Tag: जिला पदाधिकारी

  • संभावित बाढ़ से निपटने हेतु सभी तैयारियां रखें अपडेट : जिला पदाधिकारी

    संभावित बाढ़ से निपटने हेतु सभी तैयारियां रखें अपडेट : जिला पदाधिकारी

    बेतिया से उप-संपादक का चश्मा :

    तटबंधों की निगरानी बेहद जरूरी, बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल के सभी अभियंता अचूक रूप से लगातार करें निगरनी

    जिला पदाधिकारी ने संभावित बाढ़ एवं सुखाड़ की स्थिति से निपटने हेतु की जा रही तैयारियों की समीक्षा की

    संबंधित पदाधिकारियों एवं अभियंताओं को दिया आवश्यक दिशा-निर्देश

    न्यूज़ डेस्क, जिला पश्चिम चम्पारण 

    मोहन सिंह

    – अमिट लेख

    बेतिया, (ए.एल.न्यूज़)। जिला पदाधिकारी, धर्मेन्द्र कुमार की अध्यक्षता में जिला आपदा प्रबंधन समिति की बैठक समाहरणालय सभागार में सम्पन्न हुयी। इस बैठक में जिले में संभावित बाढ़ एवं सुखाड़ की स्थिति से निपटने के लिए की जा रही तैयारियों की समीक्षा की गयी तथा संबंधित पदाधिकारियों एवं अभियंताओं को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया। समीक्षा के क्रम में जिला पदाधिकारी ने प्रभारी पदाधिकारी आपदा शाखा सहित सभी अनुमंडल पदाधिकारी एवं अंचलाधिकारी को निर्देश दिया कि आपातकालीन सेवा की सतत सुविधा आमजनों को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे। एसडीआरएफ की टीम 24 घंटे तैयार रहेंगे। किसी भी घटना की सूचना मिलते ही घटनास्थल के लिए अविलंब रवाना होंगे तथा जान-माल की क्षति होने से बचाना सुनिश्चित करेंगे।जिला पदाधिकारी द्वारा बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल के सभी कार्यपालक अभियंता, सहायक अभियंता एवं कनीय अभियंता को तटबंधों की सतत निगरानी करने का निर्देश दिया गया। इसके साथ यह भी निर्देश दिया गया कि निगरानी के क्रम में अगर किसी जगह पर सुरक्षात्मक कार्य कराने की आवश्यकता पड़ती है तो अविलंब कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने निर्देश दिया कि आपदा प्रबंधन के लिए नाव, लाईफ जैकेट, गोताखोर की समुचित व्यवस्था करें ताकि विषम परिस्थिति में त्वरित गति से राहत पहुंचायी जा सके। इसके साथ ही फुड पैकेट, सामुदायिक रसोई, पॉलीथिन शीट्स, बाढ़ राहत शिविर आदि की व्यवस्था भी कराना सुनिश्चित करें। सिविल सर्जन संभावित बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के अस्पतालों में पर्याप्त दवाई, डॉक्टर, नर्सेज एवं अन्य पारामेडिकल स्टॉफ की रोस्टरवाइज उपलब्धता सुनिश्चित करेंगे। इसके साथ ही प्रचुर मात्रा में ब्लीचिंग पाउडर, हैलोजन, ऐंटी स्नेक वेनम आदि की भी व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे। जिला पदाधिकारी ने निर्देश दिया कि जिलास्तर सहित प्रखंड स्तर पर कंट्रोल रूम की व्यवस्था सुनिश्चित की जाय। इसके साथ मेडिकल टीम का भी प्रखंड स्तर पर गठन सुनिश्चित किया जाय। जिला पशुपालन पदाधिकारी पशु चारा एवं दवा की व्यवस्था, पशु चिकित्सकों का दल, पशु एंबुलेंस आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे। इस अवसर पर अपर समाहर्ता (राजस्व) राजीव कुमार सिंह, अपर समाहर्ता, आपदा प्रबंधन, कुमार रविन्द्र, अनुमंडल पदाधिकारी, बेतिया, विकास कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी, नरकटियागंज, सूर्य प्रकाश गुप्ता सहित अन्य सभी संबंधित विभागों के अधिकारी बाढ़ प्रमंडलों और गंडक बराज के अधीक्षण अभियंता और कार्यपालक अभियंता आदि उपस्थित थे।

  • जिलाधिकारी ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सहित विभिन्न सरकारी निकायों का लौरिया में किया औचक निरीक्षण

    जिलाधिकारी ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सहित विभिन्न सरकारी निकायों का लौरिया में किया औचक निरीक्षण

    बेतिया से उप-संपादक का चश्मा : 

    अधिकारियों को दिया आवश्यक दिशा-निर्देश

    अंचल अधिकारी को निर्देश दिया कि दाखिल-खारिज के लंबित मामलों को प्राथमिकता के आधार पर 1 सप्ताह में निष्पादित करें

    न्यूज़ डेस्क, जिला पश्चिम चंपारण 

    मोहन सिंह

    –  अमिट लेख

    बेतिया,( ए.एल.न्यूज़)। जिला पदाधिकारी, दिनेश कुमार राय ने आज लौरिया प्रखंड-सह-अंचल कार्यालय, अवर निबंधन कार्यालय, पंचायत कार्यालय सहित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया।

