22 जनवरी को जाएंगे अयोध्या
न्यूज़ डेस्क,पटना
दिवाकर पाण्डेय
अमिट लेख
पटना (विशेष ब्यूरो) : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाली प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण मिल गया है। राम मंदिर के ट्रस्टी कामेश्वर चौपाल ने मंगलवार को कहा कि प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए नीतीश को निमंत्रण पत्र भेजा गया है। एक दिन पहले वे उनसे मिलने भी गए थे, लेकिन सीएम के बाहर जाने की वजह से मुलाकात नहीं हो पाई। अब सीएम नीतीश को ट्रस्ट की ओर से निमंत्रण पत्र भेजा गया है, जिसमें उन्हें 22 जनवरी को अयोध्या आने का न्योता दिया गया है। राम मंदिर के ट्रस्टी कामेश्वर चौपाल ने बताया कि वे जल्द ही नीतीश कुमार से मुलाकात कर उन्हें प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए आमंत्रित भी करेंगे। साथ ही उन्होंने 22 जनवरी को आम लोगों से अयोध्या न आने की अपील की है। कामेश्वर ने बताया कि 22 जनवरी के समारोह में 6500 लोगों को ही शामिल किया जाएगा। इसके बाद कोई भी अयोध्या आ सकेगा। सुरक्षा की दृष्टि से 22 तारीख को सिर्फ निमंत्रण वाले लोगों को ही अयोध्या आने की अपील की जा रही है। जेडीयू नेता केसी त्यागी ने पिछले हफ्ते राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर अपनी पार्टी का रुख स्पष्ट किया था। दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा था कि उनकी पार्टी को अभी तक प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण नहीं मिला है। अगर निमंत्रण मिलता है, तो जेडीयू के नेता बेहिचक अयोध्या जाएंगे। नीतीश कुमार को अब निमंत्रण मिल गया है, तो उनके अयोध्या जाने की संभावना नजर आ रही है।बता दें कि राम मंदिर ट्रस्ट की ओर से कहा गया था कि 22 जनवरी को दूसरे राज्यों के मुख्यमंत्रियों को निमंत्रण नहीं दिया जाएगा। क्योंकि एक साथ इतने सारे वीवीआईपी का आदर-सत्कार कर पाना मुश्किल होगा। ट्रस्ट ने ये भी कहा था कि सुरक्षा प्रोटोकॉल की वजह से भी सारे सीएम को न्योता नहीं जाएगा। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को प्राण प्रतिष्ठा का न्योता मिल गया है। माना जा रहा है कि उनको बतौर जेडीयू पार्टी के अध्यक्ष यह न्योता मिला है। ललन सिंह के इस्तीफे के बाद नीतीश ने हाल ही में जेडीयू की कमान संभाली है। विपक्षी नेताओं में से कांग्रेस पार्टी को भी राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण भेजा गया है। सोनिया गांधी और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने निमंत्रण स्वीकार लिया है। हालांकि, अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन समारोह को लेकर विपक्षी खेमे में असमंजस की स्थिति है। सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी ने इस समारोह में जाने से इनकार कर दिया है।