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संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर 26 जनवरी को राष्ट्रव्यापी टैक्टर मार्च निकालने के कार्यक्रम को बेतिया में सफलता पूर्वक सम्पन्न किया गया
न्यूज़ डेस्क, जिला पश्चिम चम्पारण
– अमिट लेख
बेतिया, (मोहन सिंह)। संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर 26 जनवरी को राष्ट्रव्यापी टैक्टर मार्च निकालने के कार्यक्रम को बेतिया में सफलता पूर्वक सम्पन्न किया गया।
किसानों के साथ साथ एटक के नेतृत्व में मजदूरों ने भी भाग लिया तथा संयुक्त रूप से किसानों मजदूरों के हित में आवाज बुलंद करते हुए संविधान की रक्षा के साथ साथ खेत खलिहान, रोजी रोजगार की रक्षा का संकल्प लिया गया।
एटक नेता ओम प्रकाश क्रांति ने बताया कि इस देश को उन्नत बनाने में देश के किसानों मजदूरों दोनों की अहम भूमिका रही है। लेकिन, आज इन दोनों को गंभीर संकट के दौर से गुजरना पड रहा है, किसानों के फसल का लाभकारी मूल्य नहीं मिलने से जहाँ खेती घाटे का व्यवसाय बन गया है, जिससे किसानों को आत्महत्या तक के लिए मजबूर होना पड रहा है।
वही देश में बेरोजगारी बेतहाशा बढ़ रही है, नौकरी पर लगे लोगों की छटनी हो रहा है, करोड़ असंगठित क्षेत्र के मजदूरों को 50 से 100 रूपये रोज पर काम करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। जिससे वे अपने जीवन की न्यूनतम जरूरत भी पूरा नहीं कर पा रहे हैं, उनके लोकतांत्रिक अधिकारों को समाप्त किया जा रहा है।
सरकार एवं मजदूरों के प्रति केन्द्र सरकार का नकारात्मक रवैया समाज के बड़े हिस्से को हताश की दौर में ढकेल रहा है, केन्द्र सरकार किसानों एवं मजदूरों में बढते असंतोष को दबाने के लिए देश एवं समाज में नफरत घोल रही है, धार्मिक उन्माद का माहौल पैदा कर आर्थिक एवं समाजिक मुद्दे को दबाया जा रहा है, इसलिए संबिधान की रक्षा के साथ साथ किसान मजदूर अपने जीविका के साधनों एवं उसकी रक्षा के लिए पूर्व से प्रदत अधिकारों की रक्षा के लिए संघर्ष के रास्ते आगे बढ़ रहें हैं।
बेतिया में आयोजित ट्रैक्टर के साथ साथ मोटरसाइकिल, पैदल मार्च भी लोगों ने किया तथा बेतिया बड़ा रमना से निकलकर समाहरणालय गेट पहुंचे कार्यक्रम का नेतृत्व संयुक्त किसान मोर्चा के संयोजक प्रभु राज नारायण राव, किसान नेता राधामोहन यादव, एटक नेता ओम प्रकाश क्रांति, लोक संघर्ष समिति के भाई पंकज,
मानती राम, किसान सभा के नेता अशोक मिश्र, बब्लू दूबे, नौजवान नेता तारिक, अंजारुल,ए आई एस एफ नेता लक्की, एटक नेता लालबाबु राम, रंजना, खेत मजदूर नेता सुबोध मुखिया, कृष्ण नन्दन सिंह, केदार चौधरी, वीणा देवी, गायत्री देवी, लछुमन राम, तारकेश्वर, रामचंद्र सहनी, योगेन्द्र शर्मा, ध्रुव नाथ तिवारी, पीताम्बर शर्मा, खलिकुज्जमा, मोहन यादव, हरेन्द्र द्विवेदी, आदि ने किया।