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Post: आजकल अटल जी को भूल रहे हैं लोग : नीतीश कुमार

आजकल अटल जी को भूल रहे हैं लोग : नीतीश कुमार

आजकल इतिहास बदलने की कोशिश की जा रही है, हम विरोधी दल को एकजुट करने में लगे हुए है

मेरी कोई पद की लालसा नहीं है, मेरा कोई निजी लालसा नहीं है

उड़ीसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से मुलाकात पर बोले सीएम नीतीश

✍️ स्टेट हेड, अमित कुमार

-अमिट लेख

पटना, (विशेष)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लगातार बीजेपी द्वारा अनर्गल प्रलाप करने से अपनी चुप्पी को तोड़ते हुए आज भाजपा दल पर बड़ा हमला बोला है।

उन्होंने मीडिया द्वारा पूछे गए ताजा राजनितिक हलचल से जुड़े सवालों के जवाब में साफ़ जताया की वे किसी पद की लालसा नहीं पाले हुए हैं और ना हीं कुर्सी के लिए उनके मन में कोई जिहाद है। उन्होंने भाजपा के लगातार सांप्रदायिक दुर्भावना से ग्रसित हिंदुत्व का नाम ले वोट की घटिया राजनीती का जंग छेड़ने के क्रिया कलापों पर अफ़सोस जताते हुए सपाट शब्दों में कहा की आजकल भाजपा अटल जी को भूल चली है। उनके समय में हिन्दू मुस्लिम की बातें ऐसे नहीं हुआ करती थी। सीएम नितीश ने अटल जी को याद करते कहा की मैं रेलमंत्री था, और पश्चिम बंगाल की रेल दुर्घटना होने पर मैंने सैधांतिक रूप से स्वैक्षिक इस्तीफा भी दे दिया था। लेकिन, अटल जी ने सीधे अस्वीकार कर दिया था। वे देश के सच्चे प्रहरी थे, मैंने उनके साथ काम किया है मुझे उन्होंने बहुत स्नेह दिया है।

नवीन पटनायक से मुलाक़ात पर दिया बयान :

मुख्यमंत्री नीतीश ने उड़ीसा के सीएम नवीन पटनायक से जल्द ही मुलाक़ात होने के संकेत दिए हैं। उन्होंने कहा की गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने बिहारियों पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी।

सीएम नीतीश बोले : देश के लोग देख रहे है, कौन क्या क्या  बोल रहे है। डिप्टी सीएम और अन्य नेताओं ने पहले ही इसपर आपति ज़ाहिर की है। बिहार बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी पर हमलावर तेवर में बोले सीएम नीतीश कुमार, कि, वह किस-किस दल से, कहाँ-कहाँ गया है, राजद-जेडीयू के बाद बीजेपी में गया है।

उसके पिता जी को कौन लाया था! सभी जानते है। सासाराम और नालंदा मामले में बीजेपी नेताओ के जाने पर कहा कि हम न किसी को फँसाते है न किसी को बचाते है। पुलिस हर मामले पर नज़र रखी हुई है। किसी तरह का माहौल ख़राब नहीं हो इसपर ध्यान दिया जा रहा है।

जातीय जनगणना पर बोले सीएम नीतीश :

मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी दलों की सर्व सम्मति से जाती आधारित गणना कराने का काम किया जा रहा है। लेकिन कुछ लोग है जो परेशान है। आजकल जो लोग है, वह जनगणना नहीं करा रहे है। अब सभी जाती की गणना हो जाएगी तो फ़ायदा ही होगा। इसको लेकर 2019 में ही विधानसभा से इसको मंज़ूरी कराई गई थी।

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