    फोटो : अमिट लेख

    उन्होंने कहा कि आम जन को सरकार द्वारा दिये जाने वाले सभी लाभ ससमय दिया जाय। कार्य संस्कृति में बदलाव लाएं। कार्यालय की नियमित रूप से साफ-सफाई कराई जाए। उन्होंने अंचल अधिकारी को निर्देश दिया कि दाखिल-खारिज के लंबित मामलों को प्राथमिकता के आधार पर 1 सप्ताह में निष्पादित करें। नगर पंचायत के निरीक्षण के क्रम में परिसर में रखे डस्टबिन को 1 सप्ताह में वितरित कराने का निर्देश दिया गया। अवर निबंधक को उन्होंने निर्देश दिया कि आम जन को निबंधन कराने में सहूलियत होनी चाहिए। जो आएं उन्हें बिना निबंधन वापस नहीं जाना पड़े।

    छाया : अमिट लेख

    सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, लौरिया के निरीक्षण के क्रम में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी सहित रोस्टर के अनुसार अनुपस्थित पाए गए चिकित्सक एवं कर्मियों का वेतन स्थगित रखते हुए स्पष्टीकरण की मांग करने का निर्देश दिया गया। अस्पताल में साफ़-सफाई पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया गया। निरीक्षण के क्रम में मरीज के परिजनों द्वारा प्रसव उपरांत मिलने वाली राशि नहीं मिलने की शिकायत की गई। जिलाधिकारी ने तुरंत अन्य लेखापाल को प्रभार देने का निर्देश दिया गया। जिलाधिकारी ने मरीजों को अस्पताल में उपलब्ध जेनरिक दावाई का वितरण करने का निर्देश दिया। इस अवसर पर अपर समाहर्ता, आपदा, कुमार रविंद्र, विशेष कार्य पदाधिकारी, सुजीत कुमार सहित स्थानीय पदाधिकारी उपस्थित थे।

  • जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक ने पश्चिम चम्पारण जिला के सीमावर्ती क्षेत्रों का लिया जायजा

    जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक ने पश्चिम चम्पारण जिला के सीमावर्ती क्षेत्रों का लिया जायजा

    बेतिया से उप-संपादक का चश्मा :

    एसएसबी एवं स्थानीय पुलिस को पूरी मुस्तैदी से ड्यूटी करने का निर्देश

    नेपाल जाने एवं आने वाले लोगों की प्रॉपर जाँच करने का निर्देश

    प्रत्येक गतिविधि पर पैनी नजर रखने का निर्देश

    न्यूज़ डेस्क, जिला पश्चिम चम्पारण 

    मोहन सिंह

    – अमिट लेख

    बेतिया, (ए.एल.न्यूज़)। जिला पदाधिकारी, दिनेश कुमार राय एवं पुलिस अधीक्षक, पश्चिम चम्पारण डॉ. शौर्य सुमन ने आज नेपाल सीमावर्ती विभिन्न क्षेत्रों का जायजा लिया।

    फोटो : मोहन सिंह

    इस दौरान वे सिकटा, इनरवा और भेरिहरवा सीमा पहुँच कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिए एवं भारत के सशस्त्र सीमा बल से सुरक्षा व्यवस्था से संबंधित जानकारी प्राप्त किए। इस दौरान नेपाल सीमा बल के पदाधिकारियों से भी वार्ता कर जानकारी प्राप्त की।जिलाधिकारी ने सशस्त्र सीमा बल के अधिकारियों से कहा कि पूरी मुस्तैदी से ड्यूटी करें।

    छाया : अमिट लेख

    नेपाल जाने एवं आने वाले लोगों की प्रॉपर जाँच करें। प्रत्येक गतिविधि पर पैनी नजर रखें। उन्होंने कहा कि सीमा पर शांति एवं सौहार्द कायम रहना चाहिए। ज्वाइंट पेट्रोलिंग करें। असामाजिक एवं आपराधिक तत्त्वों के विरुद्ध विधिसम्मत कार्रवाई करें। छोटी-से-छोटी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी अपने वरीय पदाधिकारी को देने का निर्देश दिया गया।

    छाया : अमिट लेख

    पुलिस अधीक्षक, पश्चिम चम्पारण डॉ. शौर्य सुमन ने निर्देश दिया कि एसएसबी के अधिकारी एवं जवान पूरी तरह एक्टिव रहें। उन्होंने पुलिस पदाधिकारियों से कहा कि नियमित रूप से पेट्रोलिंग करते रहें। साथ ही नियमित रूप से रात्रि गश्ती करते रहें। संदिग्धों की विशेष निगरानी एवं जाँच करें। इस अवसर पर अनुमंडल पदाधिकारी, नरकटियागंज, सूर्य प्रकाश गुप्ता, अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी, नरकटियागंज, जय प्रकाश सिंह, विशेष कार्य पदाधिकारी, जिला गोपनीय शाखा, सुजीत कुमार सहित स्थानीय प्रशासनिक एवं पुलिस पदाधिकारी उपस्थित थे।

  • किसानों को राज्य सरकार की योजनाओं की जानकारी सुलभ कराएं : जिलाधिकारी

    किसानों को राज्य सरकार की योजनाओं की जानकारी सुलभ कराएं : जिलाधिकारी

    बेतिया से उप-संपादक का चश्मा :

    प्रगतिशील किसान को कोई कठिनाई नहीं होनी चाहिए।

    किसानों द्वारा किये गए कार्य सराहनीय, अन्य किसानों को प्रेरणा लेकर करना चाहिए बेहतर प्रदर्शन।

    जिलाधिकारी ने नौतन प्रखंड अंतर्गत आशु मशरूम कम्पोष्ट इकाई एवं ड्रेगन फुट का निरीक्षण किया गया

