प्राप्त जानकारी के मुताबिक सदर अस्पताल का पीकू वार्ड संक्रमित हो गया है
दिवाकर पाण्डेय
– अमिट लेख
मोतिहारी, (जिला न्यूज़ ब्यूरो)। प्राप्त जानकारी के मुताबिक सदर अस्पताल का पीकू वार्ड संक्रमित हो गया है। परिणामस्वरूप उक्त वार्ड में सेवा योगदान से जुड़े एक चिकित्सक सहित आधा दर्जन स्वास्थ्य कर्मी मिजिल्स (चेचक) के शिकार हो गए हैं। एकाएक इतनी संख्या में स्वास्थ्य कर्मी के चेचक की प्रकोप में आ जाने से पूरे अस्पताल में हड़कंप मच गया है। फिलहाल पीकू वार्ड में मरीज की कौन कहे स्वास्थ्य कर्मी भी जाने से घबराने लगे हैं। जाहिर है सदर अस्पताल की व्यवस्था का यह वार्ड पूरी तरह से पोल खोल रहा है। बताते हैं कि दो दिन पूर्व मिजिल्स के शिकार एक बच्चे को इलाज के बाद रिलीज कर दिया गया।दिगर है कि चेचक का शिकार बच्चा तो ठीक हो गया, लेकिन पूरा हॉल संक्रमण का शिकार बन गया। इस मामले में अस्पताल प्रबंधन पूरी तरह से लापरवाह बना रह। जिसके चलते वार्ड की साफ-सफाई नहीं की गई। परिणाम स्वरूप अस्पताल के एक चिकित्सक सहित आधा दर्जन स्वास्थ्य कर्मी संक्रमण के शिकार हो गये है। फिलहाल सभी मिजिल्स के शिकार है। आश्चर्य इस बात की है जिस सदर अस्पताल में पीकू वार्ड बनाया गया है उसमें ज्यादातर संक्रमित बच्चों को भर्ती किया जाता है। लेकिन वार्ड उनके लिए भी सुरक्षित नहीं माना जाएगा। इस घटना के बाद अब सिविल सर्जन सहित चिकित्सक भी , वार्ड में संक्रमण फैलने की बात बता रहे हैं सदर अस्पताल के चिकित्सक डॉ पंकज कुमार का कहना है कि फिलहाल पीकू, वार्ड को सनराइज कराया गया है साफ सफाई पर ध्यान दी जा रही है। जबकि चेचक से संक्रमित रोग एवं चिकित्सकों का इलाज घर पर किया जा रहा है। हालांकि अब देखना दिलचस्प होगा कि पीकू वार्ड के सफाई का दावा कहां तक सत्य साबित होता है।