हमारे जिला ब्यूरो संतोष कुमार की रिपोर्ट :
बुधवार को विभिन्न स्कूल कॉलेजों में सरस्वती पूजा अर्चना की गई खास कर स्कूल कॉलेजों के बच्चों में उत्साह का माहौल देखा गया
न्यूज़ डेस्क, जिला सुपौल
संतोष कुमार
– अमिट लेख
सुपौल, (जिला ब्यूरो)। जिले में बुधवार को विभिन्न स्कूल कॉलेजों में सरस्वती पूजा अर्चना की गई खास कर स्कूल कॉलेजों के बच्चों में उत्साह का माहौल देखा गया। विभिन्न पूजा पंडालो में महिलाओं ने मां शारदे की पूजा में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और आकर्षण का केंद्र बना रहा त्रिवेणीगंज का गुरुकुल आवासीय स्कूल।
हिंदू धर्म में वसंत पंचमी के त्योहार का विशेष महत्व होता है। वैदिक ज्योतिष शास्त्र में वसंत पंचमी को अबूझ मुहूर्त माना जाता है। यानी इस तिथि पर हर तरह के शुभ और मांगलिक कार्य किया जा सकता है। वसंत पंचमी पर देवी सरस्वती का प्राकट्य दिवस के रूप में मनाया जाता है।और इस दिन देवी को पीला फूल और पीले रंग की मिठाई का भोग लगाया जाता है। वसंत पंचमी पर आज ऐसे करें मां सरस्वती की पूजा, जानिए शुभ मुहूर्त और नियम हिंदू पंचांग के अनुसार हर वर्ष माघ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को वसंत पंचमी का पर्व बड़े ही धूम-धाम के साथ मनाया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस तिथि पर बुद्धि, ज्ञान, कला और विद्या की देवी मां सरस्वती प्रकट्य उत्सव मनाया जाता है। वसंत पंचमी के पर्व को वागेश्वरी जयंती और श्री पंचमी के नाम से जाना जाता है। वैदिक पंचांग के अनुसार इस साल वसंत पंचमी रवि योग और रेवती नक्षत्र के संयोग में मनाई जा रही है। वसंत पंचमी पर मां सरस्वती की विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना की जाती है। वसंत पंचमी की तिथि से सभी ऋतुओं में सर्वश्रेष्ठ बसंत ऋतु का आगमन होता है। वसंत पंचमी पर मां सरस्वती को पीले रंग का भोग और पुष्प अर्पित किया जाता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार इस दिन देवी मां सरस्वती प्रकट हुई थीं। तब देवताओं ने देवी स्तुति की। स्तुति से वेदों की ऋचाएं बनीं और उनसे वसंत राग। इसलिए इस दिन को वसंत पंचमी के रूप में मनाया जाता है।