वाल्मीकिनगर थाना क्षेत्र के इंडो नेपाल सीमा के गंडक बराज अंतर्राष्ट्रीय राजमार्ग पर तेज बदबू के कारण चलना राहगीरों के लिए मुश्किल हो रहा है
नंदलाल पटेल
– अमिट लेख
वाल्मीकिनगर, (संवाददाता)। वाल्मीकिनगर थाना क्षेत्र के इंडो नेपाल सीमा के गंडक बराज अंतर्राष्ट्रीय राजमार्ग पर तेज बदबू के कारण चलना राहगीरों के लिए मुश्किल हो रहा है। गंडक बराज के ऊपर बना सड़क मार्ग इंडिया नेपाल को इस क्षेत्र से जोड़ता है। इसी मार्ग से नेपाल से इंडिया और इंडिया से नेपाल सैकड़ों लोग प्रतिदिन आना जाना करते हैं । गंडक बराज एक डैम फाटक बांध है जिसमे 36 फाटक लगे हुए हैं। जिसका संचालन कंट्रोलरूम से किया जाता है। इधर बरसात होने के कारण गंडक नारायणी नदी के जलग्रहण स्रोत क्षेत्र से पानी के साथ साथ लकड़ी और नदी किनारे बसे गांवों के कचरों को बहाकर साथ ले आकर गंडक बराज के बंद फाटक में लग जाती है। जिसे कंट्रोलरूम से फाटकों को संचालित कर कचरों को बहा दिया जाता है। लेकिन विगत दो दिनों से कचरों के साथ बहकर आई मवेशी का शव फाटक नम्बर 5 व 6 में आकर लग गई है, जिससे तेज बदबू निकल रही है। इस फाटक के ऊपर बने सड़क मार्ग पर चलने वाले लोगों को परेशानी हो रही है। साथ ही गंडक बराज के एक नम्बर पर सुरक्षा में तैनात एसएसबी के जवानों को इस तेज बदबू से परेशानी हो रही है। नेपाल जाने वाले राहगीर रमेश पौडेल ने कहा इस तेज बदबू से निजात पाने के लिए उक्त फाटक को खोलकर कचरों को बहा दिया जाना चाहिए। ताकि बदबू से राहगिरो को निजात मिल सके।