जिले में एक साथ 2843 विद्यालयों में शिक्षकों की शत-प्रतिशत उपस्थिति की करायी गयी औचक जाँच
जिलाधिकारी ने राजकीयकृत मध्य विद्यालय, शेखौना, राजकीय उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय, शेखौना, राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय, नानोसती, सीतारात प्लस टू उच्च माध्यमिक विद्यालय, लालसरैया कॉलोनी, राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय, लालसरैया कॉलोनी तथा राजकीय प्राथमिक विद्यालय, अनुसूचित बस्ती, पिपरा का किया निरीक्षण
विद्यालयों में शिक्षकों तथा बच्चों की शत-प्रतिशत उपस्थिति, समुचित साफ-सफाई, क्लासरूम में पर्याप्त रौशनी, पंखा, मानक के अनुरूप मध्याह्न भोजन का संचालन, शुद्ध पेयजल, स्वच्छ शौचालय आदि व्यवस्थाएं कराने का निर्देश
सह संपादक
– अमिट लेख
बेतिया, (मोहन सिंह)। अपर मुख्य सचिव, शिक्षा विभाग, बिहार तथा जिलाधिकारी, पश्चिम चम्पारण, बेतिया, दिनेश कुमार राय द्वारा जारी निर्देश के आलोक में 13 जुलाई को एक साथ जिले के 2843 सरकारी विद्यालयों में शिक्षकों की शत-प्रतिशत उपस्थिति की औचक जाँच करायी गयी।
विद्यालयों की जाँच में जिलास्तरीय, अनुमंडलस्तरीय तथा प्रखंडस्तरीय अधिकारियों को लगाया गया था। जाँच अधिकारियों द्वारा पदस्थापित शिक्षकों की संख्या, उपस्थित शिक्षकों की संख्या, स्वीकृत/सूचित अवकाश में रहने वाले शिक्षकों की संख्या, असूचित/अनधिकृत रूप से अनुपस्थित शिक्षकों की संख्या, नामांकित छात्रों तथा उपस्थित छात्रों की संख्या आदि की जाँच की गई।
जिलाधिकारी, पश्चिम चम्पारण द्वारा राजकीयकृत मध्य विद्यालय, शेखौना, राजकीय उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय, शेखौना, राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय, नानोसती, सीतारात प्लस टू उच्च माध्यमिक विद्यालय, लालसरैया कॉलोनी, राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय, लालसरैया कॉलोनी तथा राजकीय प्राथमिक विद्यालय, अनुसूचित बस्ती, पिपरा में शिक्षकों की शत-प्रतिशत उपस्थिति का जायजा लिया गया। इस क्रम में जिलाधिकारी ने क्लास रूम, रसोई घर, पेयजल, शौचालय, शिक्षकों एवं छात्रों की उपस्थिति का जायजा लिया तथा प्रधानाध्यापकों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया। उन्होंने निर्देश दिया कि शिक्षकों की शत-प्रतिशत उपस्थिति अनिवार्य रूप से होनी चाहिए। इसके साथ ही छात्र-छात्राओं की भी शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित की जाय।
मध्याह्न भोजन का संचालन मानक के अनुरूप स्वच्छ तरीके से कराया जाय। छात्र-छात्राओं के लिए शुद्ध पेयजल तथा स्वच्छ शौचालय का प्रबंध हर हाल में होना चाहिए। जिलाधिकारी द्वारा क्लास रूम में बच्चों से पूछा गया कि पढ़ाई कैसी होती है, खाने-पीने की व्यवस्था कैसी है, पेयजल, स्वच्छ शौचालय की व्यवस्था है कि नहीं, पठन-पाठन में कोई परेशानी तो नहीं हो रही है, शिक्षक-शिक्षिकाएं अच्छे से पढ़ाते है अथवा नहीं। छात्र-छात्राओं द्वारा जिलाधिकारी को बताया गया कि सभी सुविधाएं उन्हें मिल रही हैं। टीचर्स नियमित रूप से आते हैं और अच्छे तरीके से पढ़ाते हैं। मध्याह्न भोजन का संचालन नियमित रूप से होता है। जिलाधिकारी ने बच्चों से कहा कि मन लगाकर पढ़ाई करें और अपने माता-पिता सहित जिले और राज्य का नाम रौशन करें। जिलाधिकारी ने जिला शिक्षा पदाधिकारी तथा संबंधित प्रधानाध्यापकों को निर्देश दिया कि विद्यालयों में समुचित साफ-सफाई, रंग-रोगन, क्लास रूम में पर्याप्त रौशनी, पंखा आदि की व्यवस्था कराना सुनिश्चित करें ताकि बच्चों को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े। शत-प्रतिशत बच्चों की उपस्थिति दर्ज कराने हेतु टीचर्स-पैरेंट्स मिटिंग कराने का निर्देश जिलाधिकारी द्वारा दिया गया। इस अवसर पर उप विकास आयुक्त, अनिल कुमार, सहायक समाहर्ता, सुश्री शिवाक्षी दीक्षित, जिला भू-अर्जन पदाधिकारी, नीरज कुमार, एसडीएम, बेतिया, विनोद कुमार, विशेष कार्य पदाधिकारी, सुजीत कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।