विशेष ब्यूरो बिहार दिवाकर पाण्डेय कि रिपोर्ट :
सरकारी स्कूल की ‘शिक्षिका’ और ‘प्रधान शिक्षक’ ने ऐसा खेल किया, जिसकी चर्चा पूरे बिहार में हो रही है, क्या है मामला…
न्यूज़ डेस्क, राजधानी पटना
दिवाकर पाण्डेय
– अमिट लेख
पटना, (ए.एल.न्यूज़)। बिहार के सरकारी स्कूल की एक शिक्षिका और प्रधान शिक्षक ने ऐसा खेल किया, जिसकी चर्चा चहुंओर हो रही है। शिक्षिका और प्रधान शिक्षक मिल गए और पूरे सिस्टम को ठेंगा दिखा दिया। शिक्षा विभाग के सिस्टम को ब्रेक कर दिया। जब पोल खुली तो शिक्षा विभाग के बड़े-बड़े हाकिम हिल गए। यह घटना राजधानी पटना की नहीं बल्कि, सुदूर इलाके की है, जहां की एक शिक्षिका के कारनामों से विभाग भी आश्चर्यचकित है। हालांकि खुलासे के बाद उक्त शिक्षिका और सहयोग करने वाले प्रधान शिक्षक को सस्पेंड करने का आदेश जारी कर दिया गया है। खुलासे के बाद कहा जा रहा है कि ”सरकार डाल-डाल तो शिक्षक पात-पात.” शिक्षा विभाग ने सरकारी स्कूलों के शिक्षकों की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए ऑनलाईन हाजिरी की व्यवस्था शुरू की है। इसके लिए ई-शिक्षा कोष एपीपी लाया गया है। इस एप्प पर ऑनलाईन हाजिरी दर्ज करने का नियम लागू किया गया है। 1 अक्टूबर 2024 से ऑनलाईन हाजिरी के आधार पर ही शिक्षकों का वेतन मिलेगा। लेकिन यहां तो ऑनलाईन हाजिरी में भी खेल शुरू हो गया है। एप्प में छेड़छाड़ शुरू हो गई है। आखिर गुरूजी..किसी से कम हैं क्या…फरार रहने का इन्हें हक जो मिला हुआ है। ऐसे ही एक मामले का खुलासा हुआ है। खुलासे के बाद आरोपी शिक्षिका और प्रधान शिक्षक को निलंबित करने का आदेश दिया गया है। मामला पूर्वी चंपारण जिले का है लेकिन खुलासे के बाद अब यह चर्चा चल पड़ी है कि सिर्फ पूर्वी चंपारण में ही एप्प से छेड़छाड़ हुआ है, या दूसरे जगहों पर भी यह खेल शुरू हो गया है ? विभाग को सूक्ष्मता से इसकी जांच करानी चाहिए।पूर्वी चंपारण जिले के कोटवा प्रखंड के जसौली पट्टी मठ माधो प्राथमिक विद्यालय में एक शिक्षिका ने बड़ा खेल किया है। इस खेल में प्रधान शिक्षक ने भी सहयोग किया। यहां की शिक्षिका मित्रविन्दा कुमारी एवं प्रधान शिक्षक निरंजन कुमार सिंह को शिक्षक आचरण के प्रतिकूल कार्य करने,स्वेच्छाचारिता, अनुशासनहीनता बरतने के साथ-साथ विभाग के साथ धोखाधड़ी करने के आरोप में तत्काल प्रभाव से निलंबित कर करने का आदेश दिया गया है। इस संबंध में पूर्वी चंपारण के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना ने ग्राम पंचायत शिक्षक नियोजन समिति जसौली पट्टी प्रखंड कोटवा के पंचायत सचिव को पत्र लिखा है. शिकायत मिलने के बाद मोतिहारी के जिला शिक्षा पदाधिकारी ने 14 सितंबर 2024 को विद्यालय का औचक निरीक्षण किया था। निरीक्षण के दौरान ई- शिक्षा कोष पोर्टल पर जांच कराई गई। जिसमें पाया गया कि अगस्त माह में मित्रविन्दा कुमारी शिक्षिका द्वारा इस शिक्षा एप्प पर जो उपस्थिति दर्ज की गई है उसमें इनके द्वारा एप्प में छेड़छाड़ कर उपस्थिति दर्ज कराई गई है। कई दिन विद्यालय से अनुपस्थित रहने के बाद भी एप्प पर उनके द्वारा उपस्थिति दर्ज की गई है। ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज कराने में विद्यालय के प्रधान शिक्षक निरंजन कुमार सिंह की भूमिका है,साथ ही संलिप्तता भी है। मित्रविन्वृंदा कुमारी द्वारा की शिक्षा कोष ऐप पर उपस्थिति फोटो को एडिट कर बनाने के साथ-साथ विद्यालय से बाहर रहते हुए ऐप से छेड़छाड़ कर अपनी उपस्थिति बनाया गया।