    न्यूज़ डेस्क, जिला पश्चिम चंपारण

    मोहन सिंह

    – अमिट लेख

    बेतिया, (ए.एल.न्यूज़)। 24 अप्रैल 25 को जिला पदाधिकारी, दिनेश कुमार राय द्वारा बेलवा पकडिया, प्रखण्ड-नौतन में निर्मित आशु मशरूम कम्पोष्ट इकाई का निरीक्षण किया गया। मशरूम कम्पोष्ट इकाई किसान उपेन्द्र कुमार, पिता- जोख प्रसाद द्वारा सरकार से अनुदान प्राप्त कर अधिष्ठापित कराया गया है। उन्होंने बताया कि उद्यान निदेशालय, बिहार, पटना द्वारा अनुदानित दर पर कुल लागत 2000000.00 (बीस लाख रूपया) मात्र का 50 प्रतिशत अनुदान की राशि मो० 1000000.00 (दस लाख रूपया) सरकार द्वारा दो किस्त में दिया गया है। यह इकाई वर्तमान में अपनी पूरी क्षमता के साथ चल रहा है। उन्होंने बताया की इसे और विकसित किया जा रहा है। जिलाधिकारी द्वारा मशरूम उत्पादन की चरणवार पद्धति की जानकारी ली गयी। उन्होंने जिला कृषि पदाधिकारी को निर्देश दिया कि सरकार द्वारा जो भी सहायता देय है उसे अहर्ता के आधार पर उपलब्ध कराएं। वहीं इसी प्रखंड के ग्राम-बैकुण्ठवा में लगाये गये ड्रेगन फुट का निरीक्षण भी जिलाधिकारी द्वारा किया गया। रामाश्रय प्रसाद, पिता- गोपाल महतो द्वारा सरकार से अनुदान लेकर ड्रेगन फुट का निर्माण किया गया है। किसान रामाश्रय प्रसाद द्वारा बताया गया कि जिला उद्यान कार्यालय प० चम्पारण के सहयोग से वे एक एकड़ में ड्रेगन फुट का खेती कर रहें है एवं अभी जिला उद्यान कार्यालय से अनुदान की राशि 72000.00 (बहतर हजार रूपया) मात्र प्राप्त हुआ है। सहायक निदेशक उद्यान, प० चम्पारण द्वारा जिला पदाधिकारी को बताया गया कि एक एकड़ ड्रेगन फुट की खेती पर कुल लागत 300000.00 (तीन लाख रूपया) मात्र का 40 प्रतिशत अनुदान की राशि मो० 120000.00 (एक लाख बीस हजार रूपया) मात्र तीन किस्त में 60:20:20 के रूप में देय है जिसमें से प्रथम किस्त 60 प्रतिशत की राशि 72000.00 (बहत्तर हजार रूपया) मात्र का भुगतान किया गया है। जिला पदाधिकारी ने उक्त स्थलों का निरीक्षण करते हुए कहा कि किसानों द्वारा बेहतर प्रयास किया गया है। किसानों द्वारा किये जा रहे कार्य सराहनीय है। इससे अन्य किसानों को प्रेरणा लेकर सरकार से अनुदान प्राप्त कर कृषि एलायड कार्य में बेहतर प्रदर्शन करना चाहिए। इस अवसर पर अपर समाहर्ता, विभागीय जाँच, कुमार रविन्द्र, विशेष कार्य पदाधिकारी, जिला गोपनीय शाखा, सुजीत कुमार, वरीय उप समाहर्ता श्रीमती रोचना माद्री, श्रीमती निधि राज, जिला कृषि पदाधिकारी, प्रवीण कुमार राय, सहायक उद्यान पदाधिकारी, राजू रावत सहित स्थानीय पदाधिकारी उपस्थित थे।

  • जेई/एईएस (मस्तिष्क ज्वर-चमकी बुखार) संक्रमण की रोकथाम हेतु सभी व्यवस्थाएं रखें अपडेट : जिलाधिकारी

    जेई/एईएस (मस्तिष्क ज्वर-चमकी बुखार) संक्रमण की रोकथाम हेतु सभी व्यवस्थाएं रखें अपडेट : जिलाधिकारी

    बेतिया से उप संपादक का चश्मा :

    अस्पतालों में वार्ड एवं बेड सहित दवाईयों की उपलब्धता करें सुनिश्चित

    प्रत्येक बच्चा अनमोल है, एक-एक बच्चे का विशेष ख्याल रखना है

    जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जेई/एईएस की रोकथाम हेतु जिला टास्क फोर्स की बैठक सम्पन्न

    “चमकी को धमकी“ के तीन मुख्य बातें का व्यापक प्रचार-प्रसार कराने का निदेश

    न्यूज़ डेस्क, जिला पश्चिम चंपारण 

    मोहन सिंह

    –  अमिट लेख

    बेतिया, (ए.एल.न्यूज़)। एईएस/जेई संक्रमण पर प्रभावी नियंत्रण स्थापित करने एवं इसके कुशल प्रबंधन को लेकर आज जिला पदाधिकारी, दिनेश कुमार राय की अध्यक्षता में जिलास्तरीय टास्क फोर्स की बैठक समाहरणालय सभागार में सम्पन्न हुयी। जिलास्तरीय टास्क फोर्स की बैठक में जिलाधिकारी, दिनेश कुमार राय ने सिविल सर्जन को निर्देश दिया कि जेई/एईएस (मस्तिष्क ज्वर-चमकी बुखार) की रोकथाम हेतु सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में सभी व्यवस्थाएं अपडेट रखें। मेडिकल कॉलेज सहित जिले के सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों को अलर्ट रखें।

