AMIT LEKH

Post: रामाधार सिंह टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज में दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय ज्ञान कुंभ का शुभारंभ

रामाधार सिंह टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज में दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय ज्ञान कुंभ का शुभारंभ

प्रमंडलीय ब्यूरो सारण द्वारा संकलित :

प्राचीन शिक्षा प्रणाली बनाम आधुनिक शिक्षा प्रणाली पर हुई विस्तृत चर्चा

न्यूज़ डेस्क, छपरा/सारण 

संवाददाता

– अमिट लेख

एकमा (सारण), ए.एल.न्यूज़। रामाधार सिंह टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज, एकमा में आईक्यूएसी के द्वारा ‘प्राचीन शिक्षा प्रणाली बनाम आधुनिक शिक्षा प्रणाली’ विषय पर शुक्रवार को दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय ज्ञान कुंभ का शुभारंभ हुआ।

फोटो : छपरा कार्यालय

कॉलेज के राजेन्द्र सभागार में आयोजित कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री गौतम सिंह, कार्यक्रम के संरक्षक जयप्रकाश विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ परमेंद्र कुमार वाजपेयी, निपा के प्रो. कुमार सुरेश, पूर्वांचल विश्वविद्यालय विराट नगर नेपाल के पूर्व कुलपति डॉ घनश्याम लाल दास व रामाधार सिंह टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज के सचिव इंजीनियर जयप्रकाश सिंह आदि ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।

छाया : अमिट लेख

कार्यक्रम की अध्यक्षता बीएड कॉलेज के प्राचार्य डॉ सत्यप्रकाश दास व संचालन कॉलेज की छात्राएं मानसी, आर्या व प्रियंका के द्वारा किया गया।
आगत अतिथियों का स्वागत कॉलेज के सचिव इंजीनियर जयप्रकाश सिंह, ट्रस्टी राजीव कुमार शर्मा, प्राचार्य डॉ सत्प्रकाश दास, धर्मेंद्र कुमार सिंह उर्फ ठाकुर सिंह, शिक्षक व शिक्षणेत्तर कर्मचारी क्रमशः उमाशंकर सिंह, अनुप कुमार, हरिशंकर, अजीत कुमार, सुजीत कुमार, अमरेश, कंचन भारती, नागेंद्र कुमार सिंह, कमल कुमार सिंह, संतोष कुमार सिंह, प्रमोद कुमार आदि के द्वारा फूल माला, पुष्प गुच्छ, अंगवस्त्र आदि भेंटकर किया गया। इस अवसर पर जेपीयू के कुलपति डॉ परमेंद्र कुमार वाजपेयी ने अपने संबोधन में कहा कि आने वाले कुछ वर्षों में जयप्रकाश विश्वविद्यालय छपरा देश में ही नहीं बल्कि विदेश में भी शीर्ष स्थानों में से एक होगा। हमारे विश्वविद्यालय में एबीसी पोर्टल तैयार कर दी गई है। जिससे आने वाले दो वर्षों के बाद कोई विद्यार्थी अपना प्रमाण पत्र कहीं से भी प्राप्त सकता है। पूर्व मंत्री गौतम सिंह ने कहा कि शिक्षा ज्ञान का वह दीप है, जो किसी भी अज्ञानता के अंधकार को दूर कर सकता है। ‌वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जर्मनी के विशेषज्ञ डॉ. क्रिश्चियन बार्टोल्फ ने कहा कि आने वाले समय में भारत पूरे विश्व के नंबर एक शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी होगा। वहीं कार्यक्रम में मौजूद पूर्वांचल विश्वविद्यालय विराट नगर नेपाल के पूर्व कुलपति डॉ घनश्याम लाल दास ने अपने संबोधन में कहा कि प्राचीन शिक्षा प्रणाली के गुणों को आधुनिक शिक्षा प्रणाली से समिश्रण कर नीति निर्माण करनी चाहिए। इस कार्यक्रम में देश-विदेश के कई शिक्षा विशेषज्ञों ने अपने-अपने विचार रखेंगे।बताया गया है कि इस कार्यक्रम में प्रतिभागियों के लिए शोध पत्र अंग्रेजी अथवा हिंदी भाषा में आमंत्रित किए गए हैं। शोध पत्र लगभग 2000 शब्दों में एपीए प्रारूप में मांगा गया है। शनिवार को कार्यक्रम का समापन होगा।

Leave a Reply

Recent Post