कस्बा रामकोट सहित क्षेत्र भर में हर्षोल्लास के साथ ईद-उल-अजहा (बकराईद) का त्योहार मनाया गया
✍️ रियासत अली सिद्दीकी
– अमिट लेख
रामकोट, (सीतापुर)। कस्बा रामकोट सहित क्षेत्र भर में हर्षोल्लास के साथ ईद-उल-अजहा (बकराईद) का त्योहार मनाया गया। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर ईदगाहो, मस्जिदों के बाहर पुलिस फोर्स तैनात रही।
लोगों ने घरों में बकरे की कुर्बानियां दी। क्षेत्र की सभी मस्जिदों, ईदगाहो में अलग-अलग समय में ईद-उल-अजहा की नमाज अदा की गई। मस्जिदों में सुबह 6 बजे से नमाज अदा करने का सिलसिला शुरू कर दिया गया था, जो 9 बजे तक चला। कस्बे की जामा मस्जिद में हाफिज मो. शोएब ने ईद-उल-अजहा की नमाज अदा कराई। रामकोट कस्बे की ईदगाह में हाफिज जलील अहमद की ओर से ईद-उल-अजहा की नमाज अदा कराई गई। नमाज़ के बाद अमन-ओ-अमान भाईचारे, प्यार मोहब्बत, मुल्क में अमन व शांति के लिए खुसुसी दुआ कराई गई।
नमाज से पहले मो. बख्श सिद्दीकी ने बयान किया। सिद्दीकी ने अपने खिताब मे कुर्बानी की फजीलत पर रोशनी डालते हुए कहा कि ये हमारे नबी की सुन्नत है। कुर्बानी के जरिये हम मोला से करीब होते हैं। नमाज बाद खुतबा हाफिज जलील अहमद ने दिया। उसके बाद मुल्क मे अमन पसन्दी और अच्छे मौसम की रब के हुजूर मे दुआ करायी। लोगों ने घरों में ही बकरे की कुर्बानियां दी। घरों की साफ-सफाई कर सेवई और पकवान बनाए। प्रभारी निरीक्षक रामकोट संजीव कुशवाहा, कस्बा इंचार्ज सत्यपाल सिंह, कांस्टेबल भास्कर यादव, कपिल देव, आदि लगातार क्षेत्र में घूम कर जायजा लेते रहे। नए कपड़ों में इत्र की खुशबू बिखेरते बच्चें, युवा और बुजुर्गों में गजब का उत्साह देखा गया। नमाज अदा होते ही बधाइयों और मंह मीठा कराने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। रोज खाली रहने वाला रामकोट क़स्बे का ईदगाह बृहस्पतिवार को पूरी तरह से भरा नजर आया। नमाज के समय से पहले ही लोग ईदगाह पहुंचने लगे थे। ईदगाह परिसर में मौजूद ग्राम प्रधान रामनिवास पप्पू वर्मा, आदि ने लोगों को गले लगाकर ईद-उल-अजहा की बधाई दी।