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Post: बीएसएफ जवान का शव गांव पहुंचते ही माहौल हुआ गमगीन

बीएसएफ जवान का शव गांव पहुंचते ही माहौल हुआ गमगीन

राजकीय सम्मान के साथ पार्थिव शरीर का सरयू नदी के तट पर हुआ अंतिम संस्कार

हमारे संवाददाता

–  अमिट लेख
एकमा/मांझी/सारण। मांझी थाना क्षेत्र के नगर पंचायत क्षेत्र के दुर्गापुर निवासी स्व महात्तम सिंह के पुत्र तथा पश्चिम बंगाल के कोलकाता में तैनात 118 बीएसएफ बटालियन के सीनियर कॉन्स्टेबल सनोज सिंह की शुक्रवार को कोलकाता में इलाज के दौरान मौत हो गई। कोलकाता से शव के साथ मृतक के गांव पहुंचे बीएसएफ के प्रतिनियुक्त पदाधिकारी रवि मिश्रा ने बताया कि ड्यूटी पर तैनात उक्त जवान को मंगलवार के दिन बीमार अवस्था में चारलॉक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। मौत के बाद शव को हवाई जहाज से पटना लाया गया तथा फिर एनडीआरएफ के वाहन से जवानों की निगरानी में शुक्रवार की देर रात शव उनके पैतृक गांव पहुंचा। शव के पहुंचते ही परिजनों के रूदन क्रन्दन से वहां का माहौल गमगीन हो गया। मृतक जवान की चार पुत्रियों में से तीन की शादी हो चुकी है। जबकि एक पुत्री व दो पुत्र अभी अविवाहित हैं। परिजनों ने बताया कि मृतक अभी महज एक सप्ताह पहले ही अपनी छूटी बिताकर वापस ड्यूटी पर गया था। मृतक जवान के रिटायर होने में अभी आठ वर्ष की अवधि शेष थी। मृतक मृदुभाषी व मिलनसार स्वभाव का था। शनिवार की सुबह राजकीय सम्मान के साथ स्थानीय सरयु नदी के किनारे मृतक जवान का दाह संस्कार सम्पन्न हो गया। मुखाग्नि उनके पुत्र अनिकान्त सिंह उर्फ सोनू ने दी। इससे पहले शव के साथ आये एनडीआरएफ के जवानों ने तिरंगे में लिपटे शव को कंधा दिया। ततपश्चात श्मसान घाट पर मातमी धुन बजाकर तथा फिर रायफल से हवा में फायरिंग करके मृतक जवान को सशस्त्र सलामी दी। शवयात्रा में स्थानीय थाना पुलिस के अलावा मांझी विधानसभा के पूर्व प्रत्यासी एवं भाजपा नेता राणा प्रताप उर्फ डब्ल्यू सिंह, जन सुराज के छपरा अनुमंडल अध्यक्ष व कौरुधौरु पंचायत के मुखियापति उदय शंकर सिंह, मांझी नगर पंचायत की मुख्य पार्षद प्रतिनिधि बिनय यादव, स्थानीय पैक्स अध्यक्ष नागेन्द्र सिंह, प्रमोद सिंह, मयंक ओझा तथा पिन्टु सिंह सहित सैकड़ों ग्रामीण आदि शामिल थे।

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