मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के तहत सभी व्यवस्थाएं अपडेट रखने का निर्देश
जिलाधिकारी द्वारा संभावित बाढ़ से निपटने हेतु की जा रही तैयारियों की समीक्षा की गयी
– अमिट लेख
बेतिया, (मोहन सिंह)। वर्ष 2023 में संभावित बाढ़ से निपटने हेतु की जा रही तैयारियों की समीक्षा आज जिलाधिकारी, कुंदन कुमार द्वारा की गयी। इस दौरान मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के बिन्दुओं यथा-वर्षा मापक यंत्र, तटबंधों की सुरक्षा, नाव, मोटरबोट, लाइफ जैकेट, बाढ़ शरण स्थल, सामुदायिक रसोई, मानव दवा, पशु चारा एवं दवा, शुद्ध पेयजल, जेनरेटर सेट, पेट्रोमेक्स, महाजाल, राहत और बचाव दल, आकस्मिक फसल योजना का सूत्रण, जिला आपातकालीन संचालन-सह-नियंत्रण कक्ष आदि की विस्तृत समीक्षा की गयी।
जिलाधिकारी ने कहा कि संभावित बाढ़ के मद्देनजर मानक संचालन प्रक्रिया का शत-प्रतिशत अनुपालन करना है। सभी तरह की व्यवस्थाएं ससमय करनी है ताकि विषम परिस्थिति में परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े। उन्होंने निर्देश दिया कि जिले के सभी प्रखंडों में अधिष्ठापित वर्षा मापक यंत्र पूरी तरह फंक्शनल रहना चाहिए। जिला सांख्यिकी पदाधिकारी स्वयं दो दिनों के अंदर सभी प्रखंडों में अधिष्ठापित वर्षा मापक यंत्रों का निरीक्षण करेंगे तथा प्रतिवेदित करेंगे। साथ ही अगर कहीं वर्षा मापक यंत्र में गड़बड़ी सामने आये तो उसे तुरंत ठीक कराना सुनिश्चित करेंगे। वाल्मीकिनगर बराज से वाटर डिस्चार्ज की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि भारतीय क्षेत्र के सभी फाटक प्रॉपर तरीके से क्रियाशील हो, इसे सुनिश्चित किया जाय। किसी भी सूरत में मैकेनिकल फेलियोर नहीं होना चाहिए। मैकेनिकल फेलियोर की स्थिति में तुरंत ठीक कराना सुनिश्चित किया जाय। वाटर डिस्चार्ज, लेवल आदि की डेली रिपोर्टिंग की जाय। तटबंधों की समीक्षा के क्रम में जिलाधिकारी ने डब्लूआरडी के कार्यपालक अभियंताओं को निर्देश दिया कि सभी संवेदनशील स्थलों को सूचीबद्ध करते हुए तत्काल सुरक्षात्मक कार्य कराते हुए ससमय पूर्ण कराना सुनिश्चित किया जाय। उन्होंने कहा कि डब्लूआरडी के सभी कार्यपालक अभियंता पूरी तरह सजग एवं सतर्क रहेंगे। सभी एसडीएम संबंधित कार्यपालक अभियंता के साथ संवेदनशील स्थलों का संयुक्त रूप से निरीक्षण करेंगे तथा आवश्यकतानुसार सुरक्षात्मक उपाय कराना सुनिश्चित करेंगे। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि एसडीआरएफ की पूरी टीम आपदा के समय क्विक रिस्पांस करते हुए राहत एवं बचाव कार्य करेगी। बचाव एवं राहत हेतु आवश्यक संसाधनों सहित मानव बलों की उपलब्धता सुनिश्चित करेगी। सिविल सर्जन सभी स्वास्थ्य संस्थानों में मानव दवा तथा जिला पशुपालन पदाधिकारी पशुचारा एवं पशु दवा की व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने ग्रामीण कार्य विभाग के सभी कार्यपालक अभियंताओं को निर्देश दिया कि संभावित बाढ़ के मद्देनजर अपनी तैयारियां रखेंगे। बाढ़ आपदा के समय सड़कों, पुल-पुलियां आदि की मरम्मति की व्यवस्था त्वरित गति से कराना सुनिश्चित करेंगे। इस अवसर पर उप विकास आयुक्त, अनिल कुमार, सहायक समाहर्ता, सुश्री शिवाक्षी दीक्षित, अपर समाहर्ता, राजीव कुमार सिंह, एसडीएम, बेतिया, विनोद कुमार, जिला आपदा प्रभारी पदाधिकारी, विपिन कुमार यादव सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।