    फोटो : मोहन सिंह

    अस्पतालों में वार्ड, बेड एवं दवा की पर्याप्त व्यवस्था करें। उन्होंने कहा कि सभी पीएचसी को अलर्ट मोड में रखा जाय ताकि किसी भी विषम परिस्थिति में बच्चों की जान बचाई जा सके। इसके साथ ही कम्युनिकेशन प्लान का बेहतर तरीके से इंप्लेमेंटेशन कराना सुनिश्चित करें।उन्होंने कहा कि प्रत्येक बच्चा अनमोल है, एक-एक बच्चे का विशेष ख्याल रखना है। प्रभावित बच्चा ससमय अस्पताल पहुंच जाय और उसे समुचित चिकित्सा उपलब्ध हो, इसे हर हाल में सुनिश्चित करें। इस कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही, कोताही एवं शिथिलता कतई बर्दाश्त नहीं की जायेगी। लापरवाही, कोताही बरतने वाले डॉक्टरों एवं कर्मियों को चिन्हित करते हुए उनके विरूद्ध सख्त कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि सभी पीएचसी में जेई/एईएस से बचाव हेतु सभी आवश्यक दवाएं पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया करें। आवश्यक दवाओं के साथ-साथ पैरासिटामोल, ओआरएस, विटामिन ए सहित ग्लूकोज भी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध करायें। साथ ही पर्याप्त संख्या में एम्बुलेंस की व्यवस्था, डॉक्टर, नर्सेंज की उपस्थिति आदि की समुचित व्यवस्था सभी स्वास्थ्य संस्थानों में रहनी चाहिए। सिविल सर्जन स्वयं सभी कार्यों का नियमित अनुश्रवण एवं निरीक्षण करते रहेंगे। किसी भी प्रकार की लापरवाही, कोताही एवं शिथिलता कतई बर्दाश्त नहीं की जायेगी। उन्होंने कहा कि जेई/एईएस एक गंभीर बीमारी है, जो अत्यधिक गर्मी एवं नमी के मौसम में फैलती है। मस्तिष्क ज्वर की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का शत-प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित किया जाय। उन्होंने कहा कि जेई/एईएस के संभावित संक्रमण पर प्रभावी नियंत्रण स्थापित करने एवं इसके कुशल प्रबंधन के लिए लोक स्वास्थ्य अभियंतत्रण संगठन, आइसीडीएस, जीविका, पंचायती राज विभाग, खाद्य एवं उपभोक्ता विभाग, परिवहन विभाग, शिक्षा, पशुपालन विभाग, सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग आदि को समन्वय स्थापित करते हुए कार्य करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि जिला शिक्षा पदाधिकारी शिक्षकों को जेई/एईएस संक्रमण एवं उसके रोकथाम के लिए विद्यालयों के बच्चों एवं उनके अभिभावकों को इसके प्रति जागरूक करें। उन्होंने कहा कि जीविका दीदियों के माध्यम से जेई/एईएस संक्रमण एवं रोकथाम के संबंध में प्रचार-प्रसार में सहभागिता सुनिश्चित की जाय। उन्होंने निदेश दिया कि आंगनबाड़ी सेविकाओं-सहायिकाओं के द्वारा जेई/एईएस संक्रमण एवं रोकथाम के संबंध में सामुदायिक चेतना का प्रचार-प्रसार कराया जाय तथा आंगनबाड़ी केन्द्रों पर ओआरएस, सीरप एवं पारासिटामोल आदि की उपलब्धता सुनिश्चित की जाय। सिविल सर्जन को निदेश दिया गया कि जेई/एईएस की रोकथाम हेतु स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी गाइडलाइन सहित चमकी को धमकी से संबंधित जानकारी का व्यापक स्तर पर बुकलेट, पम्फलेट, दीवाल लेखन, नुक्कड़ नाटक, फ्लेक्स, चौपाल आदि के माध्यम से प्रचार-प्रसार कराना सुनिश्चित किया जाय। बच्चों के अभिभावकों को बताएं कि कोई भी बच्चा रात में भूखा नहीं सोए, इस बीमारी के कुछ भी लक्षण दिखे तो जल्द से जल्द अस्पताल जाएं ताकि उनका समय पर ईलाज हो सके। जिलाधिकारी ने निदेश दिया कि मस्तिष्क ज्वर की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी “चमकी को धमकी” के तीन मुख्य बातें यथा-(1) खिलाओ- बच्चों को रात में सोने से पहले भरपेट खाना जरूर खिलाएं (2) जगाओ-रात के बीच में एवं सुबह उठते ही देखें कि कहीं बच्चा बेहोश या उसे चमकी तो नहीं एवं (3) अस्पताल ले जाओ-बेहोशी या चमकी दिखते ही आशा को सूचित कर तुरंत 102 एम्बुलेंस या उपलब्ध वाहन से नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र ले जाएं का व्यापक प्रचार-प्रसार कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि एंबुलेंस की समुचित व्यवस्था कराना सुनिश्चित किया जाय। साथ ही गांव-पंचायतों से पीड़ित बच्चों को स्वास्थ्य केन्द्र पर लाने हेतु वाहनों की टैगिंग अविलंब सुनिश्चित किया जाय। उन्होंने कहा कि हर हाल में पीड़ित बच्चों को स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचाया जाना है, इस कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही, कोताही, शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जायेगी। सिविल सर्जन द्वारा बताया गया कि अभिभावक अपने-अपने बच्चों को रात में बिना खाना खिलाएं नहीं साने दें। अगर कोई बच्चा शाम के समय में खाना खाया है और सो गया है तो उसे भी रात में जगाकर अवश्य खाना खिलाएं। इसके साथ ही बच्चों को रात में सोते समय अनिवार्य रूप से मीठा सामग्री यथा-गुड़, शक्कर, चीनी आदि खिलाएं। उन्होंने कहा कि चमकी बुखार अधिकांशतः रात के 02 बजे से 04 बजे के बीच अक्रामक रूप लेता है, इस समय सभी अभिभावकों को सचेत रहने की आवश्यकता है। अगर चमकी के साथ तेज बुखार हो तो तुरंत क्षेत्र के एएनएम, आशा कार्यकर्ता अथवा आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका को सूचित करें। इनके माध्यम से आवश्यक दवाएं तथा प्राथमिक उपचार की जायेगी तथा नजदीकी पीएचसी में ले जाकर समुचित उपचार किया जायेगा।

