विशेष ब्यूरो बिहार दिवाकर पाण्डेय की रिपोर्ट :
गांव में रहकर की प्राथमिक शिक्षा की पढ़ाई
न्यूज़ डेस्क, राजधानी पटना
दिवाकर पाण्डेय
– अमिट लेख
पटना, (ए.एल.न्यूज़)। संघर्ष पथ पर जो चलता है, वही दुनिया बदलता है,रातों से जंग जो जीतता है, वही सूरज बनकर निकलता है, अनन्या शर्मा ने अपने परिवार के साथ-साथ पूरे मुजफ्फरपुर जिले का नाम रोशन किया है। अनन्या शर्मा जिले के मुशहरी प्रखंड के छपरा मेघ गांव की रहने वाली है। दरअसल, राजस्थान हाईकोर्ट की निगरानी में आयोजित सिविल जज की परीक्षा में अनन्या ने 41वां रैंक प्राप्त की है। उनकी इस सफलता से पूरे घर में खुशी का माहौल है अब वह राजस्थान के जज बन इंसाफ का कलम चलाएंगी। बता दें कि अनन्या के पिता अनिल कुमार गांव में ही 3 दशक से निजी स्कूल चलाते हैं, और मां रंजीला कुमारी मध्य विद्यालय में शिक्षिका है। अनन्या अपने माता पिता से बेहद घुली मिली है जब उसका परिणाम आया तब उसने सबसे पहला फोन भी अपने घर अपने माता-पिता को किया। बेटी की सफलता को लेकर पिता ने लोकल 18 को बताया कि अनन्या की प्रारंभिक शिक्षा गांव के निजी विद्यालय में हुई। 12वीं कक्षा की पढ़ाई जिले के एसआरटी स्कूल से पूरी की। 2020 में लॉयड लॉ कॉलेज ग्रेटर नोएडा में 5 वर्ष की लॉ की पढ़ाई की। राजस्थान न्यायिक सेवा में सिविल सिविल जज पद पर सामान्य कोटि से सफलता हासिल की। अनन्या ने लोकल 18 को बताया कि यह मेरा सपना था मैंने इसके लिए बहुत मेहनत की है। जिसका परिणाम आज मुझे मिला है इसमें मेरे माता-पिता का काफी सहयोग रहा है। उनका साथ मेरी ताकत बनकर हमेशा खड़ा रहा जिसको लेकर आज मैंने यह मुकाम हासिल किया है. मुझे बहुत खुशी है कि मैंने सिविल जज की परीक्षा पास कर ली है अब जज बनकर इंसाफ का सही फैसला करूंगी।