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Post: जन सुराज ने किया अंबेडकर यूथ लीडरशिप कार्यक्रम का आगाज़

जन सुराज ने किया अंबेडकर यूथ लीडरशिप कार्यक्रम का आगाज़

विशेष ब्यूरो बिहार दिवाकर पाण्डेय की रिपोर्ट :

प्रदेश के हर ब्लॉक में “समता प्रेरक” करेंगे दलित – महादलित समाज को शिक्षित और संगठित

न्यूज डेस्क, राजधानी पटना

दिवाकर पाण्डेय

– अमिट लेख
पटना, (ए. एल. न्यूज़)। जन सुराज के संस्थापक और पदयात्रा अभियान के प्रणेता प्रशांत किशोर ने कहा है कि आज़ समय आ गया है कि समाज के सभी दबे कुचले लोगों में शिक्षा का अलख जगाया जाए।शिक्षा के बिना गरीबी से मुक्ति नहीं मिल सकती। उन्होंने आज पटना स्थित शेखपुरा हाउस में जन सुराज अंबेडकर यूथ लीडरशिप कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत करते हुए उक्त बातें कही। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर ने कहा था कि शिक्षित बनो, संगठित हो और संघर्ष करो लेकिन दलित समाज के लोग संघर्ष के लिए तो खड़े हुए, संगठित होने का भी प्रयास किया किंतु असल में शिक्षा प्राप्त करने पर ध्यान नहीं दिया। इस कारण न तो उन्हें आरक्षण का लाभ मिला,न गरीबी दूर हुई और ना ही उनका जीवन स्तर में सुधार हुआ। उक्त जानकारी आज़ यहां जारी एक बयान में जन सुराज के प्रदेश मुख्य प्रवक्ता सह मीडिया प्रभारी संजय कुमार ठाकुर ने दी। उन्होंने बताया कि प्रशांत किशोर ने प्रदेश के कोने- कोने से आए पहले बैच के समता प्रेरक के साथ बैठक की और उन्हें अपने प्रखण्ड के गांवों में जाकर लोगों को शिक्षा के लिए जागरूक करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बिहार में 20 प्रतिशत अनुसूचित जाति समाज के लोग हैं लेकिन इस समाज को हमेशा से “जाति आधारित” राजनीति के केंद्र में रख कर बिहार की अभी तक की सभी राजनीतिक पार्टियों ने समाज को बिखरा हुआ छोड़ दिया है। जिस कारण यह समाज अपने मूलभूत अधिकारों से भी वंचित रह गया । प्रशांत किशोर जी ने समाज के लीडरों और बुद्धिजीवियों से आह्वाहन किया है कि बाबा साहेब अंबेडकर की सोंच को जब तक जमीन पर नहीं उतारा जाएगा और जब तक पूरा अनुसूचित जाति समुदाय अपने आप को शिक्षित करते हुए अपनी हिस्सेदारी सुनिश्चित नहीं करेगा, तब तक अन्य पार्टियां या कोई भी संगठन इन्हें जाति की राजनीति में फंसाए रखेंगे। इसलिए वंचित समुदाय के युवाओं और बुद्धिजीवियों को जन सुराज से जुड़कर समाज को शिक्षित करने का काम करना होगा और ” जाति नहीं, समाज को जोड़ते हुए 20 प्रतिशत समाज की मजबूत भागीदारी से बिहार में व्यवस्था परिवर्तन की पहल करनी होगी। ज्ञात हो कि इससे पहले प्रशांत किशोर ने खुले तौर पर यह घोषणा कर रखी है कि “जिसकी जितनी आबादी, उसकी उतनी हिस्सेदारी” दी जाएगी। जन सुराज में संस्थापक सदस्य, वार्ड से लेकर राज्य स्तर तक की कमिटियों तथा पंचायत से लेकर संसद तक के चुनावों में उसी अनुपात में उम्मीदवार बनाए जाएंगे। सुनिश्चित करने का वादा किया है। समता प्रेरक प्रदेश में एक लाख से ज्यादा अनुसूचित जाति के प्रभावशाली लीडरों, बुद्धिजीवियों के मार्गदर्शन में समाज को शिक्षित और संगठित करने का काम करेंगे और इस व्यवस्था परिवर्तन का हिस्सा बनाएंगे। मौके पर सत्येन्द्र उर्फ सत्या जी, विवेक कुमार जी, प्रदेश मुख्य प्रवक्ता सह मीडिया प्रभारी संजय कुमार ठाकुर समेत अनेक जन सुराजी मौजूद थे।

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