कुछ डॉक्टर का पैसा कमाना हो गया है मकसद मानवता से मतलब नहीं
सावधान ना रहे तो बढ़ेगी मरीज की परेशानी और होगा आपका आर्थिक दोहन
कोलकाता पहुंचे निरंजन कुमार की रिपोर्ट :
– अमिट लेख
मुंगेर, (जिला ब्यूरो)। कहते हैं कि डॉक्टर भगवान होता है उनके हाथ में ईश्वर मानवीय जीवन को सुरक्षित रखने का हुनर और ज्ञान प्रदान करता है। लेकिन आज के बदलते परिवेश में कहीं-कहीं डॉक्टर और डकैत की संज्ञा शायद सामान सी हो गई है। अगर आप सावधान नहीं रहे तो एक और आपका आर्थिक दोहन होगा दूसरी और यह गारंटी नहीं है कि आप के मरीज का अगर किसी प्रकार का ऑपरेशन हुआ तो शायद वह हमेशा के लिए सफल रहेगा। इसका नजीरा है बिहार के मुंगेर बेकापुर निवासी अंजना कुमारी। उन्हें विगत कई वर्षों से कान बहने का शिकायत था, जिले के बड़ी बाजार स्थित एक निजी क्लीनिक में अंजना डॉक्टर से कान दिखाई। डॉक्टर ने उन्हें सलाह दिया कि आप ऑपरेशन करा लें जिसमें लगभग 26000 का खर्च पड़ेगा। अंजना ऑपरेशन को तैयार हो गई। डॉक्टर ने कहा कि एक जांच करा लें और फिर आपका ऑपरेशन हो जाएगा। लेकिन अंजना के पति निरंजन कुमार ने कहा कि ऑपरेशन कराना ही है बड़े अस्पताल में जाएंगे। कुमार ने कोलकाता स्थित एक निजी क्लीनिक में इलाज कराया। जहां डॉक्टर ने कहा अंजना का कान का ऑपरेशन बड़ा होगा, आप इधर-उधर निजी क्लीनिक में ना भटके अन्यथा आर्थिक शोषण हो जाएगा और भविष्य में मरीज की परेशानी बढ़ जाएगी। उनके एडवाइज को देखते हुए निरंजन कुमार ने कोलकाता स्थित मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल मे पत्नी का इलाज कराना शुरू किया और लगातार दो महीने के कठिन परिश्रम के बाद उनकी पत्नी का ऑपरेशन सफल रहा। इस दौरान निरंजन कुमार को बताया गया कि अंजना कुमारी का कान का ऑपरेशन साधारण नहीं है क्रिटिकल ऑपरेशन है। बीमारी कान से आगे पार कर चुका है। बताया कि माइक्रोस्कोप से देखने के बाद पता चला कि माथाऔर कान के बीच खून का जमाव है। मरीज का ऑपरेशन तो हो जाएगा, लेकिन उसे सुनाई नहीं देगा। मवाद निकलना बंद हो जाएगा। ऑपरेशन सफल रहेगा अब सवाल उठता है कि जहां अंजना कुमारी को लगातार दो महीना विभिन्न जांचों से गुजरना पड़ा और चिकित्सकों के दल ने निर्णय ले अंजना कुमारी का ऑपरेशन किया। वहीं, दूसरी ओर मुंगेर शहर में निजी क्लीनिक द्वारा उन्हें ऑपरेशन कर देने का सलाह दिया बताया कि कान में पर्दा लगाया जाएगा। अगर अंजना कुमारी निजी क्लीनिक मुंगेर में ऑपरेशन करा लेती तो शायद उसकी समस्या गंभीर हो जाती और उनका आर्थिक दोहन भी होता कल्पना किया जा सकता है। इसलिए अगर मूंगे स्थित निजी क्लीनिक में ऑपरेशन का सालाह दिया जाए तो एक बार कोलकाता कॉलेज स्ट्रीट स्थित मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल आने का निर्णय जरूर ले। ताकि आप आर्थिक दोहन एवं ऑपरेशन के बाद मरीजों में उत्पन्न होने वाली संभावित गंभीर समस्या से बच सकते हैं।