दमनकारी बुलडोजर राज़ के खिलाफ खेग्रामस ने किया अनुमंडल पदाधिकारी के समक्ष प्रदर्शन*
मुख्यमंत्री के नाम दिया 9 सुत्री मांग पत्र
गरीबों की वासभूमिहीनता खत्म करने में पीपी ऐक्ट का इस्तेमाल बहुत ही कम हुआ : फरहान राजा
सह संपादक
– अमिट लेख
बेतिया, (मोहन सिंह)। चालू विधानसभा सत्र के दौरान अखिल भारतीय खेत एवं ग्रामीण मजदूर सभा(खेग्रामस) और मनरेगा मजदूर सभा, बेतिया पश्चिम चम्पारण के बैनर से बेतिया सदर अनुमंडल पदाधिकारी के समक्ष प्रदर्शन किया तथा मुख्यमंत्री के नाम 9 सुत्री मांग पत्र सौंपा।
हरिबाटिका चौक से शुरू हुआ प्रदर्शन का नेतृत्व प्रकाश मांझी, रवीन्द्र राम, रीखी साह, अच्छेलाल महंतों सुखई राम ने नेतृत्व किया। मांग पत्र सौंपने के बाद सभा को संबोधित करते हुए इनौस जिला अध्यक्ष फरहान राजा ने कहा कि “आजादी के तुरत बाद बिहार ने ऐतिहासिक कदम उठाया था और राज्य के जमींदारों रैयतों की जमीन पर बसे भूमिहीनों को पीपी एक्ट के तहत पर्चा देकर उन्हें वासभूमि पर स्थाई हक देने का प्रावधान किया था। दुख की बात है कि दशकों बीत गए, लेकिन गरीबों की वासभूमिहीनता खत्म करने में पीपी ऐक्ट का इस्तेमाल बहुत ही कम हुआ।” ऐक्टू जिला अध्यक्ष रवींद्र कुमार रवि ने सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि “दुख और चिंता इस बात कि है कि गरीबों के वोट से बनी वर्तमान सरकार में भी गरीबों पर बुल्डोजर चलाया जा रहा है। अपने आसरे को उजड़ने से बचाने की खातिर अनेक जगह गरीबों ने पुलिस–प्रशासन का तीखा विरोध भी किया।
लेकिन प्रशासन ने निर्दयतापूर्वक उनका आशियाना उजाड़ दिया और उल्टे निर्दोष गरीबों पर मुकदमा ठोक दिया।” इनौस जिला उपाध्यक्ष अफाक अहमद ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि दलित_गरीबों के वोट से बनी सरकार के समक्ष एकबार फिर हमने चालू विधानसभा सत्र के दरम्यान प्रदर्शन के माध्यम से इस जरूरी सवाल को उठा रहे हैं। भाकपा माले बैरिया अंचल सचिव सुरेंद्र चौधरी ने कहा कि उम्मीद है कि आज के प्रदर्शन पर बिहार सरकार और अधिकारी उपरोक्त सवालों पर गम्भीरता से विचार करेंगे और उसे हल करने की पहल करेंगे। इनके अलावा हारून गद्दी, ठाकुर पटेल, प्रकाश मांझी, मनबोध साह, अच्छेलाल महंतों, सुखई राम, रामचन्द्र यादव, रवीन्द्र राम, ललिता देवी, उमा देवी, सुनीता देवी आदि नेताओं ने भी सभा को सम्बोधित किया।