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Post: नेपाल एपीएफ और एसएसबी के जवानों ने तमसा नदी में फंसे 69 श्रद्धालुओं का रेस्कयू किया

नेपाल एपीएफ और एसएसबी के जवानों ने तमसा नदी में फंसे 69 श्रद्धालुओं का रेस्कयू किया

जिला ब्यूरो नसीम खान “क्या” की रिपोर्ट :

सूचना मिलते ही दोनों तरफ के जवान इन फंसे श्रद्धालुओं को बचाने के लिए देवदूत बनकर मदद को पहुंच गए

न्यूज़ डेस्क, बगहा पुलिस जिला 

नसीम खान “क्या”

– अमिट लेख

बगहा, (ए.एल.न्यूज़)। वीटीआर के घनघोर जंगल के बीच पौराणिक धार्मिक स्थान वाल्मीकि आश्रम का दर्शन कर लौट रहे, श्रद्धालुओं की जान उस वक़्त आफत में फंस गई जब पहाड़ी तमसा नदी को पार कर रहे थे। तभी तमसा नदी ने रौद्ररूप धारण कर उफान मारने लगी।

फोटो : नसीम खान

नदी में बहाव तेज हो गई और फंसे श्रद्धालु उसमे बहने लगे। ऐन वक्त देवदूत बनकर नेपाल एपीएफ और एसएसबी के जवान तमसा नदी में फंसे श्रद्धालुओं के लिए बनकर आए। बतादें की वाल्मीकि आश्रम तक पहुंचे के लिए लोगों को दो पहाड़ी नदियां सोनभद्र (सोनहा) और तमसा नदी को पार कर जाना होता है। अमूमन इन दोनों नदियों में पानी का बहाव बहुत कम रहता है, जिसे आसानी से पैदल पार किया जाता है। लेकिन पहाड़ी नदी होने की वजह से इसमें पानी का बहाव अचानक से बढ़ जाती है।

छाया : अमिट लेख

सोमवार को भी इन नदियों का अचानक जलस्तर बढ़ गया जब श्रद्धालु वाल्मीकि आश्रम का दर्शन कर लौटने क्रम में नदी पार कर रहे थे। चुकी वाल्मीकि आश्रम भारत नेपाल सीमा पर होने की वजह से दोनों ही तरफ दोनों देशों की सेना व सुरक्षाकर्मी तैनात है। सूचना मिलते ही दोनों तरफ के जवान इन फंसे श्रद्धालुओं को बचाने के लिए देवदूत बनकर मदद को पहुंच गए। बतातें चलूं की श्रद्धलुओं में 29 महिलाएं, 31 पुरुष व 9 बच्चे कुल 69 लोगो को जवांज जवांज रेस्क्यू कर जान बचाई। इस रेस्क्यू टीम में एसएसबी के निरीक्षक सामान्य केश चन्द्रमणि मैतेई, उप निरीक्षक प्रणव सोनवाल, सहायक उप निरीक्षक संचार मनोज कुमार, गौतम कुमार मंडल समेत 13 अन्य जवान और नेपाल एपीएफ के 4 सुरक्षा कर्मी शामिल थे।

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