    मस्तिष्क ज्वर के लक्षण :

    ● सरदर्द, तेज बुखार आना जो 5-7 दिनों से ज्यादा का ना हो
    ● अर्द्ध चेतना एवं मरीज में पहचानने की क्षमता नहीं होना/भ्रम की स्थिति में होना/बच्चे का बेहोश हो जाना।
    ● शरीर में चमकी होना अथवा हाथ पैर में थरथराहट होना।
    ● पूरे शरीर या किसी खास अंग में लकवा मारना या हाथ पैर का अकड़ जाना।
    ● बच्चे का शारीरिक एवं मानसिक संतुलन ठीक नहीं होना।
    ● उपरोक्त लक्षणों में से कोई भी लक्षण दिखने पर अविलंब अपने गांव की आशा/एएनएम दीदी से संपर्क कर अपने सबसे निकटतम स्वास्थ्य केन्द्र पर जाकर चिकित्सीय परामर्श लें। इसके उपरांत ही सदर अस्पताल/मेडिकल कॉलेज अस्पताल में बच्चों को ईलाज हेतु ले जायें।

    सामान्य उपचार एवं सावधानियां :

    ● अपने बच्चों को तेज धूप से बचाएं। घर से बाहर जाने पर सर पर टोपी या गीला गमछा रखें।
    ● अपने बच्चों को दिन में दो बार स्नान कराएं।
    रात में बच्चों को भरपेट खाना खिलाकर ही सुलाएं।
    ● गर्मी के दिनों में बच्चों को ओआरएस अथवा नमक-चीनी एवं नींबू पानी से शरबत बनाकर पिलायें।
    ● रात में सोते समय घर की खिड़कियां एवं रौशनदान को खोल दें, ताकि हवा का आवागमन होता रहे।

    ध्यान देने वाली बातें :
    क्या करेंः-
    ● तेज बुखार होने पर पूरे शरीर को ताजे पानी से पोछें एवं पंखा से हवा करें ताकि बुखार 100 डिग्री से कम हो सके।
    ● पारासिटामोल की गोली/सीरप मरीज को चिकित्सीय सलाह पर दें।
    ● यदि बच्चा बेहोश नहीं है तब साफ एवं पीने योग्य पानी में ओआरएस का घोल बनाकर पिलायें।
    बेहोशी/मिर्गी की अवस्था में बच्चे को छायादार एवं हवादार स्थान पर लिटाएं।
    ● चमकी आने पर, मरीज को बाएं या दाएं करवट में लिटाकर ले जाएं।
    ● बच्चे के शरीर से कपड़े हटा लें एवं गर्दन सीधा रखें।
    अगर मुंह से लार या झाग निकल रहा हो तो साफ कपड़े से पोछें, जिससे कि सांस लेने में कोई दिक्कत ना हो।
    ● तेज रोशनी से बचाने के लिए मरीज की अंखों को पट्टी या कपड़े से ढंकें।

    क्या ना करेंः-

    ● बच्चे को कम्बल या गर्म कपड़ों में न लपेंटे।
    ● बच्चे की नाक बंद नहीं करें।
    ● बेहोशी/मिर्गी की अवस्था में बच्चे के मुंह से कुछ भी न दें।
    ● बच्चे का गर्दन झुका हुआ नहीं रखें।
    ● चूंकि यह दैविक प्रकोप नहीं है बल्कि अत्यधिक गर्मी एवं नमी के कारण होने वाली बीमारी है अतः बच्चे के ईलाज में ओझा गुणी में समय नष्ट न करें।
    ● मरीज के बिस्तर पर ना बैठें तथा मरीज को बिना वजह तंग न करें।
    ● ध्यान रहे कि मरीज के पास शोर न हो और शांत वातावरण बनायें रखें।

    इस गर्मी हम मिल के देंगे चमकी को धमकी : ये 3 धमकियां याद रखें।

    ● खिलायें-बच्चे को रात में सोने से पहले भरपेट खाना जरूर खिलाएं। यदि संभव हो तो कुछ मीठा भी खिलायें।
    ● जगायें-रात के बीच में एवं सुबह उठते ही देखें कि कहीं बच्चा बेहोश या उसे चमकी तो नहीं।
    ● अस्पताल ले जायें-बेहोशी या चमकी दिखते ही आशा को सूचित कर तुरंत निःशुल्क 102 एंबुलेंस या उपलब्ध वाहन से नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र जायें।

