में रखा सभा में एक साथ शिरकत किये क्रमशः पश्चिम बंगाल सीएम, दिल्ली सीएम, तमिलनाडु सीएम, महाराष्ट्र की हस्ती उद्भव ठाकरे, आंध्र के मुख्यमंत्री, यूपी के नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव सहित
देश की प्रमुख भाजपा विरोधी राष्ट्रीय भारतीय कांग्रेस के राहुल गाँधी की उपस्थिति से भाजपा दल में घमासान मचा हुआ है। शायद यहीं कारण है की अपने-अपने बयानों में भगवा दल के नेतागण एन केन अब यहीं नसीहत उपस्थित सभी विपक्षी दलों को देने में दिलचस्पी दिखा रहे हैँ की कांग्रेस ने सबके साथ बेरुखी की है क्या उन घावों को भुलाकर एक साथ बैठना शर्मनाक नहीं।
लेकिन, दूसरी ओर विपक्षी खेमें में अब ऐसे बयानों को महागठबंधन की चट्टानी एकता में भाजपाईयों की ऐसी दलीले महज खींस निपोड़ने और दलों में फुट डालनेवाली मानसिकता से ओत-प्रोत कूटनीति माना जा रहा है। महागठबंधन के सभी घातक दलों की बैठक अभी निरंतर जारी है।