पूर्व सांसद, पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य व चौकीदार–दफादर पंचायत के संस्थापक राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके स्वर्गीय राम अवधेश सिंह जी की तीसरी पुण्य तिथि मनाई गई
अरुण कुमार ओझा, अनुमंडल ब्यूरो
– अमिट लेख
आरा/भोजपुर। आरा प्रखंड मुख्यालय परिसर में चौकीदार दफादार पंचायत के तत्वाधान में पूर्व सांसद, पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य व चौकीदार–दफादर पंचायत के संस्थापक राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके स्वर्गीय राम अवधेश सिंह जी की तीसरी पुण्य तिथि मनाई गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता रामानंद सिंह, जिला अध्यक्ष चौकीदार–दफादार पंचायत भोजपुर ने किया, रामानंद सिंह ने अपने अध्यक्षीय भाषण में राम अवधेश सिंह के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उनके आदर्शों और उनके बताए गए रास्ते पर चल कर हम बिहार का उत्थान कर सकते हैं। मंच संचालन उमेश कुमार सुमन, राज्य सचिव बिहार अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ (गोप गुट) बिहार, पटना ने किया। उमेश कुमार सुमन ने अपने श्रधांजली में कहा कि राम अवधेश सिंह गरीबों के मसीहा थे। उनसे निर्भीकता का मंत्र हम लोगों को मिला हैं। संघर्ष के बदौलत हमारा अस्तित्व है, इस लिए सच्चाई और संघर्ष का पथ पर हमे आगे बढ़ना है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राकेश शर्मा, अध्यक्ष मगध प्रमंडल, विशिष्ठ अतिथि मिथलेश यादव थे, इन वक्ताओं ने कहा कि राम अवधेश सिंह के बदौलत बिहार के चौकीदार–दफादार आज चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी हैं। ऐसा संपूर्ण भारत में सिर्फ बिहार में ही हैं। आज इज्जत की जिंदगी चौकीदारों को जो मिला है उसके मूल में राम अवधेश सिंह है। मुख्य वक्ता राजेश दुबे वरीय नेता बिहार मुक्ति केंद्र थे। राजेश दुबे ने कहा कि स्व राम अवधेश सिंह ने बिहार के विकाश के लिए संघर्ष किया। उनके पास बिहार को संपन्न करने की दृष्टि थी। बिहार के नौजवान को अन्य प्रदेशों को समृद्ध कर रहे हैं वे बिहार को समृद्ध करते अगर राम अवधेश सिंह के दृष्टिकोण से सरकारें काम करती। कदवन जलाशय परियोजना के निर्माण हो जाने के बाद मगध व शाहाबाद प्रमंडल धन्य धान्य से संपन्न हो जाता। नहरों में प्रयाप्त पानी रहने से गर्मा खेती भी होती। श्रीनिवास सिंह जी ने भी अपने सम्बोधन में संगठन को मजबूत करने पर बल दिया तथा कहा कि चौकीदारों को सचाई के रास्ते चलना चाहिए। अन्य वक्ताओं ने भी अपने विचार रखे, जिनमें वंश लायक शर्मा, ललन सिंह, राम जी राय, राम आसरे सिंह, मनीष कुमार गुप्ता, दूधेश्वर सिंह, महेश कुमार सिंह, जयराम सिंह, इंद्रजीत कुमार रविंद्र कुमार यादव, बलराम प्रेमचंद कुमार, दिनेश कुमार, मुन्ना सिंह, संजय कुमार, अभिमन्यु, कुमार अनुराज प्रमुख थे।