



बेतिया से उप-संपादक का चश्मा :
वार्ड पांच एवं छह के मुख्य नाले का अतिक्रमण कर के पक्की फुलवारी सहित शहर की जल निकासी बाधित करने वालों पर महापौर सख्त
पक्की फुलवारी मुहल्ले के मुख्य नालो के अतिक्रमण के कारण वर्षों से नहीं निकाल पा रही है तल की शिल्ट और गाद
न्यूज़ डेस्क, जिला पश्चिम चम्पारण
मोहन सिंह
– अमिट लेख
बेतिया, (ए.एल.न्यूज़)। महापौर गरिमा देवी सिकारिया ने पक्की फुलवारी मुहल्ले में वर्षों से जल की समस्या बनी रहने को लेकर नवागत आईएएस नगर आयुक्त लक्ष्मण तिवारी के साथ स्थल निरीक्षण किया।
समस्या का देर तक अवलोकन के बाद साथ रहे नजर आयुक्त से बेतिया राज की जमीन पर दशकों से बहते यहां के मुख्य नाले का अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई करने का अनुरोध किया। महापौर ने बताया कि बेतिया राज की जमीन से होकर बहते नाले का बेतहाशा अतिक्रमण कर लेने से मुख्य नाले की जल निकासी व्यवस्था बुरी तरह से बाधित है। श्रीमती सिकारिया ने बताया कि मुख्य नाले के दोनों किनारे की सरकारी जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराए बिना वर्षों से समस्या ग्रस्त पूरे पक्की फुलवारी मुहल्ले को जल जमाव से बचाना मुश्किल होगा। महापौर ने बताया कि पक्की फुलवारी मुहल्ले में मुख्य नाले तक का अतिक्रमण के कारण नाले में जमी तल की शिल्ट और गाद तक को वर्षों से तल से नहीं निकाली जा पा रही है। महापौर ने मौके पर मौजूद महिला पुरुषों से कहा कि आप लोगों ने सरकारी मुख्य नाले के ऊपर शौचालय बना लिया है। अगर नालों पर से अतिक्रमण हटाने के साथ जल निकासी व्यवस्था सुनिश्चित नहीं की गई तो आगामी बरसात में जल जमाव होने से पूरी बस्ती को बचाने मुश्किल होगी। उन्होंने त्वरित कार्रवाई का निर्देश देने के साथ अतिक्रमणकारी लोगों से भी कहा कि नगर निगम प्रशासन की कार्रवाई से पूर्व ही बेहतर होगा कि आप सब खुद ही नाले और उसके दोनों फ्लैंक को अतिक्रमण मुक्त कर दें। मौके पर नगर आयुक्त लक्ष्मण तिवारी ने कहा कि जमीन सरकारी हो या कि किसी का रैयती अगर वर्षों से नाला निकालकर जल निकासी व्यवस्था कायम है तो उसको खाली करना ही होगा।बर्ना कार्रवाई के लिए प्रशासन को बाध्य होने पर अतिक्रमणकारी से उसके खर्च की भी वसूली होगी। तब महापौर श्रीमती सिकारिया ने बताया कि पक्की फुलवारी के नालों और उसके फ्लैंक के अतिक्रमण होने के कारण नालो में वर्षों से जमी 4 फीट से ज्यादा शील्ट की हो रही मैन्युअल सफाई काफी कठिन हो गई है।