    इस अवसर पर उप विकास आयुक्त, सुमित कुमार, अपर समाहर्ता, विभागीय जांच-सह-जिला आपूर्ति पदाधिकारी, कुमार रविन्द्र, सिविल सर्जन, डॉ0, एसीएमओ डॉ0 रमेश चन्द्रा, जिला परिवहन पदाधिकारी, ललन प्रसाद, वरीय उप समाहर्ता-सह-जिला सूचना एवं जनसम्पर्क पदाधिकारी, श्रीमती रोचना माद्री, विशेष कार्य पदाधिकारी, जिला गोपनीय शाखा, सुजीत कुमार, जिला शिक्षा पदाधिकारी, मनीष कुमार सिंह, डीपीओ, आइसीडीएस, श्रीमती कविता रानी, डीपीएम, जीविका, आरके निखिल सहित सभी संबंधित अधिकारी उपस्थ्ति रहे।

  • जिलाधिकारी ने ईवीएम/वीवीपैट वेयर हाउस का किया निरीक्षण

    जिलाधिकारी ने ईवीएम/वीवीपैट वेयर हाउस का किया निरीक्षण

    बेतिया से उप संपादक मोहन सिंह का चश्मा :

    जिलाधिकारी ने आगामी विधान सभा आम निर्वाचन को देखते हुए वेयर हाउस की समुचित साफ-सफाई कराने एवं उपयोग में नहीं लाये जा रहे कागजातों को सुव्यवस्थित करने का निदेश दिया

    न्यूज़ डेस्क, जिला पश्चिम चम्पारण 

    मोहन सिंह

    – अमिट लेख

    बेतिया, (ए.एल.न्यूज़)। जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-जिला पदाधिकारी, दिनेश कुमार राय ने आज ईवीएम/वीवीपैट वेयर हाउस का मासिक निरीक्षण किया।

    फोटो : मोहन सिंह

    इस दौरान जिलाधिकारी ने सी.सी.टी.वी. एवं अग्निशामक यंत्रों के रख-रखाव का निरीक्षण भी किया एवं अवर निर्वाचन पदाधिकारी, बेतिया को निदेश दिया गया अपने स्तर से भी इसकी रख-रखाव हेतु आवश्यक कार्रवाई करेंगे। जिलाधिकारी ने आगामी विधान सभा आम निर्वाचन को देखते हुए वेयर हाउस की समुचित साफ-सफाई कराने एवं उपयोग में नहीं लाये जा रहे कागजातों को सुव्यवस्थित करने का निदेश दिया।

    छाया : अमिट लेख

    निरीक्षण के क्रम में अनुमंडल पदाधिकारी, बेतिया सदर, विनोद कुमार, विशेष कार्य पदाधिकारी, जिला गोपनीय शाखा, सुजीत कुमार एवं अवर निर्वाचन पदाधिकारी, बेतिया सदर, यशलोक रंजन सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मी उपस्थित थे।

  • छठव्रतियों को उपलब्ध कराएं बेहतर सुविधाएं : जिलाधिकारी

    छठव्रतियों को उपलब्ध कराएं बेहतर सुविधाएं : जिलाधिकारी

    बेतिया से उप संपादक मोहन सिंह का चश्मा :

    जिलाधिकारी ने रामनगर नगर परिषद सहित नगर निगम, बेतिया के विभिन्न छठ घाटों का किया निरीक्षण

    महापर्व छठ व्रत के सफल, सुचारू एवं सुरक्षित आयोजन हेतु अधिकारियों को दिया आवश्यक दिशा-निर्देश

    न्यूज़ डेस्क, जिला पश्चिम चम्पारण 

    मोहन सिंह

    – अमिट लेख

    बेतिया, (ए.एल.न्यूज़)। श्रद्धा, भक्ति एवं आस्था का महापर्व छठ व्रत के सफल, सुचारू एवं सुरक्षित आयोजन सुनिश्चित करने तथा छठ व्रतियों को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के लिए जिला पदाधिकारी, दिनेश कुमार राय के दिशा निर्देश से संबंधित पदाधिकारियों द्वारा अपने-अपने अधीनस्थ क्षेत्रों के छठ घाटों पर सभी आवश्यक तैयारियां की जा रही है। जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, बेतिया/बगहा सहित अन्य वरीय अधिकारियों द्वारा छठ घाट पर की जा रही तैयारियां का लगातार निरीक्षण किया जा रहा है। इसी कड़ी में आज जिलाधिकारी, श्री दिनेश कुमार राय ने रामनगर नगर परिषद क्षेत्र के रामरेखा नदी मुख्य छठ घाट, पुरानी बाजार ठाकुरबाड़ी टोला छठ घाट सहित नगर निगम बेतिया अन्तर्गत कई छठ घाटों का निरीक्षण किया। मौके पर उपस्थित पदाधिकारी एवं कर्मियों से नदी एवं तालाबों में बैरिकेडिंग एवं पानी की गहराई की जानकारी प्राप्त किया गया। छठ घाटों पर आने वाले श्रद्धालुओं एवं छठव्रतियों के सुरक्षा के मद्देनजर छठ घाटों पर बैरिकेडिंग, रोशनी की व्यवस्था, चेंजिंग रूम, अस्थाई शौचालय, स्थानीय गोताखोरों की प्रतिनियुक्ति एवं नियंत्रण कक्ष आदि की व्यवस्था सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया गया साथ हीं, यह भी निर्देश दिया गया कि छठ घाटों के भीड़ भाड़ वाले स्थानों पर पटाखे की बिक्री एवं प्रयोग पूर्ण रूप से प्रतिबंधित रहेगा। जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को छठ घाटों पर श्रद्धालुओं एवं छठव्रतियों के लिए बेहतर सुविधाएं एवं सुरक्षित व्यवस्था उपलब्ध कराने को लेकर कई आवश्यक निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि छठ महापर्व के दौरान घाटों पर छठव्रतियों को परेशानियां नहीं होनी चाहिए, इसे सुनिश्चित करना है। अर्घ्य देने के समय भीड़भाड़ वाले घाट पर किसी भी प्रकार की अफवाह पर भगदड़ नहीं मचे, कोई भी श्रद्धालु या उनके परिजन पानी में डूबे नहीं इसका खास ख्याल रखना है।

