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Post: नेटवर्क नहीं होने से वीटीआर के होटल हो रहे प्रभावित

नेटवर्क नहीं होने से वीटीआर के होटल हो रहे प्रभावित

नेटवर्क नहीं रहने के कारण,सैलानी पर्यटक स्थलों या पर्यटन होटलों में ज्यादा देर रुकना पसंद नहीं करते

नंदलाल पटेल की रिपोर्ट :

– अमिट लेख

वाल्मीकिनगर, (विशेष)। के महर्षि वाल्मीकि तपोभूमि पर वाल्मीकिनगर पर्यटन नगरी के रूप में शुमार हो चला है। जहां पर्यटकों की ऑफ सीजन में भी आवक देखी जाती है। लेकिन सरकार के पर्यटन को बढ़ावा देने के सारे प्रयासों के बावजूद पर्यटक वाल्मीकिनगर खिंचे तो चले आ रहे हैं, लेकिन पर्यटन स्थलों पर किसी भी नेटवर्क के काम नहीं करने से सैलानी पर्यटन स्थलों या पर्यटन होटलों में ज्यादा देर रुकना या ठहरना नहीं चाहते है। जिसका पर्यटन पर बुरा असर पड़ रहा है।

पर्यटकों को ऑन लाइन होटल पेमेंट हो या किसी दूसरे ऑन लाइन वर्क के लिए भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रह है। वाल्मीकिनगर पर्यटन क्षेत्र को सरकार और जिला प्रशासन के अथक प्रयासों से एक नई पहचान के रूप में ख्याति अर्जित कर पर्यटकों को अपनी ओर खिंचने में कामयाब हो रहा है। लेकिन पर्यटक स्थल पाथवे, इको पार्क, जंगल कैम्प, झूला पूल, होटल विहार, बम्बू हट, गोलघर समेत जलसंसाधन विभाग के ऊपरी शिविर व निचले शिविर ई टाइप कॉलोनी,सदर हॉस्पिटल, एसबीआई बैंक व जलसंसाधन विभाग के ऑफिस एरिया में नेटवर्क काम नहीं करता है, अगर करता भी है तो वह किसी काम का नहीं होता,जिससे टूरिज्म पर बुरा असर पड़ रहा है। बतादें की इनदिनों पूरे वाल्मीकिनगर परिक्षेत्र में कोई भी नेटवर्क सही तरीके से काम नहीं कर रहा है। 5 से 10 सेकेंड नेटवर्क रहने के बाद 5 से 10 सेकंड नेटवर्क गायब हो जा रहा है। जिससे उपभोक्ताओं को परेशानी हो रही है। स्थानीय निवासी छात्रा आफरीन खान ने बताया कि हम लोगों को नेट से मिलने वाली पढ़ाई की सुविधा से बंचित रहना पड़ रहा है। ऐसे में समझा जा सकता है कि कहीं न कहीं नेटवर्क कंपनियों की लापरवाही से वाल्मीकि नगर टूरिज्म के साथ साथ एक बड़े क्षेत्र के उपभोगता नेट पैक रखने के बावजूद इसके लाभ से बंचित हो रहे है।

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