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Post: कांग्रेस’ और ‘पत्नी’ ने दिया झटका तो सांसद पप्पू यादव को मिला ‘कल्पना’ का साथ

कांग्रेस’ और ‘पत्नी’ ने दिया झटका तो सांसद पप्पू यादव को मिला ‘कल्पना’ का साथ

विशेष ब्यूरो बिहार दिवाकर पाण्डेय की रिपोर्ट :

हाथ में हाथ डाले कर रहे चुनाव प्रचार

न्यूज़ डेस्क, राजधानी पटना 

दिवाकर पाण्डेय

– अमिट लेख
पटना, (ए.एल.न्यूज़)। पप्पू यादव, यह नाम भला अब कौन नहीं जानता है। जी हाँ, वहीँ पप्पू यादव जिन्होंने लोकसभा चुनाव में पूर्णिया में एनडीए प्रत्याशी संतोष कुशवाहा और महागठबंधन प्रत्याशी बीमा भारती को हराकर निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव जीत गए। लेकिन इसके पहले जिस तरह का सियासी बवाल हुआ। वह जगजाहिर है। पप्पू यादव ने अपनी पार्टी जन अधिकार पार्टी का कांग्रेस में विलय कर दिया। लेकिन कांग्रेस ने उन्हें पूर्णिया से चुनाव लड़ने की इजाजत नहीं दी। एन मौके पर जदयू छोड़कर राजद में शामिल हुई बीमा भारती को लालू यादव ने चुनाव लड़ने का सिम्बल दे दिया। हालाँकि पप्पू यादव ने हार नहीं मानी। उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ने का फैसला कर लिया। चुनाव लड़े भी जीते भी। लेकिन अब स्थिति यह है की बिहार प्रदेश कांग्रेस उन्हें पार्टी का सदस्य नहीं मानता है। मिलाजुलाकर पप्पू यादव भले लोकसभा पहुँच गए। लेकिन ‘बेहाथ’ हो गए। फ़िलहाल पप्पू यादव किसी गठबंधन का हिस्सा नहीं है। यहाँ तक की कांग्रेस भी उनकी पार्टी के विलय को आधिकारिक नहीं मानता है। अब दूसरी घटना जो पप्पू यादव के साथ हुई। वह कुख्यात लारेंस विश्नोई के कथित धमकी के बाद सामने आई। इस घटना के बाद पप्पू यादव सहम गए। वे कहते रहे की जिसे मारना है मार दें। उन्हें किसी का डर नहीं हैं। लेकिन उनके चेहरे पर दहशत साफ तौर पर देखा गया। इस बीच उनकी पत्नी रंजीत रंजन ने ऊपर बम फोड़ दिया। उन्होंने साफ़ तौर पर कह दिया की पप्पू यादव से उनका कोई सम्बन्ध नहीं है। उनके बयानों से उनके और उनके परिवार को कोई लेना देना नहीं है। मतलब यह की हाथ के साथ रहनेवाली पत्नी से भी पप्पू ‘बेहाथ’ हो गए। हालाँकि पप्पू यादव में सब्र काफी है। वे मुसीबत के दिनों में किसी भी व्यक्ति का खुलकर साथ देते हैं। बात चाहे कोरोना की हो या बाढ़ की। किसी पद पर नहीं रहते हुए पप्पू यादव ने निस्वार्थ भाव से लोगों की मदद की। अब जब पार्टी और पत्नी दोनों ने पप्पू यादव का साथ छोड़ दिया तो सांसद पप्पू यादव को नया सहारा मिला है। जी हाँ, वह सहारा मिला हैं झारखंड में कल्पना सोरेन का। झारखण्ड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी है कल्पना सोरेन। कल पप्पू यादव कल्पना सोरेन के हाथ में हाथ डालकर चुनाव प्रचार करते नजर आये। आज ट्विटर पर वीडियो शेयर करते हुए पप्पू यादव ने लिखा है की झारखंड में कांग्रेस-जेएमएम की लहर है! इसका श्रेय राहुल गांधी और झारखंडी स्वाभिमान के नायक भाई हेमंत सोरेन को जाता है। पर एक झारखंडी बेटी ने बीजेपी का होश उड़ा दिया है, उनका नाम बहन कल्पना सोरेन मूर्मू है। उनका तेवर, जज़्बा, जोश, विनम्रता और ओजस्वी भाषण लाजवाब है।

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