AMIT LEKH

Post: बगहा अनुमंडल के सभी 18 संकुल संघ की लीडर्स के साथ संवाद कार्यक्रम का हुआ आयोजन

बगहा अनुमंडल के सभी 18 संकुल संघ की लीडर्स के साथ संवाद कार्यक्रम का हुआ आयोजन

बेतिया से उप संपादक मोहन सिंह का चश्मा :

जीविका समूह गंगोत्री की तरह हमारा आधार है : जिला परियोजना प्रबंधक

समुदाय प्रबंधित प्रशिक्षण केंद्र हरनाटांड में जीविका दीदियों के साथ संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया

न्यूज़ डेस्क, जिला पश्चिम चम्पारण 

मोहन सिंह

– अमिट लेख

बेतिया, (ए.एल.न्यूज़)। बगहा अनुमंडल के सभी प्रखंडों के कुल 18 संकुल संघ से आयी जीविका दीदियों के साथ जिला परियोजना प्रबंधक आर. के. निखिल की अध्यक्षता में संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

फोटो : अमिट लेख

सभी दीदियों ने जीविका परियोजना से जुड़ने के बाद सामाजिक परिवर्तन और आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनने की दास्तान बयान की। दीदियों ने बारी-बारी से अपना परिचय देते हुए यह बताया कि समूह से कर्ज ले कर उन्होंने बकरी पालन, मुर्गी पालन, खेती बारी, किराना दुकान, सब्जी और फल की दुकान, नाश्ता की दुकान, कपड़े की दुकान जैसे जीविकोपार्जन कार्य कर अपने परिवार की आमदनी बढ़ाने में अहम भूमिका निभा रही हैं।

समूह के बारे में जानकारी देती एक जीविका दीदी

सभी दीदियों ने अपना परिचय देते हुए जानकारी दी कि सभी दीदी समूह के पाँच नियम, जैसे नियमित बैठक, नियमित बचत, लेन देन, नियमित ऋण वापसी और सही सही लेखांकन का ख़ुद भी पालन कर रही है और समूह की दूसरी दीदियों इन नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित कर रही हैं। दीदियों ने बताया कि सभी दीदी ने अपना और अपने परिवार का जीवन बीमा भी करा रखा है। हरनाटांड की रहने वाली सत्याग्रह संकुल संघ की अध्यक्ष रंजीता काजी ने बताया कि समूह मैके से भी ज़्यदा भरोसेमंद है, और हर अच्छे बुरे वक्त में समूह ढाल की तरह काम करता है। दीदियों ने यह भी बताया कि उनके घर में शौचालय और स्नानघर है जिसका उनके परिवार के सभी लोग इस्तेमाल कर रहे हैं। इस संवाद कार्यक्रम में दीदियों को संबोधित करते हुए जिला परियोजना प्रबंधक आर.के. निखिल ने जानकारी दी की जीविका दीदी इस अनुमंडल में संचालित अनुसूचित जाति जनजाति आवासीय विद्यालयों में रसोइया और स्कूल की साफ़ सफाई का काम बखूबी निभा रही है। जिससे जीविका दीदियों रोजगार का वैकल्पिक अवसर भी मिला है। उन्होंने सभी दीदियों से अनुरोध किया कि सभी दीदी अपने घरों में पोषण वाटिका लगायें ताकि उनको निरंतर पोषण मिलता रहे। साथ ही साथ उन्होंने स्वस्थ रहने के लिए वैक्तिगत स्वच्छता ,और अपने परिवेश की स्वच्छता पर ध्यान दे कर बहुत सारी बीमारियों से बचा जा सकता हैं।

Recent Post