    फोटो : मोहन सिंह

    खासकर कौतूहलवश छोटे-छोटे बच्चे नदी में छठ व्रती के साथ चले जाते हैं, इसके प्रति श्रद्धालुओं को जागरूक करें। इसके साथ ही सभी छठ घाटों पर सभी प्रकार की व्यवस्थाएं बेहतर तरीके से करें। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि सभी घाटों पर साफ-सफाई, बैरिकेडिंग, घेराबंदी के साथ ही साथ पूरे छठ घाट परिसर में आयोजकों के माध्यम से पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था सुनिश्चित किया जाय। साथ ही महिला छठ व्रतियों की सुविधा के मद्देजनर पर्याप्त संख्या में चेंजिंग रूम की भी व्यवस्था की जाय ताकि उन्हें किसी प्रकार की परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े। उन्होंने कहा कि जहां गहराई ज्यादा हो वहां पर मजबूत बैरिकेडिंग कराना सुनिश्चित करें ताकि किसी प्रकार की दुर्घटना नहीं हो। ज्यादा गहराई वाले घाटों पर ’इसके आगे जाना खतरनाक है’ की तख्ती लगवाना भी आवश्यक है ताकि सभी श्रद्धालुओं को स्पष्ट रूप से दिखाई दें। छठ घाटों पर एनडीआरएफ/एसडीआरएफ की टीम आवश्यक संसाधनों के साथ उपस्थित रहेंगे। इसके साथ ही गोताखोरों की भी व्यवस्था की जाय। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक, बेतिया, शौर्य सुमन, उप विकास आयुक्त, सुमित कुमार, अपर समाहर्ता, आपदा प्रबंधन, रामानुज प्रसाद सिंह, अनुमंडल पदाधिकारी, बगहा, गौरव कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी, बेतिया, विनोद कुमार, नगर आयुक्त, बेतिया, विनोद कुमार सिंह, विशेष कार्य पदाधिकारी, जिला गोपनीय शाखा, सुजीत कुमार सहित अन्य स्थानीय प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी, जनप्रतिनिधिगण एवं समाजसेवी उपस्थित थे।

  • जिला शिक्षा कार्यालय में अविलंब फंक्शनल कराएं पूछताछ काउंटर : जिला पदाधिकारी

    जिला शिक्षा कार्यालय में अविलंब फंक्शनल कराएं पूछताछ काउंटर : जिला पदाधिकारी

    बेतिया से उप संपादक मोहन सिंह का चश्मा :

    कार्यालय में अनावश्यक भीड़ भाड़ नहीं लगाएं

    संदिग्ध व्यक्तियों पर रखें नजर

    कर्मियों द्वारा किये जा रहे कार्यों की करें मॉनिटरिंग

    जिला पदाधिकारी ने जिला शिक्षा कार्यालय का किया औचक निरीक्षण

    न्यूज़ डेस्क, जिला पश्चिम चम्पारण 

    मोहन सिंह

    – अमिट लेख

    बेतिया, (ए.एल.न्यूज़)। जिला पदाधिकारी, दिनेश कुमार राय ने आज जिला शिक्षा कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान समूचे कार्यालय के विभिन्न कक्षों की सूक्ष्मता से जांच की गयी।

    फोटो : मोहन सिंह

    जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी तथा कर्मियों से किये जा रहे कार्यों की जानकारी ली गयी। उपस्थिति पंजी सहित अन्य पंजियों एवं संचिकाओं की जांच की गयी। इसके साथ ही कार्यालय में विभिन्न कार्यों से उपस्थित अभिभावकों एवं छात्र-छात्राओं से फीडबैक भी लिया गया।

    छाया : अमिट लेख

    निरीक्षण के क्रम में अनावश्यक रूप से कार्यालय में भीड़ नहीं लगाने का सख्त हिदायत भी दिया गया। जिलाधिकारी ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को निर्देश दिया कि कार्यालय में कार्यों के निष्पादन हेतु आने वालों के सुविधा के मद्देनजर पूछताछ काउंटर को अविलंब फंक्शनल करें। पूछताछ काउंटर पर दक्ष कर्मी की प्रतिनियुक्ति करें ताकि शिक्षकों, अभिभावकों एवं बच्चों को बेवजह परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े। उन्होंने निर्देश दिया कि कार्यालय में अनावश्यक भीड़भाड़ नहीं रहे, इसका विशेष ध्यान रखें। संदिग्ध व्यक्तियों पर नजर बनाकर रखें। इसके साथ ही कर्मियों द्वारा किये जा रहे कार्यों की सतत निगरानी भी करें। जिस सेक्शन में कार्य की अधिकता है, वहां अतिरिक्त कर्मियों की तैनाती करते हुए ससमय कार्यों को निष्पादित कराना सुनिश्चित करें। निरीक्षण के क्रम में जिलाधिकारी ने प्रधान लिपिक को निर्देश दिया कि कार्यालय के सभी कार्यों को नियमानुसार ससमय निष्पादित कराएं। सीडब्ल्यूजेसी/एमजेसी के मामलों को गंभीरता से लेते हुए समय पर कार्रवाई सुनिश्चित करें। माननीय न्यायालय में ससमय एसओएफ दायर कराना सुनिश्चित करें। इसके साथ ही जिलाधिकारी ने जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी को कार्यालय के सुचारू संचालन के निमित अन्य आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इस अवसर पर जिला शिक्षा पदाधिकारी, विशेष कार्य पदाधिकारी, जिला गोपनीय शाखा, सभी जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, शिक्षा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

