जिला ब्यूरो नसीम खान “क्या” की रिपोर्ट :
पर्यावरण प्रेमियों ने वृक्षों को रक्षासूत्र बांध, पेड़ पौधों के संरक्षण का नज़ीर पेश किया
न्यूज़ डेस्क, बगहा पुलिस जिला
नसीम खान “क्या”
– अमिट लेख
बगहा, (ए.एल.न्यूज़)। देशभर में भाई बहन के अटूट प्रेम का पर्व रक्षाबंधन की धूम मची है, वहीं बिहार के बगहा स्थित बरवल पिपरा गांव में रक्षाबंधन के मौके पर बच्चियों औऱ ग्रामीणों ने वृक्षों को रक्षासूत्र बांधे । सरकार औऱ प्रशासन द्वारा एक ओर जहाँ ज़िलें भर में 7 लाख वृक्षों को लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है वहीं सोमवार को सावन के अंतिम सोमवारी पर 90 वर्ष बाद बने संयोग में लोगों ने पेड़ पौधों के साथ न केवल रक्षाबंधन का त्यौहार मनाया बल्कि उनके संरक्षण को लेकर भी शपथ ली। दरअसल दिल के मरीज पर्यावरण प्रेमी गजेंद्र यादव ने इस अनोखी परंपरा की शुरुआत वर्षों पूर्व आईपीएस विकास वैभव चौराहे पर स्थित नर्सरी से की थी। ये खुद पेड़-पौधों की रक्षा करते चले आ रहें हैं। साथ ही स्कूली बच्चों औऱ ग्रामीणों को भी इसके लिए प्रेरित करते हैं। ख़ास बात यह है की गजेंद्र ने इन पेड़-पौधों को अपना जीवन साथी मान लिया है क्योंकि उन्होंने आजीवन शादी नहीं करने का प्रण लेकर अब तक 10 लाख के करीब पौधे लगाएं हैं जिसके लिए राज्य सरकार औऱ वन विभाग द्वारा उन्हें सम्मानित भी किया जा चूका है। गजेंद्र यादव वर्षों से प्रकृति का सरंक्षण करते आ रहे हैं। अब तक उन्होंने इलाके में लाखों पौधे लगाकर दूसरों के लिए मिसाल कायम की है। पेड़-पौधों से इनके प्रेम और समर्पण का ही नतीजा है कि इन्हें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार औऱ पूर्व उपमुख्यमंत्री दिवंगत सुशील मोदी दो बार सम्मानित कर चुके हैं। पर्यावरण प्रेमी गजेंद्र यादव ने अब तक शादी नहीं की है। वे पेड़-पौधों को ही अपना जीवनसाथी और घर परिवार मानते हैं। ख़ुशी की बात यह है की लोग इनके कार्य में भागीदारी सुनिश्चित क़र जीवन रक्षक वायु दायिनी पेड़ों की रक्षा को लेकर कदमताल हैं। बतादें की सावन पूर्णिमा के मौके पर मनाए जाने वाले रक्षाबंधन के इस त्योहार की बड़ी धार्मिक मान्यता है। बताया जाता है कि देवी लक्ष्मी ने पाताल लोक जाकर राजा बलि को राखी बांधी थी। ऐसे में इस पर्व के दिन जहां बहनें अपने भाई को रक्षा सूत्र बांधकर उनके सलामती की दुआ करती हैं।