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Post: सरकार ने छीन ली नौकरी, पुलिस ने जमकर चलाई लाठी

सरकार ने छीन ली नौकरी, पुलिस ने जमकर चलाई लाठी

विशेष ब्यूरो बिहार दिवाकर पाण्डेय की रिपोर्ट :

नोकरी के लिये गुहार लगाने सीएम आवास पहुंचे थे अतिथि शिक्षक

प्रदर्शनकारी शिक्षकों को पुलिस ने लिया हिरासत में

न्यूज डेस्क, राजधानी पटना

दिवाकर पाण्डेय

– अमिट लेख
पटना, (ब्यूरो रिपोर्ट)। बिहार के सरकारी स्कूलों से गेस्ट टीचर को हटाए जाने के खिलाफ आंदोलन शुरू हो गया है। सोमवार को सैकड़ों की संख्या में गेस्ट टीचर पटना पहुंचे और सड़कों पर प्रदर्शन किया। आन्दोलन कर रहे शिक्षक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास का घेराव करने जा रहे थे।

आंदोलनरत शिक्षकों को तितर-बितर करती पुलिस

लेकिन, रास्ते में ही पुलिस ने उन्हें न सिर्फ रोक दिया बल्कि लाठी मारकर खदेड़ दिया। इस दौरान कई प्रदर्शनकारी शिक्षकों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। पूरे बिहार में लगभग 5000 अतिथि शिक्षक हैं जो आज से अपने-अपने स्कूलों से बाहर हो गए हैं। उनकी बहाली सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की घोर कमी होने के दौरान की गई थी। बीपीएससी के शिक्षक भर्ती के बाद नीतीश सरकार के ताजा फैसले से इन्हें हटा दिया गया है। दरअसल बिहार के सरकारी स्कूलों में काम करने वाले 5000 से ज्यादा अतिथि शिक्षक आज से बेरोजगार हो गए हैं। लगभग 6 साल पहले उनकी बहाली तब की गई थी जब सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की कमी के कारण पठन-पाठन में पटरी हो गई थी। शनिवार को शिक्षा विभाग की ओर से उन्हें हटाने का पत्र जारी किया गया था। माध्यमिक शिक्षा निदेशक कन्हैया प्रसाद ने चिट्ठी भेजकर सभी जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारी को आदेश जारी किया जिसमें कहा गया था कि 1 अप्रैल से अतिथि शिक्षकों की सेवा किसी भी परिस्थिति में नहीं ली जाए। सरकार ने उनकी सेवा को समाप्त कर दी है। सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी को अतिथि शिक्षकों से से नहीं लेने का प्रमाण पत्र देने का आदेश भी दिया गया। हालांकि बहाली के समय ही शर्त रखी गयी थी कि बीपीएससी से टीचर बहाली के बाद उनकी सेवा समाप्त कर दी जाएगी। बिहार में दो चरणों में लाखों की संख्या में टीचर की भर्ती की जा चुकी है। लेकिन अतिथि शिक्षकों का कहना है कि अब उन्हें बेरोजगार किया जा रहा है तो कहां जाएंगें। सेवा कंटिन्यू करने की मांग को लेकर सैकड़ों शिक्षक सोमवार को पटना पहुंचे। सीएम आवास पर जमा होकर प्रदर्शन करने की योजना थी जिसे पुलिस ने विफल कर दिया। सीबीआई ऑफिस के पास ही उन्हें रोक दिया गया। जब नहीं माने तो पुलिस ने लाठी से उनकी पिटाई कर दी। भाग रहे कई शिक्षकों को गिरफ्तार भी किया गया जिन्हें विभिन्न थानों में रखा गया है। प्रदर्शनकारियों में बड़ी संख्या में महिला शिक्षक भी मौजूद थे। पुलिस ने उन्हें भी खदेड़ दिया।

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