जिला ब्यूरो संतोष कुमार की रिपोर्ट :
अपने पुत्र के दीर्घायु होने की कामना के लिए माताओं द्वारा कई तरह के व्रत उपवास किये जाते हैं
न्यूज़ डेस्क, जिला सुपौल
संतोष कुमार
– अमिट लेख
सुपौल, (ए.एल.न्यूज़)। जिले के त्रिवेणीगंज अनुमंडल क्षेत्र में पुत्र की लंबी उम्र एवं सफल जीवन के लिए किया जानेवाला जिउतिया पर्व बुधवार की संध्या पारण के साथ संपन्न हो गया। सोमवार को नहाय-खाय के साथ पर्व की शुरूआत की गई। मंगलवार की सुबह से बुधबार की संध्या तक लगभग चालीस घंटे का निर्जला उपवास रखकर महिलाओं ने बुधवार की संध्या पारण के साथ पर्व की समाप्ति की। अपने पुत्र के दीर्घायु होने की कामना के लिए माताओं द्वारा कई तरह के व्रत उपवास किये जाते हैं। लेकिन इनमें जीवित पुत्रिका व्रत का अलग ही महत्व है। पुत्रवती माताएं इस व्रत को पूरे मनोयोग से करती हैं। ऐसी मान्यता है कि जीउतिया व्रत रखने वाली माताओं के पुत्र न केवल दीर्घायु होते हैं, बल्कि उन्हें हर तरह के संकटों से मुक्ति मिलती है। इस त्यौहार के संबंध में पंडित कुमर झा ने बताया कि शास्त्रों के अनुसार सतयुग के राजा जीमूतवाहन द्वारा अपनी प्रजा के बच्चों को गरुड़ से बचाने के लिए किए गए प्रयास से खुश होकर गरुड़ ने यह वरदान दिया था कि जो भी आश्विन मास कृष्ण पक्ष के अष्टमी तिथि को तुम्हारे कुश की आकृति बनाकर पूजा करेगा उसके बच्चों पर आने वाले सारे संकट टल जाएंगे।तब से ही इस पर्व को हमारे पूर्वज मनाते आ रहे है।