  • सीएमआर लंबित रखने वाले पैक्सों, मिलरों के विरूद्ध की जायेगी कठोर कार्रवाई : जिलाधिकारी

    सीएमआर लंबित रखने वाले पैक्सों, मिलरों के विरूद्ध की जायेगी कठोर कार्रवाई : जिलाधिकारी

    बेतिया से हमारे उप संपादक मोहन सिंह की रिपोर्ट :

    15 सितंबर तक लंबित सीएमआर की करें आपूर्ति, अन्यथा प्राथमिक दर्ज करते हुए होगी सख्त कार्रवाई

    जिलाधिकारी द्वारा की गयी सीएमआर आपूर्ति की समीक्षा

    सभी प्रखंडों के सहकारिता प्रसार पदाधिकारी को निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप 15 सितंबर तक सीएमआर आपूर्ति सुनिश्चित कराने का निर्देश

    बैठक से अनुपस्थित एवं कार्य में लापरवाही को लेकर कई प्रखंड सहकारिता प्रसार पदाधिकारी को शोकॉज करने तथा वेतन निकासी पर रोक लगाने का निर्देश

    संपादकीय डेस्क, जिला पश्चिम चम्पारण 

    मोहन सिंह

    – मोहन सिंह

    बेतिया, (ए.एल.न्यूज़)। जिला पदाधिकारी, दिनेश कुमार राय ने कहा कि सीएमआर लंबित रखने वाले पैक्सों, मिलरों के विरूद्ध कठोर कार्रवाई की जायेगी। 15 सितंबर तक लंबित सीएमआर की आपूर्ति करें, अन्यथा FIR दर्ज करते हुए सख्त कार्रवाई की जाएगी।

    फोटो : मोहन सिंह

    उन्होंने कहा कि उच्चस्तर पर लगातार सीएमआर आपूर्ति की समीक्षा की जा रही है। सीएमआर आपूर्ति कार्य में किसी भी स्तर पर लापरवाही, कोताही एवं शिथिलता बरतने वालों को कतई बख्शा नहीं जायेगा। जिलाधिकारी कार्यालय प्रकोष्ठ में आयोजित बैठक में अधिकारियों को निर्देशित कर रहे थे। बैठक में जिला सहकारिता पदाधिकारी द्वारा बीसीओ वाइस सीएमआर आपूर्ति से जिलाधिकारी को अवगत कराया गया। जिलाधिकारी ने बैठक में उपस्थित सभी प्रखंडों के सहकारिता प्रसार पदाधिकारी को निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप सीएमआर आपूर्ति सुनिश्चित कराने हेतु निर्देशित किया। साथ ही सख्त हिदायत दी कि लक्ष्य के अनुरूप 15 सितंबर तक सीएमआर आपूर्ति नहीं कराये जाने की स्थिति में उनके विरूद्ध भी कठोर विभागीय कार्रवाई की जायेगी। ऐसे प्रखंड सहकारिता प्रसार पदाधिकारी के विरुद्ध प्रपत्र-क गठित करते हुये अग्रतर कार्रवाई की जाएगी। बैठक से अनुपस्थित एवं कार्य में लापरवाही को लेकर कई प्रखंड सहकारिता प्रसार पदाधिकारी को शोकॉज करने तथा वेतन निकासी पर रोक लगाने का निर्देश जिलाधिकारी द्वारा दिया गया। इस अवसर पर जिला सहकारिता पदाधिकारी, सुश्री अंशु कुमारी, जिला प्रबंधक, राज्य खाद्य निगम, संजय सिन्हा, विशेष कार्य पदाधिकारी, जिला गोपनीय शाखा सहित जिले के सभी प्रखंड सहकारिता प्रसार पदाधिकारी आदि उपस्थित थे।

  • विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर जिला पदाधिकारी ने किया वृक्षारोपण

    विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर जिला पदाधिकारी ने किया वृक्षारोपण

    बेतिया संपादकीय डेस्क से मोहन सिंह की रिपोर्ट :

     

    न्यूज़ डेस्क, जिला पश्चिम चम्पारण

    मोहन सिंह

    – अमिट लेख

    बेतिया, (ए. एल. न्यूज़)। बुधवार 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर अधीक्षक मद्यनिषेध, पश्चिम चम्पारण, बेतिया के कार्यालय परिसर में जिला पदाधिकारी, पश्चिम चम्पारण, दिनेश कुमार राय, भा०प्र०से० द्वारा फलदार वृक्षों का वृक्षारोपण कार्यक्रम सम्पन्न किया गया।

    नव सृजित पौधे की सिंचाई करते डीएम दिनेश कुमार राय

    जिसमें क्रमशः राजीव कुमार सिंह, अपर समाहर्त्ता, पश्चिम चम्पारण, विशेष कार्य पदाधिकारी, पश्चिम चम्पारण, सुजीत कुमार एवं अधीक्षक मद्यनिषेध, मनोज कुमार सिंह द्वारा वृक्षारोपण का कार्य सम्पन्न किया गया। इस अवसर पर जिला पदाधिकारी के आशुलिपिक महेन्द्र कुमार, लिपिक चंदन कुमार झा, जिला सहायक नाजिर सुनीलनाथ तिवारी एवं उत्पाद कार्यालय, बेतिया के प्रधान लिपिक नवीन रंजन सहित मद्यनिषेध के सभी क्षेत्रिय पदाधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।